विदेशी निवेश और विनिवेश (Foreign Investment and Disinvestment)
1. विदेशी निवेश (Foreign Investment)
1.1 परिभाषा (Definition)
विदेशी निवेश (Foreign Investment) का अर्थ है किसी विदेशी व्यक्ति, कंपनी, या सरकार द्वारा किसी अन्य देश में व्यापार, उद्योग, या परिसंपत्तियों में धन का निवेश करना। यह निवेश प्रत्यक्ष (FDI) या अप्रत्यक्ष (FPI) हो सकता है।
एफडीआई (FDI – Foreign Direct Investment): विदेशी निवेशक किसी देश में उद्योगों या व्यवसायों में सीधे निवेश करते हैं और प्रबंधन में भी भागीदारी करते हैं।
एफपीआई (FPI – Foreign Portfolio Investment): यह वित्तीय बाजारों जैसे शेयर बाजार, बॉन्ड्स में किया जाने वाला निवेश है।
1.2 भारत में एफडीआई (FDI in India)
भारत में एफडीआई को संविधान के तहत वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce and Industry) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
FEMA (Foreign Exchange Management Act, 1999) के तहत FDI विनियमित होता है।
1.3 एफडीआई के लाभ (Benefits of FDI)
पूँजी प्रवाह (Capital Inflow): विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि।
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (Technology Transfer): नई तकनीकों और प्रबंधन कौशल का आगमन।
रोजगार सृजन (Job Creation): रोजगार के नए अवसर।
आर्थिक विकास (Economic Growth): बुनियादी ढाँचे में सुधार।
2. विनिवेश (Disinvestment)
2.1 परिभाषा (Definition)
विनिवेश (Disinvestment) का अर्थ है सरकार द्वारा अपने स्वामित्व वाली कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को आंशिक या पूर्ण रूप से बेचना।
2.2 विनिवेश के प्रकार (Types of Disinvestment)
संपूर्ण विनिवेश (Full Disinvestment): सरकारी स्वामित्व को पूरी तरह से समाप्त कर देना।
आंशिक विनिवेश (Partial Disinvestment): सरकार अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचती है।
रणनीतिक विनिवेश (Strategic Disinvestment): किसी रणनीतिक भागीदार को हिस्सेदारी बेचना।
उदाहरण: एयर इंडिया का टाटा समूह को हस्तांतरण।
2.3 विनिवेश के लाभ (Benefits of Disinvestment)
सरकारी घाटे में कमी (Reduction in Fiscal Deficit): सरकारी राजस्व में वृद्धि।
क्षमता में सुधार (Improved Efficiency): निजी प्रबंधन से संचालन में सुधार।
निवेशकों का विश्वास (Investor Confidence): अधिक पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा।
2.4 प्रमुख विनिवेश उदाहरण (Key Disinvestment Examples)
2019: भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) का आंशिक विनिवेश।
2021: एयर इंडिया का टाटा समूह को हस्तांतरण।
2022-23: LIC का IPO, जिसमें सरकार ने आंशिक हिस्सेदारी बेची।
3. विभिन्न क्षेत्रों में एफडीआई की सीमा (FDI Limits in Various Sectors)
3.1 वित्तीय क्षेत्र (Financial Sector)
क्षेत्र (Sector)
एफडीआई सीमा (%)
ऑटोमेटिक / सरकारी मार्ग (Automatic/Government Route)
पेंशन (Pension Sector)
74%
स्वचालित (Automatic Route)
बीमा (Insurance)
74%
स्वचालित (Automatic Route)
बैंकिंग (Private Sector Banking)
74%
स्वचालित (Automatic Route)
बैंकिंग (Public Sector Banking)
20%
सरकारी मार्ग (Government Route)
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (NBFCs)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
3.2 खुदरा व्यापार (Retail Sector)
क्षेत्र (Sector)
एफडीआई सीमा (%)
ऑटोमेटिक / सरकारी मार्ग (Automatic/Government Route)
सिंगल ब्रांड रिटेल (Single Brand Retail)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
मल्टी ब्रांड रिटेल (Multi Brand Retail)
51%
सरकारी मार्ग (Government Route)
ई-कॉमर्स (E-Commerce Marketplace)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
3.3 बुनियादी ढाँचा (Infrastructure)
क्षेत्र (Sector)
एफडीआई सीमा (%)
ऑटोमेटिक / सरकारी मार्ग (Automatic/Government Route)
हवाई अड्डे (Airports – Greenfield Projects)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
बंदरगाह (Ports)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
सड़क और राजमार्ग (Roads and Highways)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
3.4 अन्य प्रमुख क्षेत्र (Other Key Sectors)
क्षेत्र (Sector)
एफडीआई सीमा (%)
ऑटोमेटिक / सरकारी मार्ग (Automatic/Government Route)
रक्षा (Defense)
74%
स्वचालित (Automatic Route)
फार्मा (Greenfield Projects)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
फार्मा (Brownfield Projects)
74%
स्वचालित (Automatic Route)
खान और खनिज (Mining and Minerals)
100%
स्वचालित (Automatic Route)
4. विदेशी निवेश और विनिवेश के बीच अंतर (Difference between Foreign Investment and Disinvestment)
विदेशी निवेश (Foreign Investment)
विनिवेश (Disinvestment)
धन को देश के अंदर लाना।
सरकारी संपत्तियों को बेचना।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि।
राजस्व संग्रह के लिए।
विकास और औद्योगिकीकरण पर ध्यान।
वित्तीय घाटे को कम करने पर ध्यान।
निवेशक बाहरी होते हैं।
निवेशक आंतरिक (घरेलू/विदेशी) हो सकते हैं।
5. निष्कर्ष (Conclusion)
विदेशी निवेश (FDI) और विनिवेश (Disinvestment) भारत की आर्थिक रणनीति के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। एफडीआई से पूँजी प्रवाह, रोजगार, और तकनीकी उन्नति होती है, जबकि विनिवेश से सरकारी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया जाता है। भारत सरकार की नीतियाँ जैसे ‘मेक इन इंडिया’, ‘आत्मनिर्भर भारत’, और PLI स्कीम (Production Linked Incentive Scheme), विदेशी निवेश को बढ़ावा देने और विनिवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में सहायक हैं।