परिभाषा (Definition)
पूंजी बाजार वह वित्तीय बाजार है जहाँ दीर्घकालिक वित्तीय साधनों (Long-term Financial Instruments) जैसे शेयर (Equities), बॉन्ड (Bonds), डिबेंचर (Debentures), और म्यूचुअल फंड्स का व्यापार होता है।
- यह बाजार पूंजी जुटाने और निवेश करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और कंपनियों के लिए पूँजी जुटाने का अवसर प्रदान करना है।
प्रकार (Types of Capital Market)
- प्राथमिक बाजार (Primary Market):
- कंपनियाँ निवेशकों से सीधे पूँजी जुटाने के लिए नए शेयर जारी करती हैं।
- उदाहरण: 2021 में ज़ोमैटो ने अपना IPO जारी करके ₹9,375 करोड़ जुटाए।
- महत्वपूर्ण तथ्य:
- भारतीय पूंजी बाजार में 2022 तक 50 से अधिक IPO हुए।
- द्वितीयक बाजार (Secondary Market):
- इसमें निवेशक पहले से जारी किए गए शेयरों और बॉन्ड्स का व्यापार करते हैं।
- प्रमुख प्लेटफॉर्म: एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE)।
- उदाहरण: किसी कंपनी के शेयर खरीदने या बेचने के लिए स्टॉक एक्सचेंज का उपयोग।
- महत्वपूर्ण आँकड़े:
- 2023 में BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन: ₹280 लाख करोड़।
महत्वपूर्ण शब्दावली (Important Terms)
1. सेंसक्स (Sensex)
- परिभाषा:
सेंसक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का मुख्य स्टॉक इंडेक्स है, जो 30 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को दर्शाता है। - उदाहरण:
2023 में सेंसक्स ने 70,000 अंकों का ऐतिहासिक स्तर छुआ। - महत्व:
यह भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और निवेशकों के विश्वास का संकेत है।
2. एनएसई (NSE – National Stock Exchange)
- परिभाषा:
एनएसई भारत का सबसे बड़ा और आधुनिक स्टॉक एक्सचेंज है। - महत्वपूर्ण तथ्य:
- 2023 में NSE का निफ्टी 50 इंडेक्स 20,000 के स्तर को पार कर गया।
- डेली ट्रेडिंग वॉल्यूम: ₹65,000 करोड़।
- विशेषता:
पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्रणाली।
3. आईपीओ (IPO – Initial Public Offering)
- परिभाषा:
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है। - उदाहरण:
2021 में पेटीएम IPO ने ₹18,300 करोड़ जुटाए, जो अब तक का सबसे बड़ा IPO है। - महत्व:
आईपीओ कंपनियों को पूँजी जुटाने और निवेशकों को स्वामित्व हिस्सेदारी प्रदान करने का माध्यम है।
4. डिबेंचर (Debenture)
- परिभाषा:
कंपनी द्वारा जारी किया गया ऐसा ऋण साधन जिस पर निवेशकों को स्थिर ब्याज मिलता है। - महत्व:
दीर्घकालिक वित्तीय जरूरतों को पूरा करने का साधन। - उदाहरण:
टाटा मोटर्स ने ₹1,000 करोड़ के डिबेंचर जारी किए।
5. इक्विटी (Equity)
- परिभाषा:
कंपनी में निवेशकों की स्वामित्व हिस्सेदारी। - महत्व:
निवेशक कंपनी के मुनाफे में हिस्सेदारी के पात्र होते हैं। - उदाहरण:
रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट कैपिटलाइजेशन 2023 में ₹17 लाख करोड़ रही।
6. डिविडेंड (Dividend)
- परिभाषा:
कंपनी द्वारा अपने मुनाफे का एक हिस्सा शेयरधारकों को वितरित किया जाता है। - उदाहरण:
TCS ने 2023 में प्रति शेयर ₹75 का डिविडेंड घोषित किया।
7. बॉन्ड (Bond)
- परिभाषा:
सरकार या कंपनियों द्वारा जारी दीर्घकालिक ऋण साधन। - महत्व:
ब्याज और मूलधन की गारंटी। - उदाहरण:
2023 में भारतीय सरकार ने ₹10,000 करोड़ के बॉन्ड जारी किए।
8. म्यूचुअल फंड (Mutual Fund)
- परिभाषा:
निवेशकों का धन जुटाकर विभिन्न परिसंपत्तियों में लगाया जाता है। - महत्व:
कम जोखिम के साथ निवेश का एक बेहतर माध्यम। - उदाहरण:
HDFC म्यूचुअल फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹5 लाख करोड़।
9. एफपीआई (FPI – Foreign Portfolio Investment)
- परिभाषा:
विदेशी निवेशक द्वारा भारत के शेयर बाजार में किया गया निवेश। - महत्व:
एफपीआई भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाता है। - उदाहरण:
2023 में एफपीआई निवेश ₹1.5 लाख करोड़ तक पहुँचा।
10. एफडीआई (FDI – Foreign Direct Investment)
- परिभाषा:
विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में प्रत्यक्ष निवेश। - महत्व:
भारतीय अर्थव्यवस्था में औद्योगिक विकास को बढ़ावा। - उदाहरण:
2023 में भारत में एफडीआई निवेश ₹3 लाख करोड़ था।
11. एनसीडी (Non-Convertible Debentures)
- परिभाषा:
ऐसे डिबेंचर जिन्हें इक्विटी में परिवर्तित नहीं किया जा सकता। - महत्व:
स्थिर ब्याज दरों के साथ सुरक्षित निवेश।
12. डेरिवेटिव्स (Derivatives)
- परिभाषा:
वित्तीय उपकरण जिनका मूल्य किसी अन्य परिसंपत्ति (Underlying Asset) पर आधारित होता है। - महत्व:
हेजिंग और सट्टा लगाने के लिए उपयोग।
13. बुल मार्केट (Bull Market)
- परिभाषा:
एक ऐसा बाजार जहाँ शेयर की कीमतें लगातार बढ़ती हैं। - उदाहरण:
2020-2021 में भारतीय शेयर बाजार में बुल रन देखा गया।
14. बियर मार्केट (Bear Market)
- परिभाषा:
एक ऐसा बाजार जहाँ शेयर की कीमतें लगातार गिरती हैं। - उदाहरण:
2008 का वैश्विक वित्तीय संकट।
15. ऑप्शन्स (Options)
- परिभाषा:
एक अनुबंध जिसमें किसी परिसंपत्ति को खरीदने/बेचने का अधिकार, लेकिन बाध्यता नहीं।
16. लिक्विडिटी (Liquidity)
- परिभाषा:
परिसंपत्ति को नकदी में परिवर्तित करने की क्षमता। - महत्व:
उच्च लिक्विडिटी वाले स्टॉक आसानी से बेचे जा सकते हैं।
17. एनएवी (NAV – Net Asset Value)
- परिभाषा:
म्यूचुअल फंड की प्रति यूनिट की कीमत। - उदाहरण:
2023 में XYZ म्यूचुअल फंड की एनएवी ₹120।
18. सर्किट ब्रेकर (Circuit Breaker)
- परिभाषा:
शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए लागू की गई सीमा। - उदाहरण:
2020 में COVID-19 के कारण सर्किट ब्रेकर लागू हुआ।
पूंजी बाजार आर्थिक विकास को गति देने और निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह निवेशकों, सरकार, और कंपनियों के लिए एक विश्वसनीय मंच प्रदान करता है। इसके महत्वपूर्ण शब्दावली और वित्तीय तंत्र को समझकर निवेशक बेहतर निर्णय ले सकते हैं।