पृथ्वी की गति (Movements of Earth)
परिचय (Introduction)
पृथ्वी (Earth) अंतरिक्ष में गतिशील है और दो प्रमुख गतियों का प्रदर्शन करती है: घूर्णन (Rotation) और परिक्रमण (Revolution)। ये गतियाँ पृथ्वी पर मौसम, दिन-रात, और वर्ष की लंबाई को प्रभावित करती हैं।
पृथ्वी की प्रमुख गतियाँ (Major Movements of Earth)
पृथ्वी की दो मुख्य गतियाँ हैं:
1. घूर्णन (Rotation)
- पृथ्वी अपनी धुरी (Axis) पर घूमती है।
- घूर्णन की अवधि लगभग 24 घंटे है, जिसे एक दिन कहा जाता है।
- घूर्णन दिशा पश्चिम से पूर्व (West to East) है।
- घूर्णन के कारण दिन और रात होते हैं।
- पृथ्वी की धुरी 23.5 डिग्री झुकी हुई है।
2. परिक्रमण (Revolution)
- पृथ्वी सूर्य के चारों ओर अंडाकार कक्षा में घूमती है।
- परिक्रमण की अवधि लगभग 365.25 दिन है, जिसे एक वर्ष कहा जाता है।
- परिक्रमण के कारण मौसम बदलते हैं।
- पृथ्वी की कक्षा एक अंडाकार (Ellipse) है, जिसके कारण पृथ्वी सूर्य से कभी निकट (Perihelion) और कभी दूर (Aphelion) होती है।
घूर्णन के प्रभाव (Effects of Rotation)
- दिन और रात का क्रम।
- कोरिओलिस प्रभाव (Coriolis Effect): पवन और महासागरीय धाराओं का विचलन।
- केंद्रापसारक बल (Centrifugal Force): भूमध्य रेखा पर पृथ्वी का उभार।
- स्थानीय समय का निर्धारण।
परिक्रमण के प्रभाव (Effects of Revolution)
- मौसम (Seasons) का परिवर्तन।
- दिन के समय की लंबाई में परिवर्तन।
- विभिन्न अक्षांशों पर सूर्य की स्थिति में परिवर्तन।
- सूर्य की ऊंचाई में परिवर्तन जिससे तापमान प्रभावित होता है।
मौसमों का निर्माण (Formation of Seasons)
पृथ्वी की धुरी के झुकाव और सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के कारण मौसम बदलते हैं।
मुख्य मौसम संबंधी घटनाएँ (Key Seasonal Events)
- विषुव (Equinoxes):
- वसंत विषुव (Spring Equinox): 21 मार्च के आसपास।
- शरद विषुव (Autumnal Equinox): 23 सितंबर के आसपास।
- इन दिनों दिन और रात की लंबाई लगभग बराबर होती है।
- अयनांत (Solstices):
- ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstice): 21 जून के आसपास, उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन।
- शीत अयनांत (Winter Solstice): 22 दिसंबर के आसपास, उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटा दिन।
पृथ्वी की धुरी का झुकाव (Tilt of Earth’s Axis)
- धुरी का झुकाव 23.5 डिग्री है।
- यह झुकाव मौसमों के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाता है।
- अगर धुरी का झुकाव नहीं होता, तो मौसमों में परिवर्तन नहीं होता।
अपसौर और उपसौर (Aphelion and Perihelion)
- अपसौर (Aphelion): जब पृथ्वी सूर्य से सबसे दूर होती है, लगभग 4 जुलाई के आसपास।
- उपसौर (Perihelion): जब पृथ्वी सूर्य के सबसे निकट होती है, लगभग 3 जनवरी के आसपास।
- अपसौर और उपसौर का मौसमों पर सीधा प्रभाव नहीं है।
सौर दिवस और नाक्षत्र दिवस (Solar Day and Sidereal Day)
- सौर दिवस (Solar Day): सूर्य के संबंध में एक पूर्ण घूर्णन, लगभग 24 घंटे।
- नाक्षत्र दिवस (Sidereal Day): दूरस्थ तारों के संबंध में एक पूर्ण घूर्णन, लगभग 23 घंटे 56 मिनट।
- यह अंतर पृथ्वी के परिक्रमण के कारण है।
कोरिओलिस प्रभाव (Coriolis Effect)
- पृथ्वी के घूर्णन के कारण पवन और महासागरीय धाराओं का दिशा में विचलन।
- उत्तरी गोलार्ध में दाईं ओर और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर विचलन होता है।
- यह प्रभाव मौसम विज्ञान और विमानन में महत्वपूर्ण है।
अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line)
- यह 180 डिग्री देशांतर पर स्थित एक काल्पनिक रेखा है।
- इस रेखा को पार करने पर तिथि में एक दिन का अंतर होता है।
- यह रेखा भूमि से बचने के लिए थोड़ी घुमावदार है।
समय मंडल (Time Zones)
- पृथ्वी को 24 समय मंडलों में विभाजित किया गया है।
- प्रत्येक समय मंडल 15 डिग्री देशांतर पर आधारित है।
- समय मंडलों का निर्धारण घूर्णन के कारण होता है।
सूर्य के दैनिक और वार्षिक गति (Apparent Motion of the Sun)
- पृथ्वी के घूर्णन के कारण सूर्य पूर्व से पश्चिम की ओर जाता हुआ प्रतीत होता है।
- पृथ्वी के परिक्रमण के कारण सूर्य का स्थान वर्ष भर बदलता है।
- यह परिवर्तन कृषि और मौसम के लिए महत्वपूर्ण है।
चंद्रमा की गति (Movements of the Moon)
- चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमण करता है।
- परिक्रमण की अवधि लगभग 27.3 दिन है।
- चंद्रमा की गति के कारण ज्वार-भाटा (Tides) होते हैं।
ज्वार-भाटा (Tides)
- पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण के कारण महासागरीय जल का उठाव और गिराव।
- प्रकार:
- अमावस्या और पूर्णिमा के ज्वार (Spring Tides): उच्चतम ज्वार।
- अर्धचंद्र के ज्वार (Neap Tides): न्यूनतम ज्वार।
परीक्षा उपयोगी तथ्य (Exam-Relevant Facts)
- पृथ्वी का घूर्णन पश्चिम से पूर्व होता है, इसलिए सूर्य पूर्व में उदय होता है।
- पृथ्वी की घूर्णन गति भूमध्य रेखा पर लगभग 1,670 किमी/घंटा है।
- पृथ्वी की परिक्रमण गति लगभग 107,000 किमी/घंटा है।
- विषुव पर दिन और रात की लंबाई समान होती है।
- अयनांत पर सूर्य की किरणें कर्क और मकर रेखा पर सीधी पड़ती हैं।
- पृथ्वी के घूर्णन के कारण समय मंडलों का निर्धारण होता है।
- कोरिओलिस प्रभाव के कारण उत्तरी गोलार्ध में चक्रवात वामावर्त और दक्षिणी गोलार्ध में दक्षिणावर्त घूमते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा पार करने पर तिथि में एक दिन का अंतर होता है।
- चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी पर ज्वार-भाटा उत्पन्न करती है।
- पृथ्वी की धुरी के झुकाव के कारण मौसमों में परिवर्तन होता है, न कि सूर्य से दूरी के कारण।