OSI मॉडल (OSI Model)
OSI मॉडल क्या है?
OSI (Open Systems Interconnection) मॉडल एक सैद्धांतिक ढाँचा (conceptual framework) है जो एक नेटवर्किंग सिस्टम के कार्यों का वर्णन करता है। इसे अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) द्वारा विकसित किया गया था। यह मॉडल नेटवर्क संचार को 7 परतों (Layers) में विभाजित करता है, जहाँ प्रत्येक परत का एक विशिष्ट कार्य होता है। यह मॉडल यह समझने में मदद करता है कि डेटा एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक कैसे यात्रा करता है।
OSI मॉडल की 7 परतें (The 7 Layers of OSI Model)
Layer 7: एप्लीकेशन लेयर (Application Layer)
यह परत उपयोगकर्ता को नेटवर्क सेवाओं तक पहुँचने के लिए एक इंटरफ़ेस प्रदान करती है। यह उपयोगकर्ता के सबसे करीब होती है और सीधे सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के साथ इंटरैक्ट करती है।
उदाहरण: जब आप वेब ब्राउज़र का उपयोग करते हैं, तो आप इस परत पर काम कर रहे होते हैं।
प्रोटोकॉल: HTTP, FTP, SMTP, Telnet।
Layer 6: प्रेजेंटेशन लेयर (Presentation Layer)
इसे “ट्रांसलेटर” भी कहते हैं। यह सुनिश्चित करती है कि एक सिस्टम द्वारा भेजा गया डेटा दूसरे सिस्टम द्वारा पढ़ने योग्य हो। यह डेटा का अनुवाद (translation), संपीड़न (compression), और एन्क्रिप्शन/डिक्रिप्शन करती है।
Layer 5: सेशन लेयर (Session Layer)
यह दो डिवाइसों के बीच कनेक्शन (सत्र) को स्थापित करने, प्रबंधित करने और समाप्त करने का काम करती है। यह डायलॉग कंट्रोल और सिंक्रोनाइज़ेशन सुनिश्चित करती है।
उदाहरण: एक वीडियो कॉल के दौरान, यह परत सुनिश्चित करती है कि कनेक्शन बना रहे।
Layer 4: ट्रांसपोर्ट लेयर (Transport Layer)
यह डेटा के एंड-टू-एंड विश्वसनीय डिलीवरी को सुनिश्चित करती है। यह डेटा को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित करती है जिन्हें सेगमेंट (Segments) कहा जाता है और त्रुटि नियंत्रण (error control) का कार्य भी करती है।
प्रोटोकॉल: TCP (विश्वसनीय) और UDP (अविश्वसनीय, तेज)।
Layer 3: नेटवर्क लेयर (Network Layer)
यह डेटा के लिए सबसे अच्छा मार्ग (राउटिंग) तय करती है और लॉजिकल एड्रेसिंग (IP एड्रेस) का उपयोग करती है ताकि डेटा सही नेटवर्क तक पहुँच सके। इस परत पर डेटा को पैकेट (Packets) कहा जाता है।
डिवाइस: राउटर (Router)।
Layer 2: डेटा लिंक लेयर (Data Link Layer)
यह एक ही नेटवर्क पर डिवाइसों के बीच त्रुटि-मुक्त डेटा ट्रांसफर सुनिश्चित करती है और फिजिकल एड्रेसिंग (MAC एड्रेस) को संभालती है। इस परत पर डेटा को फ्रेम (Frames) कहा जाता है।
डिवाइस: स्विच (Switch), ब्रिज।
Layer 1: फिजिकल लेयर (Physical Layer)
यह वास्तविक भौतिक कनेक्शन (जैसे केबल, कनेक्टर, रेडियो तरंगें) के लिए जिम्मेदार है और डेटा को बिट्स (0 और 1) के रूप में प्रसारित करती है।
घटक: केबल, हब, रिपीटर।
सारांश सारणी (Summary Table)
| परत (Layer) | नाम | डेटा यूनिट | मुख्य कार्य |
|---|---|---|---|
| 7 | एप्लीकेशन | डेटा | उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस |
| 6 | प्रेजेंटेशन | डेटा | अनुवाद, एन्क्रिप्शन |
| 5 | सेशन | डेटा | कनेक्शन प्रबंधन |
| 4 | ट्रांसपोर्ट | सेगमेंट | एंड-टू-एंड डिलीवरी |
| 3 | नेटवर्क | पैकेट | राउटिंग, IP एड्रेसिंग |
| 2 | डेटा लिंक | फ्रेम | त्रुटि-मुक्त ट्रांसफर, MAC एड्रेसिंग |
| 1 | फिजिकल | बिट्स | भौतिक प्रसारण |