महाद्वीपों की आर्थिक विशेषताएं (Economic Features of Continents)
प्राकृतिक संसाधन (Natural Resources)
महाद्वीपों की अर्थव्यवस्था में उनके प्राकृतिक संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:
- एशिया: पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, कोयला, और बहुमूल्य धातुएं (सोना, तांबा, और टिन)।
- अफ्रीका: हीरे, सोना, प्लेटिनम, और यूरेनियम जैसे खनिज संसाधनों के लिए प्रसिद्ध।
- उत्तरी अमेरिका: शेल गैस, तेल भंडार, और कृषि योग्य भूमि।
- दक्षिण अमेरिका: लिथियम भंडार, वर्षावनों से लकड़ी और बायोमास, और तांबा उत्पादन।
- अंटार्कटिका: बर्फ और ताजे पानी के विशाल भंडार।
- यूरोप: लौह अयस्क, कोयला, और औद्योगिक खनिजों के लिए जाना जाता है।
- ऑस्ट्रेलिया: बॉक्साइट, लौह अयस्क, और सोने का प्रमुख निर्यातक।
कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र (Agriculture, Industry, and Service Sectors)
प्रत्येक महाद्वीप के कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों का योगदान उनकी अर्थव्यवस्था को परिभाषित करता है:
- कृषि (Agriculture):
- एशिया: चावल, गेहूं, और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक।
- अफ्रीका: कोको, कॉफी, और मूंगफली के निर्यात के लिए प्रसिद्ध।
- दक्षिण अमेरिका: सोया, गन्ना, और मक्का का बड़ा उत्पादक।
- यूरोप: गेहूं, जौ, और अंगूर उत्पादन के लिए जाना जाता है।
- उद्योग (Industry):
- उत्तरी अमेरिका: उन्नत विनिर्माण और प्रौद्योगिकी।
- यूरोप: ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस, और रसायन उद्योग।
- एशिया: इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र, और भारी उद्योग।
- ऑस्ट्रेलिया: खनन और ऊर्जा उत्पादन।
- सेवा क्षेत्र (Service Sector):
- यूरोप: बैंकिंग, वित्त, और पर्यटन का प्रमुख केंद्र।
- उत्तरी अमेरिका: आईटी और स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी।
- एशिया: आउटसोर्सिंग और डिजिटल सेवाएं।
परीक्षापयोगी तथ्य
- अफ्रीका दुनिया के 40% सोने का उत्पादन करता है।
- दक्षिण अमेरिका लिथियम का सबसे बड़ा निर्यातक है, जो बैटरी निर्माण में उपयोग होता है।
- एशिया दुनिया का सबसे बड़ा चावल और गेहूं उत्पादक है।
- ऑस्ट्रेलिया बॉक्साइट का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो एल्यूमीनियम उत्पादन में उपयोग होता है।
- यूरोप में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं का वैश्विक योगदान 25% है।