यूरिक एसिड क्या है?
यूरिक एसिड शरीर में रक्त और मूत्र में प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाल अपशिष्ट पदार्थ है यह प्यूरीन के टूटने से बनता है । प्यूरीन हमारे भोजन में पाये जाने वाले अणुओं का एक समूह है। कुछ खाद्य पदार्थ शरीर में जाकर अधिक यूरिक एसिड का उत्पादन करते हैं। जबकि कुछ खाद्य पदार्थ कम । जैसे लाल मांस , शराब के साथ साथ प्रसंस्कृत किये गये पदार्थ यूरिेक एसिड की मात्रा को शरीर में बढ़ा सकते है।
यूरिक एसिड के लक्षण क्या है?
- लगातार मूत्र का आना ।
- जोड़ों में सूजन या बैचेनी।
- पीठ में दर्द होना।
- मूत्र में असामान्य दुर्गंध आदि।
- एडियों में दर्द होना
यूरिक एसिड के बढने से होने वाली समस्याएं
- यूरिक एसिड़ शरीर में जमा होकर कई बार पथरी का आकार ले लेता है विशेषकर किड़नी की पथरी।
- यूरिक एसिड़ बढने से रक्त धमनियां कड़ी हो सकती हैं। जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
- यूरिक एसिड़ बढने से किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है।
- यूरिक एसिड़ बढने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
यूरिक एसिड को समाप्त करने के लिए निम्नलिखित उपाय किये जा सकते हैं।
भरपूर मात्रा में पानी पीना
भरपूर मात्रा में पानी पीने से हमारी किडनी रक्त में जमा अशुद्धियों को अधिक दक्षता से बाहर निकाल सकती है। जितना अधिक पानी पिया जायेगा उतना ही अधिक मूत्र आयेगा। और शरीर में जमा अशुद्धिया मूत्र के साथ घुलकर बाहर आ जायेंगी।
सेब का सिरका
सेब के सिरके में यूरिक एसिड को कम करने की क्षमता होती है। सुबह उठकर एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर पियें अवश्य लाभ होगा।
त्रिफला
त्रिफला का सेवन आपके शरीर का यूरिक एसिड़ कम कर सकता है। रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला लेकर सोना चाहिए जिसमें शरीर का शुद्धिकरण होता है एवं रक्त में घुला हुआ यूरिक एसिड़ बाहर आ जाता है।
कम प्यूरीन वाले भोजन खायें
कम प्यूरीन वाले भोजन का सेवन करने से शरीर में भी कम प्यूरीन बनेगा जिससे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर धीरे धीरे कम होता जायेगा। आप अपने भोजन में साबुन अनाज जैसे बाजरा, रागी, ज्वार आदि का इस्तेमाल कर सकते है। ग्री टी भी यूरिक एसिड़ का स्तर कम कर सकती है।
शारीरिक व्यायाम
अपने व्यायाम के लिए रोज कुछ न कुछ समय निकाले । रोज टहलने जाएं या घर पर ही योगाभ्यास करें इससे आपको अपने शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में सफलता अवश्य मिलेगी।
Note: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकरी देना है। व्यक्ति विशेष के लिए लक्षण एवं उपाय अलग हो सकते है। स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
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