1. स्थापना (Establishment)
- स्थापना (Founded): जुलाई 1944, ब्रेटन वुड्स सम्मेलन (Bretton Woods Conference) में।
- कार्य शुरू: 27 दिसंबर, 1945।
- मुख्यालय (Headquarters): वाशिंगटन डी.सी., अमेरिका।
- संस्थापक सदस्य: 44 देश।
- मूल नाम: अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (International Bank for Reconstruction and Development – IBRD)।
- मौजूदा सदस्य: 189 देश (2023 तक)।
- अध्यक्ष (President): अजय बंगा (Ajay Banga) (2023 से)।
- प्रमुख उद्देश्य: विकासशील देशों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, गरीबी कम करना, और आधारभूत संरचना परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
तथ्य: विश्व बैंक का गठन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोपीय देशों के पुनर्निर्माण और विकासशील देशों की आर्थिक मदद के लिए किया गया था।
2. सदस्यता (Membership)
- सदस्य देश (Member Countries): 189 देश।
- सदस्य बनने की शर्तें (Membership Requirements):
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का सदस्य होना अनिवार्य है।
- देश को बैंक के उद्देश्यों और नीतियों को स्वीकार करना होगा।
- मतदान प्रणाली (Voting System):
- प्रत्येक सदस्य के पास बुनियादी वोट होते हैं।
- वोटों का निर्धारण सदस्य देश के आर्थिक योगदान (Subscribed Capital) के आधार पर होता है।
- भारत का स्थान (India’s Position):
- भारत 1945 में विश्व बैंक का संस्थापक सदस्य बना।
- भारत बैंक का एक बड़ा उधारकर्ता है।
3. विश्व बैंक का ढाँचा (Structure of World Bank)
विश्व बैंक समूह (World Bank Group) के प्रमुख संस्थान:
- अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (IBRD – International Bank for Reconstruction and Development)
- सबसे पुराना और मुख्य संस्थान।
- मध्यम आय वाले देशों और ऋणग्रस्त गरीब देशों को कर्ज और तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (IDA – International Development Association)
- सबसे गरीब देशों को बिना ब्याज वाला ऋण (Zero-Interest Loans) और अनुदान (Grants) प्रदान करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC – International Finance Corporation)
- निजी क्षेत्र के विकास के लिए निवेश और तकनीकी सहायता।
- बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (MIGA – Multilateral Investment Guarantee Agency)
- निवेशकों को राजनीतिक जोखिम से सुरक्षा प्रदान करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद समाधान केंद्र (ICSID – International Centre for Settlement of Investment Disputes)
- अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवादों का समाधान करता है।
4. कार्य (Functions of World Bank)
- आर्थिक विकास (Economic Development):
- विकासशील देशों में आधारभूत संरचना का विकास।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक कल्याण परियोजनाओं में निवेश।
- वित्तीय सहायता (Financial Assistance):
- गरीब और विकासशील देशों को कर्ज और अनुदान प्रदान करना।
- तकनीकी सहायता (Technical Assistance):
- नीतियों के निर्माण और क्रियान्वयन में तकनीकी सहायता।
- गरीबी उन्मूलन (Poverty Alleviation):
- गरीबी उन्मूलन परियोजनाओं का वित्तपोषण।
- तथ्य: 2030 तक चरम गरीबी को समाप्त करने का लक्ष्य।
- संरचनात्मक सुधार (Structural Adjustment Programs):
- आर्थिक सुधार और नीतिगत समर्थन।
- पर्यावरणीय सुरक्षा (Environmental Protection):
- पर्यावरणीय सुरक्षा और सतत विकास के लिए वित्तीय सहायता।
- मानवीय आपदा राहत (Disaster Relief):
- प्राकृतिक आपदाओं और संकट के बाद पुनर्निर्माण में मदद।
5. प्रमुख रिपोर्ट्स (Major Reports of World Bank)
- विश्व विकास रिपोर्ट (World Development Report – WDR):
- हर साल प्रकाशित।
- वैश्विक आर्थिक मुद्दों और विकास नीतियों का विश्लेषण।
- ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रिपोर्ट (Ease of Doing Business Report):
- व्यापार करने की सुविधा के आधार पर देशों की रैंकिंग।
- तथ्य: 2020 के बाद इस रिपोर्ट को बंद कर दिया गया।
- गरीबी और साझा समृद्धि रिपोर्ट (Poverty and Shared Prosperity Report):
- गरीबी उन्मूलन के प्रयासों का आकलन।
- विश्व बैंक का लॉजिस्टिक परफॉर्मेंस इंडेक्स (Logistics Performance Index – LPI):
- देशों के लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे का मूल्यांकन।
- वैश्विक आर्थिक संभावना रिपोर्ट (Global Economic Prospects Report):
- वैश्विक आर्थिक प्रवृत्तियों और पूर्वानुमानों का विश्लेषण।
- भारत विकास रिपोर्ट (India Development Update):
- भारत की आर्थिक स्थिति और विकास नीतियों पर केंद्रित रिपोर्ट।
6. विश्व बैंक की चुनौतियाँ (Challenges Faced by World Bank)
- गरीबी उन्मूलन में धीमी प्रगति (Slow Progress in Poverty Alleviation):
- कई देशों में गरीबी का उन्मूलन धीमी गति से हो रहा है।
- वित्त पोषण की कमी (Lack of Adequate Funding):
- बढ़ती आवश्यकताओं के मुकाबले सीमित वित्तीय संसाधन।
- विकासशील देशों पर निर्भरता (Dependency on Developed Nations):
- निर्णय प्रक्रिया पर कुछ विकसित देशों का प्रभुत्व।
- नीतियों का प्रभावी कार्यान्वयन (Effective Implementation of Policies):
- नीतियों के कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अयोग्यता।
- पर्यावरणीय चिंताएँ (Environmental Concerns):
- कई परियोजनाओं का पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव।
7. भारत और विश्व बैंक (India and World Bank)
- भारत का सदस्यता वर्ष: 1945
- विश्व बैंक से सहायता:
- आधारभूत संरचना विकास
- ग्रामीण विकास परियोजनाएँ
- प्रमुख परियोजनाएँ:
- स्वच्छ भारत मिशन
- ग्रामीण सड़क विकास
- कौशल विकास योजना
8. निष्कर्ष (Conclusion)
विश्व बैंक (World Bank) वैश्विक विकास और गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह आर्थिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्रों में वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करता है। हालांकि, इसे पारदर्शिता, वित्तीय स्रोतों में वृद्धि, और नीतिगत सुधारों पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि यह विकासशील देशों के लक्ष्यों को और बेहतर तरीके से पूरा कर सके।
भारत के संदर्भ में, विश्व बैंक की सहायता ने देश की कई प्रमुख विकास परियोजनाओं को सशक्त किया है, जिससे भारत सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को हासिल करने के लिए आगे बढ़ रहा है।