प्रमुख सागर (Major Seas)
विश्व के प्रमुख सागर महासागरों के हिस्से हैं जो भूमि से घिरे हुए हैं और विभिन्न देशों और महाद्वीपों को जोड़ते हैं। ये सागर व्यापार, पर्यावरण और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
विश्व के प्रमुख सागर
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भूमध्य सागर (Mediterranean Sea):
स्थान: यूरोप, एशिया और अफ्रीका के बीच।
संयोजन: अटलांटिक महासागर से जिब्राल्टर जलडमरूमध्य (Strait of Gibraltar) द्वारा जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: स्पेन, फ्रांस, इटली, ग्रीस, तुर्की, मिस्र आदि।
महत्व: प्राचीन सभ्यताओं का उद्गम स्थल, व्यापार और पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण।यह विश्व का सबसे बड़ा अंतर्देशीय सागर है।
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लाल सागर (Red Sea):
स्थान: अफ्रीका और एशिया के बीच।
संयोजन: दक्षिण में बाब-एल-मंदेब जलडमरूमध्य से हिंद महासागर से जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: मिस्र, सूडान, सऊदी अरब, यमन आदि।
महत्व: स्वेज नहर के माध्यम से यूरोप और एशिया के बीच समुद्री मार्ग।यह विश्व का सबसे गर्म और खारे पानी वाला सागर है।
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काला सागर (Black Sea):
स्थान: पूर्वी यूरोप और पश्चिमी एशिया के बीच।
संयोजन: बोस्फोरस जलडमरूमध्य से मार्मरा सागर और फिर डार्डानेल्स से भूमध्य सागर से जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: तुर्की, रूस, यूक्रेन, बुल्गारिया आदि।
महत्व: व्यापार और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण।इसका पानी ऑक्सीजन की कमी के कारण गहरा है।
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बाल्टिक सागर (Baltic Sea):
स्थान: उत्तरी यूरोप में।
संयोजन: उत्तरी सागर से डेनमार्क की जलडमरूमध्य से जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: स्वीडन, फिनलैंड, रूस, पोलैंड आदि।
महत्व: व्यापार और नौवहन के लिए महत्वपूर्ण।यह दुनिया का सबसे बड़ा ब्रैकिश (खारे और मीठे पानी का मिश्रण) सागर है।
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कैरेबियन सागर (Caribbean Sea):
स्थान: अटलांटिक महासागर का हिस्सा, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के बीच।
संयोजन: पनामा नहर से प्रशांत महासागर से जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: क्यूबा, जमैका, प्यूर्टो रिको, वेनेजुएला आदि।
महत्व: पर्यटन, जैव विविधता और नौवहन के लिए महत्वपूर्ण।यह दुनिया के सबसे बड़े समुद्री जीवन वाले क्षेत्रों में से एक है।
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दक्षिण चीन सागर (South China Sea):
स्थान: पश्चिमी प्रशांत महासागर में।
संयोजन: ताइवान जलडमरूमध्य से पूर्वी चीन सागर से जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: चीन, वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया आदि।
महत्व: प्राकृतिक संसाधनों और नौवहन मार्गों के कारण रणनीतिक महत्व।यह विश्व का सबसे व्यस्त नौवहन मार्गों में से एक है।
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अरब सागर (Arabian Sea):
स्थान: हिंद महासागर का उत्तर-पश्चिमी हिस्सा।
संयोजन: ओमान की खाड़ी से फारस की खाड़ी से जुड़ा है।
स्पर्श करने वाले देश: भारत, पाकिस्तान, ओमान, यमन आदि।
महत्व: व्यापारिक मार्ग और तेल परिवहन के लिए महत्वपूर्ण।सिन्धु नदी इसी सागर में गिरती है।
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कैस्पियन सागर (Caspian Sea):
स्थान: यूरोप और एशिया के बीच।
संयोजन: अंतर्देशीय सागर, किसी महासागर से नहीं जुड़ा।
स्पर्श करने वाले देश: रूस, ईरान, कज़ाखस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अज़रबैजान।
महत्व: तेल और गैस संसाधनों के लिए महत्वपूर्ण।यह दुनिया का सबसे बड़ा अंतर्देशीय जल निकाय है।
सागरों का महत्व
- व्यापारिक मार्ग: सागर नौवहन के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय व्यापार को सुगम बनाते हैं।
- संसाधन: मछली पकड़ना, तेल और गैस जैसी प्राकृतिक संसाधनों के स्रोत।
- पर्यटन: सागरों के किनारे पर्यटन स्थलों का विकास होता है।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान: सागरों के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों का मेलजोल होता है।
एक-पंक्ति तथ्य (One-liner Facts)
- भूमध्य सागर को “महासागरों के बीच का सागर” कहा जाता है।
- लाल सागर का नाम इसके लाल शैवाल के कारण पड़ा है।
- काला सागर में कम लवणता के कारण सतह पर मीठा पानी है।
- कैस्पियन सागर वास्तव में एक झील है, लेकिन अपने विशाल आकार के कारण इसे सागर कहा जाता है।
- दक्षिण चीन सागर में द्वीपों को लेकर क्षेत्रीय विवाद हैं।