दक्षिण चीन सागर (South China Sea)
दक्षिण चीन सागर का परिचय
दक्षिण चीन सागर (South China Sea) प्रशांत महासागर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से घिरा हुआ है। यह सागर समुद्री व्यापार, जैव विविधता और खनिज संसाधनों के लिए जाना जाता है।
पड़ोसी देश (Neighbouring Countries)
दक्षिण चीन सागर से जुड़े प्रमुख देश:
- उत्तर: चीन
- पूर्व: फिलीपींस
- दक्षिण: मलेशिया, ब्रुनेई
- पश्चिम: वियतनाम
नदियाँ और जलसंधियाँ (Rivers and Straits)
दक्षिण चीन सागर में गिरने वाली प्रमुख नदियाँ और जलसंधियाँ:
- नदियाँ: मेकांग नदी (Mekong River), पर्ल नदी (Pearl River)।
- जलसंधियाँ: मलक्का जलसंधि (Strait of Malacca), लुजॉन जलसंधि (Luzon Strait)।
विशेषताएँ (Special Features)
दक्षिण चीन सागर की प्रमुख विशेषताएँ:
- यह दुनिया का दूसरा सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्ग है।
- इस सागर के तल में विशाल तेल और गैस भंडार मौजूद हैं।
- यह सागर प्रवाल भित्तियों और समुद्री जीवन की समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है।
समुद्री द्वीप (Islands)
दक्षिण चीन सागर में स्थित प्रमुख द्वीप:
- स्प्रैटली द्वीप समूह (Spratly Islands)
- पैरासेल द्वीप समूह (Paracel Islands)
- हाइनान द्वीप (Hainan Island)
जलवायु (Climate)
दक्षिण चीन सागर का जलवायु:
- उष्णकटिबंधीय जलवायु, मानसून और चक्रवात का प्रभाव।
- तापमान आमतौर पर 25°C से 30°C के बीच रहता है।
- समुद्री तूफानों का खतरा वर्ष के अधिकांश समय रहता है।