भारत में डिजिटल भुगतान प्रणाली
डिजिटल भुगतान प्रणालियाँ इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से धन हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करती हैं। भारत में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा कई प्रणालियाँ प्रबंधित की जाती हैं।
NEFT (National Electronic Funds Transfer)
यह एक राष्ट्रव्यापी भुगतान प्रणाली है जो एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धन हस्तांतरण की सुविधा देती है।
- यह आधे घंटे के बैच (batches) में काम करता है, यानी लेनदेन तुरंत नहीं होता।
- यह 24×7 उपलब्ध है।
- न्यूनतम या अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है (हालांकि बैंक अपनी सीमाएँ लगा सकते हैं)।
RTGS (Real Time Gross Settlement)
यह एक रियल-टाइम फंड ट्रांसफर प्रणाली है, जहाँ लेनदेन तुरंत (real-time) और व्यक्तिगत रूप से होता है (बैचों में नहीं)।
- यह मुख्य रूप से बड़ी राशि के लेनदेन के लिए है।
- न्यूनतम राशि: ₹2 लाख। अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं।
IMPS (Immediate Payment Service)
यह एक तत्काल, 24×7 इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सेवा है जो मोबाइल फोन के माध्यम से भी उपलब्ध है।
- यह लेनदेन तुरंत पूरा करता है।
- अधिकतम सीमा: वर्तमान में ₹5 लाख है।
UPI (Unified Payments Interface)
UPI भारत में सबसे लोकप्रिय भुगतान प्रणालियों में से एक है। इसे NPCI (National Payments Corporation of India) द्वारा विकसित किया गया है।
- यह एक मोबाइल ऐप के माध्यम से कई बैंक खातों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाता है।
- यह तुरंत फंड ट्रांसफर की सुविधा देता है।
- उपयोगकर्ता एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA), जैसे yourname@upi, का उपयोग करके पैसे भेज और प्राप्त कर सकते हैं।
- सामान्य लेनदेन की सीमा: ₹1 लाख प्रति दिन (कुछ श्रेणियों के लिए अधिक)।