आपदा प्रबंधन चक्र आपदाओं के प्रभाव को कम करने और प्रबंधन करने के लिए विभिन्न चरणों में विभाजित एक प्रणाली है। यह चक्र शमन, तैयारी, प्रतिक्रिया, और पुनर्प्राप्ति के चार मुख्य चरणों में विभाजित है।
1. शमन (Mitigation)
परिभाषा (Definition)
शमन का उद्देश्य आपदा के जोखिम और प्रभावों को कम करना है। इसमें आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान को रोकने के लिए पूर्व नियोजन और संरचनात्मक उपाय शामिल हैं।
मुख्य गतिविधियाँ (Key Activities)
- जोखिम मूल्यांकन (Risk Assessment):
- आपदा संभावित क्षेत्रों की पहचान।
- उदाहरण: भूकंप संभावित क्षेत्रों में भवन निर्माण कोड लागू करना।
- संरचनात्मक उपाय (Structural Measures):
- बांधों का निर्माण (बाढ़ नियंत्रण)।
- भूकंप-प्रतिरोधी भवन।
- असंरचनात्मक उपाय (Non-Structural Measures):
- भूमि उपयोग योजनाएँ।
- सार्वजनिक जागरूकता अभियान।
तथ्य (Facts)
- भारत ने 2005 में आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू किया, जिसमें शमन प्राथमिकता है।
2. तैयारी (Preparedness)
परिभाषा (Definition)
तैयारी का उद्देश्य आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए समुदाय, संस्थाओं, और सरकारों को आपदा प्रबंधन के लिए तैयार करना है।
मुख्य गतिविधियाँ (Key Activities)
- आपातकालीन योजना (Emergency Planning):
- आपदा प्रतिक्रिया टीमों का गठन।
- बचाव और राहत उपकरणों की व्यवस्था।
- प्रशिक्षण और अभ्यास (Training and Drills):
- नागरिकों और बचाव दलों के लिए मॉक ड्रिल।
- उदाहरण: स्कूलों में अग्नि सुरक्षा अभ्यास।
- संचार प्रणाली (Communication Systems):
- आपातकालीन अलर्ट सिस्टम।
- रेडियो, मोबाइल, और सैटेलाइट आधारित सूचना प्रसारण।
तथ्य (Facts)
- भारत में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की स्थापना 2006 में हुई।
3. प्रतिक्रिया (Response)
परिभाषा (Definition)
प्रतिक्रिया का उद्देश्य आपदा के तुरंत बाद जीवन बचाने और नुकसान को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाना है।
मुख्य गतिविधियाँ (Key Activities)
- आपातकालीन सेवाएँ (Emergency Services):
- बचाव और राहत कार्य।
- उदाहरण: NDRF की त्वरित तैनाती।
- आश्रय और भोजन (Shelter and Food):
- प्रभावित लोगों को अस्थायी आवास और भोजन प्रदान करना।
- उदाहरण: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर।
- चिकित्सा सहायता (Medical Assistance):
- घायल व्यक्तियों का इलाज।
- जलजनित बीमारियों की रोकथाम।
तथ्य (Facts)
- 2021 में चक्रवात ताउते के दौरान, NDRF ने 1,000 से अधिक लोगों को बचाया।
4. पुनर्प्राप्ति (Recovery)
परिभाषा (Definition)
पुनर्प्राप्ति का उद्देश्य आपदा के बाद प्रभावित क्षेत्रों और समुदायों को पुनः स्थापित करना है।
मुख्य गतिविधियाँ (Key Activities)
- पुनर्निर्माण (Reconstruction):
- क्षतिग्रस्त बुनियादी ढाँचे और घरों का पुनर्निर्माण।
- उदाहरण: उत्तराखंड बाढ़ (2013) के बाद पुनर्निर्माण कार्य।
- आर्थिक सहायता (Economic Support):
- प्रभावित लोगों को वित्तीय सहायता और रोजगार प्रदान करना।
- मनौवैज्ञानिक सहायता (Psychological Support):
- प्रभावित समुदायों को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ।
- लंबी अवधि की योजना (Long-Term Planning):
- स्थायी आवास और मजबूत अवसंरचना का विकास।
तथ्य (Facts)
- भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष (PMDRF) के तहत 2020 में ₹12,000 करोड़ राहत राशि आवंटित की।
आपदा प्रबंधन चक्र का महत्त्व (Importance of Disaster Management Cycle)
- जीवन और संपत्ति की सुरक्षा।
- स्थिरता सुनिश्चित करना:
- पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण के माध्यम से।
- सामुदायिक लचीलापन (Community Resilience):
- आपदा के प्रभावों को झेलने और उनसे उबरने की क्षमता।
आपदा प्रबंधन चक्र के चार चरण (शमन, तैयारी, प्रतिक्रिया, और पुनर्प्राप्ति) आपदाओं के प्रभाव को कम करने और प्रभावित समुदायों को जल्दी पुनःस्थापित करने में सहायक हैं। प्रभावी प्रबंधन के लिए सामुदायिक भागीदारी, आधुनिक तकनीक, और नीतिगत समर्थन आवश्यक हैं।