1. विनिमय पत्र (Bill of Exchange)
1.1 परिभाषा (Definition)
विनिमय पत्र (Bill of Exchange) एक लिखित दस्तावेज है, जिसके द्वारा एक व्यक्ति (Drawer) दूसरे व्यक्ति (Drawee) को किसी तीसरे व्यक्ति (Payee) को निश्चित तिथि पर या मांग पर एक निश्चित राशि का भुगतान करने का निर्देश देता है।
- नियमन: भारत में विनिमय पत्र नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 (Negotiable Instruments Act, 1881) के तहत आता है।
- मुख्य पक्ष: Drawer (निवेदक), Drawee (जिससे भुगतान लेना है), Payee (जिसे भुगतान प्राप्त होगा)।
- उदाहरण: एक व्यापारी दूसरे व्यापारी को 3 महीने के अंदर ₹10 लाख का भुगतान करने का निर्देश देता है।
1.2 विशेषताएँ (Features)
- लिखित दस्तावेज।
- निश्चित राशि का भुगतान।
- भुगतान की निश्चित तिथि।
- कानूनी दस्तावेज।
2. वचन पत्र (Promissory Note)
2.1 परिभाषा (Definition)
वचन पत्र (Promissory Note) एक लिखित वचन है, जिसके माध्यम से एक व्यक्ति (Maker) दूसरे व्यक्ति (Payee) को एक निश्चित तिथि पर या मांग पर एक निश्चित राशि का भुगतान करने का वचन देता है।
- नियमन: यह भी नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 के अंतर्गत आता है।
- मुख्य पक्ष: Maker (जिसने वचन पत्र जारी किया है), Payee (जिसे भुगतान प्राप्त होगा)।
- उदाहरण: एक व्यक्ति बैंक को वचन पत्र जारी करता है कि वह ₹50,000 एक साल के अंदर चुका देगा।
2.2 विशेषताएँ (Features)
- लिखित और हस्ताक्षरित दस्तावेज।
- भुगतान का वादा।
- निश्चित राशि।
- बिना शर्त वचन।
3. ट्रेजरी बिल (Treasury Bills – T-Bills)
3.1 परिभाषा (Definition)
ट्रेजरी बिल (T-Bills) अल्पकालिक सरकारी ऋण साधन हैं, जिन्हें भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है ताकि अल्पकालिक निधियों की आवश्यकता को पूरा किया जा सके।
- अवधि (Tenure): 91 दिन, 182 दिन, 364 दिन।
- जारीकर्ता: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भारत सरकार की ओर से।
- ब्याज: T-Bills को छूट (Discount) पर जारी किया जाता है और परिपक्वता पर पूर्ण अंकित मूल्य (Face Value) का भुगतान किया जाता है।
3.2 विशेषताएँ (Features)
- अल्पकालिक ऋण साधन।
- जोखिम रहित निवेश।
- ब्याज रहित लेकिन छूट पर जारी।
- उच्च तरलता।
3.3 उदाहरण:
- ₹100 का ट्रेजरी बिल ₹98 में खरीदा जाता है और परिपक्वता पर ₹100 मिलता है।
4. मसाला बांड (Masala Bonds)
4.1 परिभाषा (Definition)
मसाला बांड (Masala Bonds) वे बांड हैं, जो भारतीय कंपनियों द्वारा विदेशी बाजारों में भारतीय मुद्रा (रुपये) में जारी किए जाते हैं।
- जारीकर्ता: भारतीय कंपनियाँ।
- नियामक: RBI द्वारा विनियमित।
- उद्देश्य: विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि और भारतीय कंपनियों के लिए विदेशी पूँजी जुटाना।
- पहला मसाला बांड: 2014 में जारी किया गया।
4.2 विशेषताएँ (Features)
- भारतीय रुपये में जारी।
- विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना।
- मुद्रा जोखिम (Currency Risk) निवेशक के पास।
- आमतौर पर बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के लिए जारी।
4.3 उदाहरण:
- 2016: HDFC ने ₹3,000 करोड़ के मसाला बांड जारी किए।
5. ग्रीन बांड (Green Bonds)
5.1 परिभाषा (Definition)
ग्रीन बांड (Green Bonds) ऐसे बांड हैं जिनके द्वारा जुटाई गई पूँजी का उपयोग पर्यावरणीय अनुकूल परियोजनाओं (Environmental-Friendly Projects) के लिए किया जाता है।
- उद्देश्य: स्वच्छ ऊर्जा, जल संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण।
- नियामक: SEBI और RBI।
- पहला ग्रीन बांड: 2015 में भारत में YES बैंक ने जारी किया।
5.2 विशेषताएँ (Features)
- पर्यावरणीय परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण।
- पारदर्शिता और निगरानी।
- ब्याज दर अपेक्षाकृत कम।
- वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करता है।
5.3 उदाहरण:
- 2023: SBI ने ₹10,000 करोड़ के ग्रीन बांड जारी किए।
6. गिल्ट-एज्ड बांड (Gilt-Edged Bonds)
6.1 परिभाषा (Definition)
गिल्ट-एज्ड बांड (Gilt-Edged Bonds) वे सरकारी बांड हैं, जिन्हें भारतीय सरकार या RBI द्वारा जारी किया जाता है।
- उद्देश्य: दीर्घकालिक परियोजनाओं के लिए धन जुटाना।
- जोखिम: शून्य जोखिम (Risk-Free)।
- अवधि: 5 वर्ष से 30 वर्ष।
6.2 विशेषताएँ (Features)
- उच्च सुरक्षा।
- नियमित ब्याज भुगतान।
- निवेशकों के लिए जोखिम मुक्त साधन।
- सरकारी ऋण पोर्टफोलियो का हिस्सा।
6.3 उदाहरण:
- RBI ने ₹50,000 करोड़ के गिल्ट-एज्ड बांड जारी किए।
7. जंक बांड (Junk Bonds)
7.1 परिभाषा (Definition)
जंक बांड (Junk Bonds) वे बांड हैं जिनकी क्रेडिट रेटिंग बहुत कम होती है और इनमें डिफॉल्ट (Default) का उच्च जोखिम होता है।
- उद्देश्य: उच्च रिटर्न पाने के लिए जोखिम लेने वाले निवेशकों को आकर्षित करना।
- ब्याज दर: अत्यधिक उच्च ब्याज दर।
- उदाहरण: संकटग्रस्त कंपनियाँ पूँजी जुटाने के लिए जंक बांड जारी करती हैं।
7.2 विशेषताएँ (Features)
- उच्च जोखिम।
- उच्च ब्याज दर।
- कम क्रेडिट रेटिंग (BB या उससे नीचे)।
- सट्टेबाजों के लिए आकर्षक।
7.3 उदाहरण:
- Lehman Brothers ने 2008 में उच्च जोखिम वाले जंक बांड जारी किए।
8. निष्कर्ष (Conclusion)
विनिमय पत्र, वचन पत्र, ट्रेजरी बिल, मसाला बांड, ग्रीन बांड, गिल्ट-एज्ड बांड, और जंक बांड वित्तीय बाजार में धन जुटाने के महत्वपूर्ण साधन हैं। प्रत्येक का उद्देश्य, जोखिम, और विशेषताएँ भिन्न होती हैं।
- मसाला बांड: विदेशी निवेशकों से धन।
- ग्रीन बांड: पर्यावरणीय परियोजनाएँ।
- गिल्ट-एज्ड बांड: सुरक्षित और सरकारी बांड।
- जंक बांड: उच्च जोखिम, उच्च रिटर्न।
सरकार और कंपनियाँ इन साधनों का उपयोग अपनी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करती हैं।