BRICS और भारत के लिए इसका महत्व (BRICS and Its Importance for India)
🌏BRICS का परिचय (Introduction to BRICS)
- स्थापना: BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa) की स्थापना 2009 में हुई, जिसमें दक्षिण अफ्रीका 2010 में शामिल हुआ। इसका उद्देश्य प्रमुख उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं को एकजुट करना है।
- सदस्य देश: ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका (2010 में शामिल)।
- उद्देश्य: BRICS का उद्देश्य विकासशील देशों के हितों की रक्षा करना और वैश्विक मंच पर उनकी सामूहिक आवाज को मजबूत करना है।
💼BRICS के प्रमुख उद्देश्य (Key Objectives of BRICS)
- आर्थिक विकास: व्यापार और निवेश में वृद्धि के माध्यम से सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना। 2023 में, BRICS के सदस्य देशों का कुल GDP 27.6 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक था, जो वैश्विक GDP का लगभग 30% है।
- वित्तीय स्थिरता: डॉलर पर निर्भरता कम करने और विकासशील देशों के लिए आर्थिक विकल्प प्रदान करने के लिए नई वित्तीय संस्थाओं की स्थापना। 2014 में स्थापित न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) का मुख्यालय शंघाई, चीन में स्थित है।
- सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध: सदस्य देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और समझ को बढ़ावा देना। 2022 में BRICS सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किया गया था।
- सुरक्षा और शांति: 2023 में BRICS ने सामूहिक साइबर सुरक्षा पहल की घोषणा की, जिसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच साइबर अपराध से निपटने में सहयोग बढ़ाना है।
🏦प्रमुख संस्थान और पहल (Key Institutions and Initiatives)
- न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB): 2014 में स्थापित, यह बैंक बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। 2021 में, NDB ने यूएई, उरुग्वे, और बांग्लादेश को नए सदस्य के रूप में शामिल किया।
- BRICS समिट: 2024 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, डिजिटल अर्थव्यवस्था, और अफ्रीका में विकास के मुद्दों पर चर्चा की गई।
- BRICS भुगतान प्रणाली: 2023 में BRICS ने अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच वित्तीय लेन-देन को सुगम बनाना है।
- कृषि अनुसंधान और विकास केंद्र: 2016 में स्थापित। 2023 में केंद्र ने जलवायु-अनुकूल फसलों पर शोध की पहल की।
- BRICS क्षेत्रीय कार्यालय: 2019 में पहला क्षेत्रीय कार्यालय जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में खोला गया। 2022 में मास्को और ब्राजीलिया में भी क्षेत्रीय कार्यालय खोले गए।
🇮🇳भारत के लिए BRICS का महत्व (Importance of BRICS for India)
- आर्थिक सहयोग: 2023 में NDB ने भारत को $500 मिलियन का ऋण स्वीकृत किया, जिसका उपयोग सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए किया जा रहा है।
- वैश्विक मंच पर मजबूती: BRICS के माध्यम से भारत को वैश्विक मंच पर अपनी आवाज को मजबूत करने का अवसर मिलता है।
- रक्षा और सुरक्षा: 2024 में आयोजित BRICS सुरक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत ने आतंकवाद विरोधी रणनीतियों पर जोर दिया।
- अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता: बहु-ध्रुवीयता को बढ़ावा देना भारत के लिए वैश्विक शक्ति संतुलन में महत्वपूर्ण है।
- चीन के साथ संतुलन: 2024 में, भारत और चीन के बीच BRICS के माध्यम से कई व्यापारिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
🌐BRICS की वैश्विक चुनौतियाँ और भविष्य (Global Challenges and Future of BRICS)
- आंतरिक असमानता: ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्थाओं में स्थिरता की कमी BRICS की सामूहिक शक्ति को प्रभावित कर सकती है।
- सदस्य देशों के बीच तनाव: 2023 में, भारत और चीन ने सीमा विवाद पर समझौता वार्ता की।
- प्रभावशीलता बढ़ाना: BRICS को प्रभावी बनाने के लिए सहयोग और एकता पर जोर देना होगा।
- भविष्य की योजनाएँ: 2024 के शिखर सम्मेलन में अर्जेंटीना और सऊदी अरब को संभावित नए सदस्य के रूप में शामिल करने पर गंभीर चर्चा की गई।