परिचय: विशेष अर्थव्यवस्थाएं
आधुनिक वैश्विक संदर्भ में कुछ नई अवधारणाओं ने अर्थव्यवस्था के स्वरूप, प्रक्रियाओं और प्राथमिकताओं को प्रभावित किया है। इनमें गिग अर्थव्यवस्था (Gig Economy), चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy) और नीली अर्थव्यवस्था (Blue Economy) प्रमुख हैं। ये अर्थव्यवस्थाएँ पारंपरिक आर्थिक गतिविधियों से भिन्न होते हुए नए अवसर, चुनौतियाँ और संभावनाएँ प्रस्तुत करती हैं।
1. गिग अर्थव्यवस्था (Gig Economy)
गिग अर्थव्यवस्था वह व्यवस्था है जहाँ लघु अवधि के अनुबंध (Short-term Contracts) या स्व-नियोजित अस्थायी कार्य (Freelance Work) प्रचलित होते हैं, न कि स्थायी नौकरियाँ। इसमें काम करने वाले श्रमिक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से अपनी सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं।
- उदाहरण: ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवाएं (Zomato, Swiggy), कैब सर्विस (Uber, Ola), फ्रीलांसिंग प्लेटफ़ॉर्म (Upwork, Fiverr)।
- लाभ: श्रमिकों के लिए लचीलापन, कम स्टार्टअप लागत।
- हानि और चुनौतियाँ: नौकरी की अनिश्चितता, सामाजिक सुरक्षा लाभों (जैसे PF, बीमा) का अभाव, और न्यूनतम वेतन सुरक्षा की कमी।
2. चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy)
चक्रीय अर्थव्यवस्था एक ऐसी आर्थिक प्रणाली है जो ‘टेक-मेक-डिस्पोज’ (Take-Make-Dispose) मॉडल के विपरीत है। इसमें उत्पादों के पुनःउपयोग (Reuse), मरम्मत (Repair), नवीनीकरण (Refurbishment) और पुनर्चक्रण (Recycle) पर जोर दिया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य कचरा उत्पादन कम करना और संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना है।
- उदाहरण: इलेक्ट्रॉनिक कचरे का पुनर्चक्रण, पुराने कपड़ों से नए उत्पाद बनाना, जैविक कचरे से खाद बनाना।
- लाभ: संसाधन दक्षता, पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण में कमी।
- हानि और चुनौतियाँ: कुशल पुनर्चक्रण इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव, और उपभोक्ताओं व व्यवसायों को पर्यावरण-अनुकूल आचरण के लिए प्रेरित करना।
3. नीली अर्थव्यवस्था (Blue Economy)
नीली अर्थव्यवस्था समुद्रों, महासागरों, और अन्य जलीय संसाधनों पर आधारित आर्थिक गतिविधियों को संदर्भित करती है। इसका उद्देश्य समुद्री संसाधनों का सतत उपयोग (Sustainable Use) करना, पर्यावरण संतुलन बनाए रखना और तटीय समुदायों की आजीविका को बेहतर बनाना है।
- उदाहरण: मत्स्य पालन, समुद्री पर्यटन, अपतटीय पवन ऊर्जा (Offshore Wind Energy), समुद्री शैवाल की खेती, और जलीय जैव प्रौद्योगिकी।
- लाभ: नए रोजगार का सृजन, खाद्य सुरक्षा, और नवीकरणीय ऊर्जा का विकास।
- हानि और चुनौतियाँ: समुद्री प्रदूषण, संसाधनों का अत्यधिक दोहन, और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान का खतरा।
निष्कर्ष
ये तीनों विशेष अर्थव्यवस्थाएं दर्शाती हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था लगातार नए आयामों को अपना रही है। गिग अर्थव्यवस्था रोजगार के नए स्वरूप, चक्रीय अर्थव्यवस्था पर्यावरण-हितैषी उत्पादन चक्र, और नीली अर्थव्यवस्था जलीय संसाधनों के सतत उपयोग पर केंद्रित है। ये मॉडल पारंपरिक आर्थिक सोच को चुनौती देते हुए एक दीर्घकालिक और पर्यावरण-सुरक्षित विकास की राह खोल रहे हैं।
अभ्यास प्रश्न (MCQs)
कारण R: यह ‘उत्पादन, उपयोग और फेंकने’ के रैखिक मॉडल (linear model) पर आधारित है।