पुलिस अधिकारी सेलेस्टे अयाला अर्जेंटीना के एक बच्चों के अस्पताल में अपनी ड्यूटी कर रही थीं, जब उन्हें एक भूखे बच्चे के रोने की आवाज़ सुनाई दी। छह महीने का यह बच्चा अपने पांच अन्य भाई-बहनों के साथ अस्पताल लाया गया था, क्योंकि सोशल वर्कर्स ने इन्हें उनके माता-पिता की देखरेख से हटाया था।
अयाला, जो खुद 16 महीने की बेटी की माँ हैं, ने बिना सोचे-समझे तुरंत कदम उठाया और उस भूखे बच्चे को स्तनपान कराया। उनकी इस ममता भरी पहल ने बच्चे को शांत कर दिया।
अयाला के एक सहकर्मी, मार्कोस हेरिडिया, ने इस भावुक क्षण की तस्वीर ली और इसे फेसबुक पर साझा किया। उन्होंने अयाला की “प्यार की भावना” की सराहना करते हुए लिखा, और यह तस्वीर जल्द ही वायरल हो गई। इस पोस्ट को 1,11,000 से ज्यादा बार साझा किया गया और लोगों ने इसे देखकर इंसानियत पर विश्वास फिर से कायम होने की बात कही।
ब्यूनस आयर्स के सिस्टर मारिया लूडोविका चिल्ड्रन हॉस्पिटल में यह घटना घटी, जहाँ बच्चा और उसके भाई-बहन लाए गए थे। अस्पताल के कर्मचारियों ने बच्चे को “गंदा और बदबूदार” बताया, लेकिन अयाला ने यह सब नज़रअंदाज़ करते हुए केवल उसकी भूख और तकलीफ को देखा। उन्होंने सोशल वर्कर से बच्चे को स्तनपान कराने की अनुमति मांगी और वर्दी में ही उसे स्तनपान कराया।
अर्जेंटीना के एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में अयाला ने कहा, “यह एक दुखद क्षण था, इसने मेरी आत्मा को तोड़ दिया। बच्चों की समस्याओं को लेकर समाज को अधिक संवेदनशील होना चाहिए, ऐसा बार-बार नहीं होना चाहिए।”
उनके इस ममता भरे कदम के लिए अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के उपाध्यक्ष क्रिस्टियन रिटोंडो ने उन्हें सम्मानित किया और उनकी पदोन्नति कर उन्हें अधिकारी से सार्जेंट बना दिया।
सेलेस्टे अयाला की यह कहानी हम सभी को यह सिखाती है कि कर्तव्य और ममता को एक साथ निभाकर हम समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।