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मानक और सूचकांक (Standards and Indices)


वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index – AQI)

परिभाषा (Definition)

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) एक मानक है जो वायु प्रदूषकों के आधार पर वायु की गुणवत्ता को वर्गीकृत करता है। यह आम जनता को वायु प्रदूषण और उसके स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।


वर्गीकरण (Classification)

  • AQI को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
    • 0-50: अच्छी (Good)
    • 51-100: संतोषजनक (Satisfactory)
    • 101-200: मध्यम (Moderate)
    • 201-300: खराब (Poor)
    • 301-400: बहुत खराब (Very Poor)
    • 401-500: गंभीर (Severe)

प्रमुख प्रदूषक (Key Pollutants)

  1. पार्टिकुलेट मैटर (PM10 और PM2.5):
    • वाहन और औद्योगिक उत्सर्जन।
  2. सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂):
    • कोयला जलाने से।
  3. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂):
    • वाहनों और थर्मल पावर प्लांट्स से।
  4. कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)।
  5. ओजोन (O₃)।

महत्त्व (Importance)

  • स्वास्थ्य चेतावनी: AQI लोगों को वायु प्रदूषण के खतरों से आगाह करता है।
  • नीति निर्धारण: सरकार प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाती है।

तथ्य (Facts)

  • भारत में AQI को 2014 में शुरू किया गया।
  • 2022 में दिल्ली का औसत AQI 350-400 (बहुत खराब) था।

सरकारी कदम (Government Initiatives)

  1. राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP):
    • 2024 तक वायु प्रदूषण में 20-30% कमी का लक्ष्य।
  2. वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (Air Quality Monitoring System):
    • प्रमुख शहरों में AQI निगरानी केंद्र।

राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक (National Ambient Air Quality Standards – NAAQS)

परिभाषा (Definition)

NAAQS भारत में वायु गुणवत्ता के लिए ऐसे मानक हैं जो स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए स्थापित किए गए हैं।


मुख्य घटक (Key Components)

  1. प्रदूषकों की सीमा:
    • पार्टिकुलेट मैटर (PM10 और PM2.5):
      • PM10: 100 μg/m³ (24 घंटे)।
      • PM2.5: 60 μg/m³ (24 घंटे)।
    • सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂):
      • 80 μg/m³ (24 घंटे)।
    • नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂):
      • 80 μg/m³ (24 घंटे)।
    • ओजोन (O₃):
      • 100 μg/m³ (8 घंटे)।
  2. मूल स्रोत (Key Sources):
    • वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक उत्सर्जन, और जैव ईंधन।

महत्त्व (Importance)

  1. प्रदूषण नियंत्रण:
    • NAAQS वायु गुणवत्ता सुधारने में सहायक है।
  2. स्वास्थ्य संरक्षण:
    • हानिकारक प्रदूषकों की सीमा निर्धारित करके लोगों को सुरक्षित रखना।

सरकारी प्रयास (Government Efforts)

  1. पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986:
    • NAAQS को लागू करने का कानूनी ढाँचा।
  2. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB):
    • वायु गुणवत्ता की निगरानी और मानकों का कार्यान्वयन।
  3. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (SPCBs):
    • राज्य स्तर पर NAAQS लागू करना।

तथ्य (Facts)

  • भारत में NAAQS को पहली बार 1982 में स्थापित किया गया।
  • 2009 में NAAQS को संशोधित कर अधिक प्रदूषकों को शामिल किया गया।

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) और राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक (NAAQS) वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और लोगों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन मानकों का प्रभावी कार्यान्वयन और जागरूकता वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक है।

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