भूकंप (Earthquakes)
🌍 1. परिचय (Introduction)
भूकंप पृथ्वी की सतह के नीचे अचानक ऊर्जा मुक्त होने से उत्पन्न होने वाला कंपन है। यह ऊर्जा पृथ्वी की प्लेटों के आपस में टकराने, खिसकने या टूटने से निकलती है।
⚡ 2. भूकंप के कारण (Causes of Earthquakes)
- टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधि: प्लेटों का टकराव, पृथक्करण या खिसकना।
- ज्वालामुखी गतिविधि: मैग्मा के ऊपर उठने से कंपन।
- मानव जनित कारण: खनन, बांध निर्माण, परमाणु विस्फोट।
- भूमिगत चट्टानों का टूटना: फॉल्ट लाइनों पर दबाव का मुक्त होना।
🌐 3. भूकंप के प्रकार (Types of Earthquakes)
- टेक्टोनिक भूकंप: पृथ्वी की प्लेटों की गतिविधि से उत्पन्न।
- ज्वालामुखी भूकंप: ज्वालामुखी विस्फोट के कारण।
- गर्तिक भूकंप: पृथ्वी के अंदर गुफाओं के ढहने से।
- मानव जनित भूकंप: मानव गतिविधियों के कारण।
🗺️ 4. भारत में भूकंप संभावित क्षेत्र (Seismic Zones in India)
भारत को भूकंपीय खतरे के आधार पर चार जोन में विभाजित किया गया है:
- जोन V: सबसे अधिक जोखिम वाला क्षेत्र। उत्तर-पूर्वी राज्य, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर का कुछ भाग, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह।
- जोन IV: उच्च जोखिम वाला क्षेत्र। जम्मू-कश्मीर का शेष भाग, दिल्ली, बिहार का उत्तरी भाग, उत्तर प्रदेश का पश्चिमी भाग, महाराष्ट्र का कुछ हिस्सा।
- जोन III: मध्यम जोखिम वाला क्षेत्र। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल का कुछ भाग।
- जोन II: कम जोखिम वाला क्षेत्र। देश का शेष भाग।
📜 5. भारत में प्रमुख भूकंप (Major Earthquakes in India)
वर्ष | स्थान | रिक्टर स्केल पर तीव्रता | प्रभाव |
---|---|---|---|
1897 | शिलांग, असम | 8.7 | 1,542 लोगों की मृत्यु |
1934 | बिहार-नेपाल सीमा | 8.1 | 10,700 लोगों की मृत्यु |
1950 | असम-तिब्बत | 8.6 | 1,526 लोगों की मृत्यु |
1993 | लातूर, महाराष्ट्र | 6.4 | 7,928 लोगों की मृत्यु |
2001 | भुज, गुजरात | 7.7 | 20,000 से अधिक लोगों की मृत्यु |
2015 | नेपाल भूकंप (भारत प्रभावित) | 7.8 | भारत में 80 से अधिक लोगों की मृत्यु |
📏 6. भूकंप मापन पैमाने (Earthquake Measurement Scales)
- रिक्टर स्केल: भूकंप की तीव्रता मापने का पैमाना, जिसे 1935 में चार्ल्स रिक्टर ने विकसित किया।
- मर्कैली स्केल: भूकंप के प्रभाव और क्षति के आधार पर मापने का पैमाना, 12 बिंदुओं का पैमाना।
- मोमेंट मैग्निट्यूड स्केल: बड़े भूकंपों के लिए अधिक सटीक मापन, रिक्टर स्केल का उन्नत संस्करण।
🏗️ 7. भूकंप से बचाव और तैयारी (Preparedness and Mitigation)
- भूकंप रोधी निर्माण: भवनों को भूकंप रोधी तकनीकों से बनाना।
- आपदा प्रबंधन योजना: सरकार और संस्थाओं द्वारा आपदा प्रबंधन नीतियाँ।
- जन जागरूकता: लोगों को भूकंप के दौरान और बाद में क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी देना।
- प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली: भूकंप की सूचना शीघ्रता से प्रसारित करना।
📚 8. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- रिक्टर स्केल पर प्रत्येक 1 अंक की वृद्धि ऊर्जा में 10 गुना वृद्धि को दर्शाती है।
- भारत में सबसे अधिक भूकंप संभावित क्षेत्र: उत्तर-पूर्वी राज्य और हिमालयी क्षेत्र।
- भूकंप के केंद्र (Focus) को हाइपोसेंटर कहते हैं, और सतह पर ठीक ऊपर के बिंदु को एपिसेंटर।
- भूकंप के अध्ययन को सीस्मोलॉजी कहते हैं।
- भारत में भूकंप की निगरानी के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) प्रमुख संस्था है।
🌐 9. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- प्लेट टेक्टोनिक्स सिद्धांत के अनुसार, पृथ्वी की बाहरी परत कई प्लेटों से बनी है जो गतिशील हैं।
- सबडक्शन ज़ोन में भूकंप की संभावना अधिक होती है।
- सुनामी भी भूकंप का एक परिणाम हो सकता है, विशेष रूप से समुद्र के नीचे आने वाले भूकंपों से।
भूकंप (Earthquakes) Quiz
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) पेस्कल: यह दबाव की इकाई है। – (c) स्कोपिक स्केल: ऐसा कोई पैमाना नहीं है। – (d) बारोमीटर: यह वायुदाब मापने का उपकरण है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) फोकस: यह वह बिंदु है जहां भूकंप उत्पन्न होता है, लेकिन यह जमीन के नीचे होता है। – (c) क्रस्ट: यह पृथ्वी की बाहरी परत है। – (d) मैग्मा: यह पिघला हुआ पत्थर होता है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) बैरोमीटर: यह वायुदाब मापता है। – (c) हाइग्रोमीटर: यह नमी मापता है। – (d) थर्मामीटर: यह तापमान मापता है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) सूर्य की किरणें: इनका भूकंप से कोई संबंध नहीं है। – (c) वायुदाब: इसका भी भूकंप से सीधा संबंध नहीं है। – (d) भारी वर्षा: वर्षा के कारण भूकंप नहीं होते।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) दक्षिण भारत: यहाँ भूकंप कम होते हैं। – (b) पश्चिमी घाट: यहाँ भी भूकंप की प्रवृत्ति कम होती है। – (d) गंगा के मैदान: यहाँ मध्यम तीव्रता के भूकंप हो सकते हैं।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – अन्य विकल्प गलत हैं क्योंकि रिक्टर स्केल 1 से 10 तक होता है।