परिचय (Introduction)
बैंकों के विलय का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को मजबूत, कुशल, और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।
- भारत में बैंकों का विलय मुख्यतः सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) को सुधारने के लिए किया गया।
प्रमुख बैंक विलय (Major Bank Mergers)
- 1993: न्यू बैंक ऑफ इंडिया का पंजाब नेशनल बैंक में विलय:
- यह पहला विलय था जिसमें एक सार्वजनिक बैंक को दूसरे सार्वजनिक बैंक में मर्ज किया गया।
- 2017: SBI और उसके सहयोगी बैंकों का विलय:
- बैंकों का विलय: स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, और भारतीय महिला बैंक।
- परिणाम:
- एसबीआई दुनिया के टॉप 50 बैंकों में शामिल हुआ।
- भारतीय बैंकिंग प्रणाली में स्थिरता।
- 2019: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का बड़ा विलय (Mega Merger):
- सरकार ने 10 सार्वजनिक बैंकों को मिलाकर 4 बड़े बैंक बनाए:
- पंजाब नेशनल बैंक + ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स + यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया।
- केनरा बैंक + सिंडिकेट बैंक।
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया + आंध्रा बैंक + कॉर्पोरेशन बैंक।
- इंडियन बैंक + इलाहाबाद बैंक।
- सरकार ने 10 सार्वजनिक बैंकों को मिलाकर 4 बड़े बैंक बनाए:
विलय के उद्देश्य (Objectives of Bank Mergers)
- आर्थिक स्थिरता (Economic Stability):
- छोटे और कमजोर बैंकों को बड़े बैंकों के साथ मिलाकर उन्हें वित्तीय रूप से मजबूत बनाना।
- एनपीए में कमी (Reduction in NPAs):
- विलय के बाद खराब ऋण की निगरानी और प्रबंधन को बेहतर करना।
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा (Global Competitiveness):
- बैंकों को वैश्विक बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना।
- शाखाओं का अनुकूलन (Branch Optimization):
- शाखाओं की संख्या में कमी और सेवाओं में सुधार।
- प्रौद्योगिकी में सुधार (Improvement in Technology):
- डिजिटल बैंकिंग और आईटी अवसंरचना का समेकन।
विलय के लाभ (Advantages of Bank Mergers)
- बड़े बैंकों का निर्माण:
- विलय के बाद, भारतीय बैंकिंग प्रणाली में बड़े और मजबूत बैंक बने।
- उदाहरण: SBI का कुल परिसंपत्ति आधार ₹50 लाख करोड़ से अधिक।
- एनपीए की निगरानी:
- विलय के बाद, खराब ऋण प्रबंधन में सुधार हुआ।
- ग्राहकों को बेहतर सेवाएँ:
- डिजिटल बैंकिंग और उत्पादों में एकरूपता।
- प्रशासनिक लागत में कमी:
- शाखाओं और कर्मचारियों के समेकन से खर्चों में कमी।
विलय की चुनौतियाँ (Challenges of Bank Mergers)
- संस्कृति का अंतर (Cultural Differences):
- अलग-अलग बैंकों के कामकाजी तरीकों और कार्य संस्कृति का समायोजन।
- छोटे बैंकों की पहचान खोना:
- विलय के कारण छोटे बैंकों का नाम और पहचान समाप्त हो जाती है।
- तकनीकी समेकन (Technological Integration):
- आईटी सिस्टम को समेकित करना एक बड़ी चुनौती है।
महत्वपूर्ण आँकड़े (Key Facts and Figures)
- 2023 तक विलय का प्रभाव:
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या 27 से घटकर 12 हो गई।
- बैंकों का कुल बाजार हिस्सा 70% तक बढ़ा।
- SBI का योगदान:
- 2023 में SBI का कुल परिसंपत्ति आधार ₹54 लाख करोड़।