अधातुओं से संबंधित परीक्षा-उपयोगी तथ्य (भाग 2)
- कार्बन डेटिंग: जीवाश्मों और पुरातात्विक नमूनों की आयु का पता लगाने के लिए कार्बन के रेडियोधर्मी समस्थानिक कार्बन-14 (C-14) का उपयोग किया जाता है।
- अक्रिय गैसों की खोज: अक्रिय गैसों की खोज का श्रेय विलियम रैमसे (William Ramsay) को दिया जाता है।
- गोताखोरों द्वारा उपयोग: गहरे समुद्र में गोताखोर ऑक्सीजन के साथ हीलियम (He) का मिश्रण उपयोग करते हैं ताकि उच्च दाब पर नाइट्रोजन रक्त में न घुले।
- हाइड्रोजनीकरण: वनस्पति तेलों से वनस्पति घी (डालडा) बनाने की प्रक्रिया में हाइड्रोजन (H2) गैस का उपयोग होता है।
- अम्लों का अनिवार्य घटक: हाइड्रोजन (H) सभी अम्लों का एक अनिवार्य घटक है।
- बोरेक्स (Suhaga): यह बोरॉन (B) का एक यौगिक ($Na_2B_4O_7 \cdot 10H_2O$) है, जिसका उपयोग कांच और साबुन उद्योग में होता है।
- बोरिक एसिड (H3BO3): इसका उपयोग एक हल्के एंटीसेप्टिक के रूप में किया जाता है।
- सबसे प्रबल अम्ल: फ्लोरोएंटीमोनिक एसिड (HSbF6) ज्ञात सबसे प्रबल सुपरएसिड है।
- कांच पर लिखने के लिए: हाइड्रोजन फ्लोराइड (HF) का उपयोग कांच पर नक़्क़ाशी करने या लिखने के लिए किया जाता है।
- टेफ्लॉन: टेफ्लॉन, जो नॉन-स्टिक बर्तनों में उपयोग होता है, फ्लोरीन (F) का एक कार्बनिक यौगिक (पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथीन) है।
- ब्लीचिंग पाउडर: ब्लीचिंग पाउडर ($CaOCl_2$) में विरंजन गुण क्लोरीन (Cl) के कारण होता है।
- क्लोरोफॉर्म (CHCl3): इसका उपयोग पहले निश्चेतक (anesthetic) के रूप में किया जाता था, लेकिन अब इसके विषैले प्रभाव के कारण इसका उपयोग बंद हो गया है।
- फॉस्जीन गैस: सूर्य के प्रकाश में क्लोरोफॉर्म, ऑक्सीजन से क्रिया करके फॉस्जीन (COCl2) नामक एक अत्यंत विषैली गैस बनाता है।
- डी.डी.टी. (DDT): यह क्लोरीन युक्त पहला आधुनिक कीटनाशक था, जिसे अब प्रतिबंधित कर दिया गया है।
- आयोडीन का टिंक्चर: यह आयोडीन का अल्कोहल और पानी में एक एंटीसेप्टिक विलयन है।
- समुद्री खरपतवार: समुद्री खरपतवार आयोडीन (I) का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
- सिलिकॉन वैली: कैलिफोर्निया की ‘सिलिकॉन वैली’ का नाम सिलिकॉन (Si) पर आधारित है, जो कंप्यूटर चिप उद्योग का आधार है।
- क्वार्ट्ज (Quartz): यह सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO2) का क्रिस्टलीय रूप है।
- सिलिकोसिस: सिलिका की धूल में लंबे समय तक सांस लेने से होने वाली फेफड़ों की बीमारी को सिलिकोसिस कहते हैं।
- सिलिकॉन कार्बाइड (SiC): इसे कार्बोरंडम भी कहते हैं और यह हीरे के बाद दूसरा सबसे कठोर पदार्थ है।
- फोटोइलेक्ट्रिक सेल: सेलेनियम (Se) का उपयोग फोटोइलेक्ट्रिक सेल में किया जाता है क्योंकि यह प्रकाश पड़ने पर विद्युत का संचालन करता है।
- बालों और नाखूनों में: हमारे बालों और नाखूनों में सल्फर (S) युक्त केराटिन प्रोटीन पाया जाता है।
- रबड़ के टायर का रंग: रबर के टायर का रंग काला कार्बन ब्लैक मिलाने के कारण होता है, जो उन्हें मजबूती प्रदान करता है।
- ग्रेफीन (Graphene): यह कार्बन का एक द्वि-आयामी अपरूप है और ज्ञात सबसे मजबूत पदार्थों में से एक है।
- फुलरीन (C-60): कार्बन के इस अपरूप की संरचना एक फुटबॉल की तरह होती है और इसे ‘बकीबॉल’ भी कहते हैं।
- कार्बन मोनोऑक्साइड (CO): यह एक विषैली गैस है जो हीमोग्लोबिन के साथ मिलकर ऑक्सीजन के परिवहन को रोकती है।
- ग्रीनहाउस गैसें: कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), मीथेन (CH4), और नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) प्रमुख ग्रीनहाउस गैसें हैं।
- सोडा-वाटर: सोडा-वाटर की बोतलों में उच्च दाब पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस घुली होती है।
- अग्नि शामक: आग बुझाने वाले यंत्रों में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का उपयोग किया जाता है क्योंकि यह हवा से भारी और अज्वलनशील है।
- नाइट्रोजन स्थिरीकरण: वायुमंडलीय नाइट्रोजन को नाइट्रेट्स में बदलने की प्रक्रिया, जिसे नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहते हैं, राइजोबियम बैक्टीरिया द्वारा की जाती है।
- विद्युत आर्क वेल्डिंग: वेल्डिंग के दौरान अक्रिय वातावरण प्रदान करने के लिए आर्गन (Ar) गैस का उपयोग किया जाता है।
- कैमरे का फ्लैश: पुराने कैमरों के फ्लैश बल्ब में क्रिप्टन (Kr) या जेनॉन (Xe) गैस का उपयोग किया जाता था।
- हाइड्रोजन का भविष्य: हाइड्रोजन को इसके उच्च ऊर्जा मान और शून्य प्रदूषण के कारण ‘भविष्य का ईंधन’ माना जाता है।
- हाइड्रोजन बम: हाइड्रोजन बम नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) के सिद्धांत पर आधारित है।
- सूर्य की ऊर्जा: सूर्य और तारों की ऊर्जा का स्रोत हाइड्रोजन परमाणुओं का नाभिकीय संलयन है।
- अम्लीय ऑक्साइड: अधातुओं के ऑक्साइड सामान्यतः अम्लीय प्रकृति के होते हैं।
- उदासीन ऑक्साइड: कुछ अधातु ऑक्साइड जैसे CO, N2O, और NO उदासीन होते हैं।
- सबसे हल्की अक्रिय गैस: हीलियम (He) सबसे हल्की अक्रिय गैस है।
- सबसे अधिक यौगिक बनाने वाला तत्व: कार्बन (C) श्रृंखलन (catenation) के अपने अद्वितीय गुण के कारण सबसे अधिक संख्या में यौगिक बनाता है।
- फास्फीन (PH3): यह एक अत्यंत विषैली गैस है जिसका उपयोग धूम्र पट (smoke screens) बनाने में किया जाता है।
- H2S की गंध: हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S) गैस में सड़े हुए अंडे जैसी गंध होती है।
- SO2 की गंध: सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) में जलते हुए सल्फर की तीव्र गंध होती है।
- ऑक्सी-एसिटिलीन ज्वाला: ऑक्सीजन और एसिटिलीन का मिश्रण वेल्डिंग के लिए उपयोग की जाने वाली बहुत गर्म ज्वाला उत्पन्न करता है।
- बोरॉन कार्बाइड (B4C): यह एक अत्यंत कठोर पदार्थ है जिसका उपयोग बुलेटप्रूफ जैकेट और टैंक के कवच बनाने में होता है।
- बोरॉन नाइट्राइड (BN): इसकी संरचना ग्रेफाइट के समान होती है और इसे ‘अकार्बनिक ग्रेफाइट’ कहा जाता है।
- सिलिकॉन जेल (Silica Gel): इसका उपयोग नमी को अवशोषित करने के लिए शोषक (desiccant) के रूप में किया जाता है।
- टेल्कम पाउडर: यह सिलिकेट खनिज ‘टैल्क’ से बना होता है।
- एस्बेस्टस: यह भी एक सिलिकेट खनिज है, जो अग्निरोधी होता है लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
- सबसे अधिक अभिक्रियाशील अधातु: फ्लोरीन (F) सबसे अधिक अभिक्रियाशील अधातु है।
अभ्यास प्रश्न (MCQs)
1. जीवाश्मों की आयु ज्ञात करने के लिए कार्बन के किस समस्थानिक का उपयोग किया जाता है?
2. कांच पर नक़्क़ाशी करने के लिए किस यौगिक का उपयोग किया जाता है?
3. गहरे समुद्र में गोताखोरों द्वारा श्वसन के लिए ऑक्सीजन के साथ कौन सी अक्रिय गैस मिलाई जाती है?
4. ‘बकीबॉल’ किस तत्व का एक अपरूप है?
5. हाइड्रोजन बम किस सिद्धांत पर आधारित है?
6. निम्नलिखित में से कौन सा ऑक्साइड उदासीन है?
7. ‘अकार्बनिक ग्रेफाइट’ किसे कहा जाता है?
8. सड़े हुए अंडे जैसी गंध वाली गैस कौन सी है?