1. वन पारितंत्र (Forest Ecosystems)
परिभाषा (Definition)
वन पारितंत्र घने वृक्षों और वनस्पतियों से युक्त पारितंत्र हैं जो विविध प्रकार की जैव विविधता का समर्थन करते हैं।
प्रमुख प्रकार (Types)
- उष्णकटिबंधीय वर्षावन (Tropical Rainforests):
- स्थान: अमेज़न, कांगो बेसिन, दक्षिण-पूर्व एशिया।
- विशेषता:
- दुनिया की 50% जैव विविधता इन्हीं वनों में पाई जाती है।
- औसतन वार्षिक वर्षा 2000-3000 मिमी।
- समशीतोष्ण वनों (Temperate Forests):
- स्थान: उत्तर अमेरिका, यूरोप, पूर्वी एशिया।
- विशेषता:
- वृक्षों की पत्तियाँ शरद ऋतु में गिरती हैं।
- औसत तापमान: 10°C।
- बोरियल वन (Boreal Forests):
- स्थान: रूस, कनाडा, स्कैंडिनेवियाई देश।
- विशेषता:
- इसे टाइगा कहा जाता है।
- वैश्विक कार्बन भंडारण का 17% यही क्षेत्र करता है।
महत्व (Importance)
- कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके जलवायु परिवर्तन को धीमा करते हैं।
- दुनिया के 31% भूमि क्षेत्र को कवर करते हैं।
2. घासभूमि पारितंत्र (Grassland Ecosystems)
परिभाषा (Definition)
घासभूमियाँ ऐसी क्षेत्र हैं जहाँ घास प्रमुख वनस्पति होती है और वृक्षों की संख्या कम होती है।
प्रमुख प्रकार (Types)
- प्रेयरी (Prairie):
- स्थान: उत्तर अमेरिका।
- विशेषता:
- मध्यम वर्षा (500-900 मिमी)।
- कृषि के लिए उपयुक्त।
- सवाना (Savanna):
- स्थान: अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका।
- विशेषता:
- घास के बीच छिटके हुए वृक्ष।
- अफ्रीकी हाथी और शेर के निवास स्थान।
- स्टेपी (Steppe):
- स्थान: यूरेशिया।
- विशेषता:
- शुष्क घासभूमि।
- खेती और पशुपालन के लिए उपयुक्त।
महत्व (Importance)
- वैश्विक अनाज उत्पादन का 70% इन्हीं क्षेत्रों में होता है।
- पशुपालन और जंगली जीवन का प्रमुख आधार।
3. मरुस्थल पारितंत्र (Desert Ecosystems)
परिभाषा (Definition)
मरुस्थल ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ वर्षा 250 मिमी से कम होती है और वनस्पति विरल होती है।
प्रमुख प्रकार (Types)
- गर्म मरुस्थल (Hot Deserts):
- स्थान: सहारा, थार, कालाहारी।
- विशेषता:
- उच्च तापमान (40°C से अधिक)।
- कैक्टस और खजूर जैसे पौधे।
- शीत मरुस्थल (Cold Deserts):
- स्थान: गोबी, अंटार्कटिका।
- विशेषता:
- अत्यधिक ठंड (-40°C)।
- बर्फ से ढके क्षेत्र।
महत्व (Importance)
- खनिज संसाधनों का प्रमुख स्रोत।
- सहनशील पौधों और जानवरों का विकास।
- पृथ्वी का 33% क्षेत्र मरुस्थल है।
4. जलीय पारितंत्र (Aquatic Ecosystems)
परिभाषा (Definition)
जलीय पारितंत्र जल आधारित पारितंत्र हैं, जो समुद्री और मीठे जल में विभाजित हैं।
प्रकार (Types)
- मीठे जल के पारितंत्र (Freshwater Ecosystems):
- उदाहरण: झीलें, नदियाँ, तालाब।
- विशेषता:
- जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण।
- गंगा नदी में 140 से अधिक मछली प्रजातियाँ।
- समुद्री पारितंत्र (Marine Ecosystems):
- उदाहरण: महासागर, प्रवाल भित्तियाँ।
- विशेषता:
- महासागर पृथ्वी की 70% सतह को कवर करते हैं।
- फाइटोप्लांकटन वैश्विक ऑक्सीजन का 50% उत्पादन करते हैं।
महत्व (Importance)
- खाद्य स्रोत और परिवहन का आधार।
- जलवायु विनियमन में भूमिका।
5. कृत्रिम पारितंत्र (Artificial Ecosystems)
परिभाषा (Definition)
कृत्रिम पारितंत्र मानव निर्मित पारितंत्र हैं, जो प्राकृतिक पारितंत्र की कार्यप्रणाली की नकल करते हैं।
उदाहरण (Examples)
- कृषि प्रणाली (Agricultural Systems):
- फसल उगाने के लिए डिज़ाइन किया गया।
- उद्यान (Gardens):
- सौंदर्य और जैव विविधता के लिए विकसित।
- जलाशय (Reservoirs):
- जल संरक्षण और विद्युत उत्पादन।
महत्व (Importance)
- मानव आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित।
- भारत में 5,000 से अधिक कृत्रिम जलाशय।
इन पारितंत्रों का वैश्विक पर्यावरण में योगदान महत्वपूर्ण है। वनों से कार्बन अवशोषण, घासभूमियों से अनाज उत्पादन, मरुस्थलों से खनिज संसाधन, और जलीय पारितंत्रों से ऑक्सीजन उत्पादन मानव जीवन के लिए आवश्यक हैं। कृत्रिम पारितंत्र मानव आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक हैं और प्राकृतिक पारितंत्रों का पूरक हैं।