Gyan Pragya
No Result
View All Result
BPSC: 71st Combined Pre Exam - Last Date: 30-06-2025 | SSC: Combined Graduate Level (CGL) - 14582 Posts - Last Date: 04-07-2025
  • Current Affairs
  • Quiz
  • History
  • Geography
  • Polity
  • Hindi
  • Economics
  • General Science
  • Environment
  • Static Gk
  • Uttarakhand
Gyan Pragya
No Result
View All Result

 

हिंदी साहित्य का इतिहास: आदिकाल – मेरे नोट्स

हिंदी साहित्य का इतिहास: आदिकाल

परिचय

आदिकाल हिंदी साहित्य के प्रारंभिक काल को संदर्भित करता है। यह सामान्यतः 10वीं शताब्दी से 14वीं शताब्दी तक माना जाता है। इस काल में हिंदी साहित्य की नींव रखी गई, जिसमें विभिन्न प्रवृत्तियों और शैलियों का विकास हुआ।

आदिकाल का वर्गीकरण

आदिकाल को मुख्य रूप से वीरगाथा काल के नाम से जाना जाता है क्योंकि इस अवधि में वीर रस की प्रधानता वाले काव्यों की बहुलता थी। हालाँकि, आदिकाल को केवल वीरगाथा काल कहना पर्याप्त नहीं है, क्योंकि इसमें कई अन्य प्रकार का साहित्य भी रचा गया। आदिकाल के भीतर प्रमुख साहित्यिक धाराएँ इस प्रकार हैं:

  • रासो साहित्य (वीरगाथा काव्य): यह इस काल की सबसे प्रमुख प्रवृत्ति थी, जिसमें राजपूत राजाओं और योद्धाओं की वीरता, शौर्य, युद्धों और प्रेम का वर्णन किया गया।
  • सिद्ध साहित्य: सिद्धों द्वारा रचित काव्य, जिसमें बौद्ध धर्म के वज्रयान शाखा का प्रभाव था। इसमें तंत्र-मंत्र और साधना को महत्व दिया गया।
  • नाथ साहित्य: नाथ पंथ के योगियों द्वारा रचित साहित्य, जिसमें हठयोग, वैराग्य और आडंबरहीनता पर जोर दिया गया।
  • जैन साहित्य: जैन मुनियों द्वारा रचित काव्य, जिसमें जैन धर्म के सिद्धांतों, उपदेशों और पौराणिक कथाओं का वर्णन मिलता है।
  • लौकिक साहित्य: इस श्रेणी में दरबारी कवियों और लोक कवियों द्वारा रचित साहित्य आता है, जिसमें प्रेम, मनोरंजन और आम जनजीवन से संबंधित विषयों को उठाया गया। अमीर खुसरो की पहेलियाँ, मुकरियाँ और दोहे इसी श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।

यह समझना महत्वपूर्ण है कि भक्तिकाल (14वीं से 17वीं शताब्दी) और रीतिकाल आदिकाल के अलग और बाद के युग हैं। हालांकि आदिकाल के अंत में भक्ति और सूफी परंपराओं के शुरुआती संकेत मिलते हैं, पर ये स्वयं में अलग साहित्यिक काल हैं।

आदिकाल की प्रमुख विशेषताएँ

  • वीरता और शौर्य की प्रधानता: इस काल की अधिकांश रचनाओं में युद्धों का सजीव चित्रण और योद्धाओं की वीरता का गुणगान किया गया है।
  • ऐतिहासिकता का अभाव: यद्यपि रचनाएँ ऐतिहासिक पात्रों पर आधारित थीं, फिर भी उनमें कल्पना का पुट अधिक था, जिससे ऐतिहासिक घटनाओं की सटीकता संदिग्ध रहती है।
  • सामूहिक राष्ट्रीय चेतना का अभाव: उस समय भारत छोटे-छोटे राज्यों में विभाजित था, इसलिए राष्ट्रीय भावना की जगह क्षेत्रीय राजाओं की प्रशंसा अधिक मिलती है।
  • डिंगल और पिंगल भाषाओं का प्रयोग: रचनाएँ मुख्य रूप से अपभ्रंश और अवहट्ट भाषाओं में लिखी गई थीं। डिंगल (राजस्थानी मिश्रित अपभ्रंश) और पिंगल (ब्रजभाषा मिश्रित अपभ्रंश) शैलियाँ विशेष रूप से प्रचलित थीं।
  • छंदों का विविध प्रयोग: दोहा, सोरठा, चौपाई, छप्पय, कवित्त जैसे अनेक छंदों का प्रयोग मिलता है।
  • आश्रयदाताओं की प्रशंसा: कवि अपने आश्रयदाता राजाओं की वीरता और यश का अतिशयोक्तिपूर्ण वर्णन करते थे।

प्रमुख रचनाएँ और रचनाकार

  • चंदबरदाई: हिंदी साहित्य के आदिकाल के सबसे महत्वपूर्ण कवि। इनकी कालजयी रचना “पृथ्वीराज रासो” है, जो पृथ्वीराज चौहान के जीवन और वीरता का विस्तृत वर्णन करती है। यह वीर रस का एक उत्तम महाकाव्य है।
  • दलपति विजय: इनकी रचना “खुमान रासो” है, जिसमें मेवाड़ के राजा खुमान सिंह की वीरता का चित्रण है।
  • नरपति नाल्ह: इनकी प्रसिद्ध रचना “बीसलदेव रासो” है। यह एक शृंगारिक रचना है जो अजमेर के राजा बीसलदेव (विग्रहराज चतुर्थ) और उनकी रानी राजमती की प्रेम कथा पर आधारित है।
  • जगनिक: इनकी प्रसिद्ध रचना “परमाल रासो” है, जिसे ‘आल्हा-खण्ड’ के नाम से भी जाना जाता है। इसमें महोबा के दो वीर योद्धाओं, आल्हा और ऊदल की वीरता का ओजस्वी वर्णन है।
  • अमीर खुसरो: ये आदिकाल के महत्वपूर्ण कवि हैं, जिन्होंने खड़ी बोली (हिंदवी) के प्रारंभिक रूप में पहेलियाँ, मुकरियाँ, दोहे और गजलें लिखीं। ये सूफी प्रभाव वाले लौकिक कवि थे।
  • विद्यापति: ये मैथिली के प्रसिद्ध कवि थे, जिनकी रचनाओं में भक्ति और शृंगार का अद्भुत मिश्रण मिलता है। इनकी पदावली अत्यधिक लोकप्रिय है।

आदिकाल का महत्व

आदिकाल हिंदी साहित्य का आधारस्तंभ है। इस काल ने हिंदी साहित्य को एक मजबूत नींव प्रदान की, जिससे आगे चलकर भक्तिकाल और रीतिकाल में साहित्यिक समृद्धि आई। इस समय की रचनाएँ न केवल साहित्यिक धरोहर हैं, बल्कि तत्कालीन भारतीय समाज, संस्कृति और ऐतिहासिक परिस्थितियों को समझने के लिए भी अमूल्य स्रोत हैं। यद्यपि कुछ विद्वान इसकी भाषा और शैली को लेकर आलोचना करते हैं, फिर भी इसकी ऐतिहासिक और साहित्यिक महत्ता निर्विवाद है।

हिंदी साहित्य का इतिहास: आदिकाल – क्विज़

हिंदी साहित्य का इतिहास: आदिकाल – क्विज़

अपनी तैयारी परखें

आदिकाल से संबंधित इन प्रश्नों के उत्तर देकर अपनी समझ को मजबूत करें। प्रत्येक प्रश्न के बाद सही उत्तर दिया गया है।

  1. आदिकाल का समयकाल क्या है?

    1. A) 6वीं से 10वीं शताब्दी
    2. B) 8वीं से 12वीं शताब्दी
    3. C) 10वीं से 14वीं शताब्दी
    4. D) 15वीं से 18वीं शताब्दी

    उत्तर: C) 10वीं से 14वीं शताब्दी

  2. आदिकाल में प्रमुख रूप से किस भाषा का प्रयोग किया गया था?

    1. A) संस्कृत
    2. B) अपभ्रंश
    3. C) ब्रज
    4. D) खड़ी बोली

    उत्तर: B) अपभ्रंश

  3. ‘पृथ्वीराज रासो’ के रचयिता कौन हैं?

    1. A) चंदबरदाई
    2. B) विद्यापति
    3. C) अमीर खुसरो
    4. D) हरिश्चंद्र

    उत्तर: A) चंदबरदाई

  4. पृथ्वीराज रासो में कुल कितने सर्ग हैं?

    1. A) 50
    2. B) 69
    3. C) 100
    4. D) 120

    उत्तर: B) 69

  5. ‘पउम चरिउ’ किसकी रचना है?

    1. A) स्वयंभू
    2. B) सरहपा
    3. C) पुष्यदंत
    4. D) हेमचंद्र

    उत्तर: A) स्वयंभू

  6. अमीर खुसरो को किस भाषा के आदि कवि के रूप में जाना जाता है?

    1. A) ब्रज
    2. B) संस्कृत
    3. C) खड़ी बोली
    4. D) अवधी

    उत्तर: C) खड़ी बोली

  7. ‘जगनिक’ कौन थे?

    1. A) अपभ्रंश के कवि
    2. B) संस्कृत के कवि
    3. C) फारसी के कवि
    4. D) ब्रजभाषा के कवि

    उत्तर: A) अपभ्रंश के कवि

  8. आदिकाल में प्रमुखतः किस रस का प्रयोग हुआ है?

    1. A) श्रृंगार रस
    2. B) वीर रस
    3. C) करुण रस
    4. D) हास्य रस

    उत्तर: B) वीर रस

  9. आदिकाल का साहित्य मुख्यतः किस पर केंद्रित था?

    1. A) भक्तिपरक रचनाएँ
    2. B) वीरगाथाएँ
    3. C) प्रेम कहानियाँ
    4. D) धार्मिक उपदेश

    उत्तर: B) वीरगाथाएँ

  10. ‘खुसरो की पहेलियाँ’ किसने लिखी?

    1. A) सरहपा
    2. B) अमीर खुसरो
    3. C) चंदबरदाई
    4. D) देवसेन

    उत्तर: B) अमीर खुसरो

  11. ‘सिद्धों’ की परंपरा किस काल में पाई जाती है?

    1. A) आदिकाल
    2. B) भक्तिकाल
    3. C) रीतिकाल
    4. D) आधुनिक काल

    उत्तर: A) आदिकाल

  12. अमीर खुसरो को क्या उपाधि दी गई थी?

    1. A) खुसरो-ए-हिंद
    2. B) हिन्द का तोता
    3. C) निज़ामुद्दीन का शिष्य
    4. D) शायरी का सम्राट

    उत्तर: B) हिन्द का तोता

  13. ‘हरिश्चंद्र’ किस कृति के लेखक थे?

    1. A) पृथ्वीराज रासो
    2. B) पउम चरिउ
    3. C) हरिश्चंद्र काव्य
    4. D) रसिकप्रिया

    उत्तर: C) हरिश्चंद्र काव्य

  14. आदिकाल की भाषा कौन सी है?

    1. A) संस्कृत और अपभ्रंश
    2. B) ब्रज और अवधी
    3. C) खड़ी बोली और फारसी
    4. D) संस्कृत और हिंदी

    उत्तर: A) संस्कृत और अपभ्रंश

  15. ‘आल्हा-खण्ड’ किस प्रकार की रचना है?

    1. A) वीरगाथा
    2. B) शृंगारिक
    3. C) भक्तिपरक
    4. D) सांस्कृतिक

    उत्तर: A) वीरगाथा

  16. ‘प्राकृत पिंगल’ का रचयिता कौन है?

    1. A) लक्ष्मीधर
    2. B) विद्यापति
    3. C) चंदबरदाई
    4. D) सरहपा

    उत्तर: A) लक्ष्मीधर

  17. ‘सिद्ध साहित्य’ का क्या उद्देश्य था?

    1. A) धार्मिक उपदेश
    2. B) आध्यात्मिक अनुभव और साधना
    3. C) वीरगाथाओं का वर्णन
    4. D) प्रेम और शृंगार का चित्रण

    उत्तर: B) आध्यात्मिक अनुभव और साधना

  18. आदिकाल का प्रमुख साहित्यिक रूप क्या था?

    1. A) खंडकाव्य
    2. B) महाकाव्य
    3. C) गद्य साहित्य
    4. D) नाटक

    उत्तर: B) महाकाव्य

  19. ‘विद्यापति’ का संबंध किस भाषा से था?

    1. A) संस्कृत
    2. B) अपभ्रंश
    3. C) मैथिली
    4. D) अवधी

    उत्तर: C) मैथिली

  20. आदिकाल में किस प्रकार का साहित्य लिखा गया था?

    1. A) धार्मिक साहित्य
    2. B) वीर रस पर आधारित
    3. C) प्रेम काव्य
    4. D) शृंगारिक साहित्य

    उत्तर: B) वीर रस पर आधारित

  21. किसे खड़ी बोली का प्रथम कवि माना जाता है?

    1. A) अमीर खुसरो
    2. B) विद्यापति
    3. C) चंदबरदाई
    4. D) जगनिक

    उत्तर: A) अमीर खुसरो

  22. ‘आल्हा’ और ‘ऊदल’ की वीरगाथाएँ किस ग्रंथ में वर्णित हैं?

    1. A) पृथ्वीराज रासो
    2. B) आल्हा-खण्ड
    3. C) पउम चरिउ
    4. D) हरिश्चंद्र काव्य

    उत्तर: B) आल्हा-खण्ड

  23. ‘आदिकाल’ में कौन सी भाषा प्रमुख थी?

    1. A) संस्कृत
    2. B) पाली
    3. C) अपभ्रंश
    4. D) अवधी

    उत्तर: C) अपभ्रंश

  24. अमीर खुसरो किस सूफी संत के शिष्य थे?

    1. A) शेख सलीम चिश्ती
    2. B) निज़ामुद्दीन औलिया
    3. C) बाबा फरीद
    4. D) मुईनुद्दीन चिश्ती

    उत्तर: B) निज़ामुद्दीन औलिया

  25. ‘पृथ्वीराज रासो’ किस प्रकार का ग्रंथ है?

    1. A) धार्मिक
    2. B) वीरगाथा
    3. C) काव्यशास्त्र
    4. D) नाटक

    उत्तर: B) वीरगाथा

  26. किस आदिकालीन कवि को ‘हिन्द का तोता’ कहा जाता है?

    1. A) चंदबरदाई
    2. B) अमीर खुसरो
    3. C) सरहपा
    4. D) देवसेन

    उत्तर: B) अमीर खुसरो

  27. ‘पउम चरिउ’ किस भाषा में लिखा गया है?

    1. A) संस्कृत
    2. B) पाली
    3. C) अपभ्रंश
    4. D) हिंदी

    उत्तर: C) अपभ्रंश

  28. आदिकाल का साहित्य किसके लिए मुख्यतः लिखा गया था?

    1. A) राजाओं और वीरों के गुणगान के लिए
    2. B) धार्मिक प्रचार के लिए
    3. C) प्रेम और शृंगार के लिए
    4. D) समाज सुधार के लिए

    उत्तर: A) राजाओं और वीरों के गुणगान के लिए

  29. आल्हा-खण्ड की प्रमुख रचना किसने की?

    1. A) जगनिक
    2. B) विद्यापति
    3. C) चंदबरदाई
    4. D) अमीर खुसरो

    उत्तर: A) जगनिक

  30. अमीर खुसरो का कौन सा ग्रंथ संगीत से संबंधित है?

    1. A) कुतुबनामा
    2. B) इश्किया
    3. C) गज़ल संग्रह
    4. D) तराना

    उत्तर: D) तराना

  31. ‘प्राकृत पिंगल’ किसने लिखा?

    1. A) लक्ष्मीधर
    2. B) अमीर खुसरो
    3. C) सरहपा
    4. D) चंदबरदाई

    उत्तर: A) लक्ष्मीधर

  32. आदिकाल का साहित्य मुख्यतः किस प्रकार का था?

    1. A) भक्तिपरक
    2. B) वीरगाथा
    3. C) शृंगारिक
    4. D) धार्मिक

    उत्तर: B) वीरगाथा

  33. ‘सिद्धों’ और ‘नाथों’ का साहित्य किस काल का है?

    1. A) आदिकाल
    2. B) भक्तिकाल
    3. C) रीतिकाल
    4. D) आधुनिक काल

    उत्तर: A) आदिकाल

  34. आदिकाल में किस प्रकार की काव्य शैली प्रचलित थी?

    1. A) दोहा और कवित्त
    2. B) गजल और रुबाई
    3. C) मुक्तक
    4. D) खंडकाव्य

    उत्तर: A) दोहा और कवित्त

  35. ‘पउम चरिउ’ किस विषय पर आधारित है?

    1. A) महाभारत
    2. B) रामकथा
    3. C) प्रेम कहानी
    4. D) बौद्ध धर्म

    उत्तर: B) रामकथा

  36. ‘आल्हा-खण्ड’ का प्रमुख पात्र कौन है?

    1. A) पृथ्वीराज
    2. B) आल्हा
    3. C) राघवेंद्र
    4. D) राणा सांगा

    उत्तर: B) आल्हा

  37. अमीर खुसरो ने अपनी भाषा के लिए किस शब्द का प्रयोग किया?

    1. A) हिन्दवी
    2. B) ब्रज
    3. C) अवधी
    4. D) पाली

    उत्तर: A) हिन्दवी

  38. ‘सिद्ध’ और ‘नाथ’ साहित्य में किस प्रकार के विषयों पर चर्चा की गई है?

    1. A) आध्यात्मिक और योग साधना
    2. B) प्रेम और शृंगार
    3. C) युद्ध और वीरता
    4. D) समाज सुधार

    उत्तर: A) आध्यात्मिक और योग साधना

  39. आदिकाल में प्रमुख वीरगाथा कवि कौन थे?

    1. A) अमीर खुसरो
    2. B) चंदबरदाई
    3. C) हेमचंद्र
    4. D) विद्यापति

    उत्तर: B) चंदबरदाई

  40. आदिकाल के साहित्य का प्रमुख उद्देश्य क्या था?

    1. A) राजाओं और वीरों की प्रशंसा
    2. B) धार्मिक उपदेश
    3. C) प्रेम और शृंगार का चित्रण
    4. D) समाज सुधार

    उत्तर: A) राजाओं और वीरों की प्रशंसा

  41. ‘आल्हा-खण्ड’ किस भाषा में रचित है?

    1. A) संस्कृत
    2. B) अपभ्रंश
    3. C) पाली
    4. D) ब्रज

    उत्तर: B) अपभ्रंश

  42. ‘सिद्धों’ के साहित्य का मुख्य उद्देश्य क्या था?

    1. A) वीरता का गुणगान
    2. B) ध्यान और साधना
    3. C) प्रेम और श्रृंगार
    4. D) सामाजिक सुधार

    उत्तर: B) ध्यान और साधना

  43. आदिकाल का साहित्य किससे प्रभावित था?

    1. A) युद्ध और वीरता
    2. B) धार्मिक उपदेश
    3. C) प्रेम कहानियाँ
    4. D) समाज सुधार

    उत्तर: A) युद्ध और वीरता

  44. आदिकाल में किस रस का अधिक प्रयोग हुआ?

    1. A) श्रृंगार
    2. B) वीर
    3. C) करुण
    4. D) हास्य

    उत्तर: B) वीर

  45. अमीर खुसरो ने ‘तराना’ शैली में क्या दर्शाया?

    1. A) संगीत की लय
    2. B) युद्ध की वीरता
    3. C) प्रेम और शृंगार
    4. D) सामाजिक सुधार

    उत्तर: A) संगीत की लय

  46. ‘प्राकृत पिंगल’ का प्रमुख विषय क्या है?

    1. A) व्याकरण और काव्यशास्त्र
    2. B) प्रेम और शृंगार
    3. C) वीर रस का वर्णन
    4. D) धार्मिक उपदेश

    उत्तर: A) व्याकरण और काव्यशास्त्र

  47. आदिकाल में ‘आल्हा’ का प्रमुख साथी कौन था?

    1. A) ऊदल
    2. B) पृथ्वीराज
    3. C) राणा सांगा
    4. D) राघवेंद्र

    उत्तर: A) ऊदल

  48. ‘पृथ्वीराज रासो’ का प्रमुख रस क्या है?

    1. A) श्रृंगार रस
    2. B) वीर रस
    3. C) करुण रस
    4. D) हास्य रस

    उत्तर: B) वीर रस

  49. अमीर खुसरो का जन्म किस वर्ष हुआ था?

    1. A) 1253
    2. B) 1276
    3. C) 1300
    4. D) 1315

    उत्तर: A) 1253

  50. आदिकाल का साहित्य मुख्यतः किस समाज के लिए लिखा गया था?

    1. A) दरबारी
    2. B) राजपूत और योद्धा समाज
    3. C) साधुओं और संतों के लिए
    4. D) व्यापारियों के लिए

    उत्तर: B) राजपूत और योद्धा समाज

SendShare
Next Post

Related Posts

Hindi

हिंदी लोकोक्तियाँ और उनके प्रयोग

May 24, 2025

हिंदी लोकोक्तियाँ और उनके प्रयोग - लोकोक्तियाँ (या कहावतें) ऐसे पूर्ण वाक्य होते हैं जो किसी समाज के अनुभव, ज्ञान...

Hindi

मुहावरे और उनके अर्थ

May 24, 2025

मुहावरे और उनके अर्थ मुहावरे ऐसे वाक्यांश होते हैं जो अपने शाब्दिक अर्थ से हटकर कोई विशेष या लाक्षणिक अर्थ...

Hindi

Hindi to English and English to Hindi translation

May 24, 2025

हिंदी से अंग्रेजी और अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद के सिद्धांत - परिष्कृत नोट्स हिंदी से अंग्रेजी और अंग्रेजी से हिंदी...

Next Post

आधुनिक काल (Modern Period in Hindi Literature)

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhnd

स्वतंत्रता संग्राम में उत्तराखंड की भूमिका (Role of Uttarakhand in the Freedom Struggle)

June 4, 2025
Polity

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court)

May 27, 2025
Quiz

गुप्त काल: प्रशासन (Gupta Period: Administration)

May 25, 2025
uncategorized

Protected: test

May 25, 2025
Placeholder Square Image

Visit Google.com for more information.

स्वतंत्रता संग्राम में उत्तराखंड की भूमिका (Role of Uttarakhand in the Freedom Struggle)

June 4, 2025

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court)

May 27, 2025

गुप्त काल: प्रशासन (Gupta Period: Administration)

May 25, 2025

Protected: test

May 25, 2025

हिंदी लोकोक्तियाँ और उनके प्रयोग

May 24, 2025

मुहावरे और उनके अर्थ

May 24, 2025
  • Contact us
  • Disclaimer
  • Register
  • Login
  • Privacy Policy
: whatsapp us on +918057391081 E-mail: setupragya@gmail.com
No Result
View All Result
  • Home
  • Hindi
  • History
  • Geography
  • General Science
  • Uttarakhand
  • Economics
  • Environment
  • Static Gk
  • Quiz
  • Polity
  • Computer
  • Login
  • Contact us
  • Privacy Policy

© 2024 GyanPragya - ArchnaChaudhary.