मोबाइल नेटवर्क की पीढ़ियाँ
मोबाइल संचार प्रौद्योगिकी के विकास को पीढ़ियों (Generations) में विभाजित किया गया है। प्रत्येक पीढ़ी पिछली पीढ़ी की तुलना में बेहतर गति, क्षमता और नई सुविधाएँ लेकर आई।
मोबाइल नेटवर्क की विभिन्न पीढ़ियाँ
1G (पहली पीढ़ी)
1980 के दशक में शुरू हुई, यह मोबाइल संचार की पहली पीढ़ी थी।
- मुख्य विशेषता: केवल एनालॉग वॉयस कॉल की सुविधा।
- प्रौद्योगिकी: AMPS (Advanced Mobile Phone System)।
- कमियाँ: खराब वॉयस क्वालिटी, कम सुरक्षा, और कोई डेटा सेवा नहीं।
2G (दूसरी पीढ़ी)
1990 के दशक में शुरू हुई, इसने डिजिटल संचार की शुरुआत की।
- मुख्य विशेषता: डिजिटल वॉयस कॉल और SMS (Short Message Service) की शुरुआत। बाद में GPRS (General Packet Radio Service) के साथ धीमा मोबाइल इंटरनेट भी संभव हुआ।
- प्रौद्योगिकी: GSM (Global System for Mobiles) और CDMA (Code Division Multiple Access)।
3G (तीसरी पीढ़ी)
2000 के दशक में शुरू हुई, इसने मोबाइल इंटरनेट की क्रांति ला दी।
- मुख्य विशेषता: तेज इंटरनेट स्पीड, मोबाइल इंटरनेट ब्राउज़िंग, वीडियो कॉलिंग, और मोबाइल ऐप का उपयोग संभव हुआ।
- प्रौद्योगिकी: WCDMA (Wideband CDMA), UMTS (Universal Mobile Telecommunications System)।
4G (चौथी पीढ़ी)
2010 के दशक में शुरू हुई, इसने हाई-स्पीड मोबाइल ब्रॉडबैंड को आम बनाया।
- मुख्य विशेषता: बहुत तेज इंटरनेट गति, HD वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, और बेहतर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग।
- प्रौद्योगिकी: LTE (Long-Term Evolution) और VoLTE (Voice over LTE), जिससे HD वॉयस कॉल संभव हुईं।
5G (पांचवीं पीढ़ी)
2020 के दशक में शुरू हुई, यह वर्तमान और भविष्य की तकनीक है।
- मुख्य विशेषता: अत्यंत तेज गति (गीगाबिट्स प्रति सेकंड), बहुत कम लेटेंसी (latency), और एक साथ बहुत सारे डिवाइस को जोड़ने की क्षमता।
- अनुप्रयोग: IoT (Internet of Things), सेल्फ-ड्राइविंग कारें, स्मार्ट सिटी, और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR)।
- प्रौद्योगिकी: NR (New Radio)।