बजट के प्रकार और इतिहास
परिचय: बजट किसी सरकार के आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आय (राजस्व) और व्यय का एक विस्तृत विवरण होता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के तहत, इसे ‘वार्षिक वित्तीय विवरण’ (Annual Financial Statement) कहा गया है। यह सरकार की आर्थिक नीतियों का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो देश के संसाधनों के आवंटन और प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
भारत में बजट का इतिहास
- 1860: भारत का पहला बजट ब्रिटिश क्राउन के तहत जेम्स विल्सन द्वारा पेश किया गया था।
- 1947: स्वतंत्र भारत का पहला बजट तत्कालीन वित्त मंत्री आर. के. षणमुखम चेट्टी द्वारा 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया।
- 2000 तक: बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था, जो एक औपनिवेशिक परंपरा थी। 2001 में, तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस परंपरा को बदलकर सुबह 11 बजे बजट पेश करना शुरू किया।
- 2017: दो बड़े बदलाव हुए – रेल बजट को आम बजट में मिला दिया गया (92 साल पुरानी परंपरा समाप्त) और बजट पेश करने की तारीख को फरवरी के अंतिम कार्य दिवस से बदलकर 1 फरवरी कर दिया गया।
बजट के प्रकार
आर्थिक आधार पर
- संतुलित बजट (Balanced Budget): जब सरकार का अनुमानित व्यय उसकी अनुमानित आय के बराबर हो।
- अधिशेष बजट (Surplus Budget): जब सरकार की अनुमानित आय उसके अनुमानित व्यय से अधिक हो।
- घाटे का बजट (Deficit Budget): जब सरकार का अनुमानित व्यय उसकी अनुमानित आय से अधिक हो। भारत जैसे विकासशील देश आमतौर पर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए घाटे का बजट अपनाते हैं।
प्रक्रियात्मक आधार पर
- शून्य-आधारित बजट (Zero-Based Budgeting – ZBB): इस प्रणाली में, हर बार बजट तैयार करते समय प्रत्येक विभाग के हर खर्च का मूल्यांकन बिल्कुल नए सिरे से (शून्य आधार से) किया जाता है। पिछले वर्ष के आवंटन को आधार नहीं माना जाता।
- परिणामी बजट (Outcome Budget): यह बजट आवंटन को केवल धन के व्यय से नहीं, बल्कि उसके परिणामों से जोड़ता है। इसमें यह देखा जाता है कि किसी योजना पर खर्च किए गए पैसे से क्या भौतिक लक्ष्य हासिल हुए। भारत में इसकी शुरुआत 2005 में हुई।
- लैंगिक बजट (Gender Budgeting): यह एक ऐसा बजट है जो सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों का महिलाओं पर पड़ने वाले प्रभाव का विश्लेषण करता है और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए संसाधनों का आवंटन करता है।
अभ्यास प्रश्न (MCQs)
1. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में ‘वार्षिक वित्तीय विवरण’ का उल्लेख है?
2. स्वतंत्र भारत का पहला बजट किसने पेश किया था?
3. रेल बजट को आम बजट में किस वर्ष मिला दिया गया?
4. वह कौन सी बजट प्रणाली है जिसमें प्रत्येक व्यय को हर बार नए सिरे से उचित ठहराया जाता है?
5. भारत में ‘परिणामी बजट’ (Outcome Budget) की अवधारणा किस वर्ष शुरू की गई थी?
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1: शून्य-आधारित बजट (ZBB) पारंपरिक बजट से किस प्रकार भिन्न है? सरकारी व्यय में दक्षता और जवाबदेही लाने में इसकी क्षमता का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें। (250 शब्द)