आपदा जोखिम न्यूनीकरण (Disaster Risk Reduction)
अंतरराष्ट्रीय प्रयास और नीतियाँ (International Efforts and Policies)
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए कई अंतरराष्ट्रीय प्रयास और नीतियाँ बनाई गई हैं, जिनका उद्देश्य प्राकृतिक और मानवजनित आपदाओं के प्रभाव को कम करना है:
- ह्योगो फ्रेमवर्क (Hyogo Framework): 2005-2015 के दौरान आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय समझौता।
- सेंडाई फ्रेमवर्क (Sendai Framework): 2015-2030 के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण का वैश्विक मार्गदर्शक।
- पेरिस समझौता (Paris Agreement): जलवायु परिवर्तन से संबंधित आपदाओं को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पहल।
- संयुक्त राष्ट्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (UNDRR): वैश्विक नीतियों का समन्वय।
सेंडाई फ्रेमवर्क (Sendai Framework)
सेंडाई फ्रेमवर्क 2015 में जापान के सेंडाई शहर में अपनाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य आपदा जोखिम को कम करना और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना है। इसके चार प्राथमिक लक्ष्य हैं:
- जोखिम को समझना: आपदाओं के कारणों और प्रभावों का अध्ययन।
- जोखिम को प्रबंधित करना: मजबूत नीतियों और संरचनाओं का निर्माण।
- तैयारी बढ़ाना: आपदा प्रबंधन की क्षमता को मजबूत करना।
- पुनर्निर्माण और पुनर्बहाली: आपदाओं के बाद तेजी से पुनर्निर्माण।
सतत विकास लक्ष्य (Sustainable Development Goals – SDGs)
सतत विकास लक्ष्य (SDGs) 2015 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित किए गए थे। इनमें आपदा जोखिम न्यूनीकरण को कई लक्ष्यों में शामिल किया गया है:
- लक्ष्य 1: गरीबी उन्मूलन, जो आपदा से प्रभावित लोगों की सुरक्षा पर ध्यान देता है।
- लक्ष्य 11: टिकाऊ शहरों और समुदायों का विकास।
- लक्ष्य 13: जलवायु कार्रवाई, जो जलवायु से संबंधित आपदाओं को कम करने पर केंद्रित है।
- लक्ष्य 15: स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण, जो पर्यावरणीय आपदाओं को रोकने में मदद करता है।