सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने हाल ही में सबको हैरान कर दिया है, जिसमें एक फूल बेचने वाली माँ ने अपने बेटे की जिद के आगे झुकते हुए उसे iPhone खरीद कर दे दिया। ये मामला तब सुर्खियों में आया जब लड़के ने तीन दिन तक भूख हड़ताल कर दी, ताकि उसकी माँ उसे iPhone दिला दे। लड़का एक मोबाइल स्टोर पर माँ की कड़ी मेहनत की कमाई लेकर पहुँचा, जिसका पता उसने इंस्टाग्राम से लगाया था।
This video is saddening. This boy's mother sells flowers outside a temple. He insisted on buying an iPhone, and went on a hunger strike for 3 days. In the end, the mother gave up and bought him an iPhone with her hard-earned money. Her expression says a lot. 💔 pic.twitter.com/7eAhqcU3pD
— Abhishek (@AbhishekSay) August 18, 2024
वीडियो में दिखाया गया है कि दुकान का मालिक, जो खुद एक कंटेंट क्रिएटर भी है, लड़के की अनोखी कहानी सुनकर हैरान हो गया और उसने माँ-बेटे से बातचीत करने का फ़ैसला किया। वीडियो को एक X (ट्विटर) यूजर ने पोस्ट किया, जिसने लोगों का ध्यान इस अनोखी घटना की ओर खींचा।
पोस्ट में लिखा था, “ये वीडियो बहुत दुखद है। इस लड़के की माँ मंदिर के बाहर फूल बेचती है। बेटे ने iPhone की ज़िद की और 3 दिन तक भूख हड़ताल पर बैठ गया। अंत में, माँ ने अपनी मेहनत की कमाई से उसे iPhone खरीद दिया। माँ की चेहरे की भावनाएँ बहुत कुछ कहती हैं।”
वीडियो की शुरुआत में लड़का बताता है कि वह हरियाणा के तंदवाल से आया है। जब उससे पूछा गया कि वह मोबाइल स्टोर में क्यों आया है, तो उसने बेझिझक बताया कि वह iPhone खरीदने आया है, और उसके हाथ में पैसे के बंडल थे।
दुकानदार को पैसे के स्रोत पर शक हुआ और उसने लड़के से पूछा कि उसने ये पैसे कहाँ से लाए। लड़के ने कहा कि ये पैसे उसने अपनी माँ के फूल बेचने के काम से जुटाए हैं। हालांकि, दुकानदार को इस बात पर संदेह हुआ कि कहीं लड़के ने मंदिर के चढ़ावे से पैसे तो नहीं चुराए।
असली स्थिति जानने के लिए दुकानदार ने माँ से बात की, जिन्होंने बेटे की बात की पुष्टि की। माँ ने स्वीकार किया कि बेटे की तीन दिन की भूख हड़ताल ने उन्हें मजबूर कर दिया कि वे उसे iPhone खरीदकर दें। हालाँकि, उन्होंने बेटे के इस व्यवहार को सही नहीं ठहराया, लेकिन उसके वादे पर भरोसा किया कि एक दिन वह उन्हें यह पैसा वापस करेगा।
इस वीडियो ने कई लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि कैसे माता-पिता बच्चों की माँगों के सामने झुक जाते हैं, भले ही वह उनकी आर्थिक स्थिति पर भारी पड़े।