आपदाओं को प्राकृतिक और मानवजनित (Man-Made) दो प्रमुख श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। ये घटनाएँ मानव जीवन, संपत्ति, और पर्यावरण पर विनाशकारी प्रभाव डालती हैं।
प्राकृतिक आपदाएँ (Natural Disasters)
1. भूकंप (Earthquakes)
परिभाषा (Definition)
भूकंप पृथ्वी की प्लेटों के अचानक खिसकने के कारण होने वाली कंपन्न घटनाएँ हैं।
- माप: रिक्टर स्केल और मॉमेंट मैग्नीट्यूड स्केल (Mw)।
प्रमुख तथ्य (Key Facts)
- भारत में भूकंप संभावित क्षेत्र:
- जोन V (उच्चतम जोखिम): उत्तर-पूर्व, हिमालयी क्षेत्र।
- जोन II (न्यूनतम जोखिम): मध्य भारत।
- उदाहरण:
- 2001 का भुज भूकंप, गुजरात (7.7 Mw): 20,000 लोगों की मृत्यु।
- 2015 का नेपाल भूकंप: 8,964 मृत और कई लाख बेघर।
प्रभाव (Impacts)
- जीवन और संपत्ति की हानि।
- अवसंरचना का विनाश।
- भूस्खलन और जल स्रोतों का परिवर्तन।
2. चक्रवात (Cyclones)
परिभाषा (Definition)
चक्रवात एक तेज़ गति की हवा प्रणाली है, जो कम दबाव वाले क्षेत्र के चारों ओर बनती है।
- माप: सफिर-सिम्पसन स्केल।
प्रमुख तथ्य (Key Facts)
- भारत में चक्रवात संभावित क्षेत्र:
- पूर्वी तट: बंगाल की खाड़ी।
- पश्चिमी तट: अरब सागर।
- उदाहरण:
- 1999 का ओडिशा सुपर साइक्लोन: 10,000 लोगों की मृत्यु।
- 2021 का ताउते चक्रवात।
प्रभाव (Impacts)
- समुद्र स्तर में वृद्धि और तटीय बाढ़।
- कृषि और मत्स्य उद्योग पर प्रभाव।
- जन और संपत्ति का विनाश।
3. बाढ़ (Floods)
परिभाषा (Definition)
बाढ़ तब होती है, जब अत्यधिक वर्षा, नदियों का जलस्तर बढ़ने, या बांध टूटने से जल स्रोतों का प्रवाह सामान्य सीमा से बाहर हो जाता है।
प्रमुख तथ्य (Key Facts)
- भारत के बाढ़ संभावित क्षेत्र:
- गंगा और ब्रह्मपुत्र बेसिन।
- तटीय क्षेत्र।
- उदाहरण:
- 2013 का उत्तराखंड बाढ़ (केदारनाथ आपदा): 5,700+ मृत।
- 2020 का बिहार बाढ़।
प्रभाव (Impacts)
- कृषि, संपत्ति और अवसंरचना को भारी नुकसान।
- जलजनित बीमारियों का प्रसार।
- विस्थापन और आर्थिक हानि।
मानवजनित आपदाएँ (Man-Made Disasters)
1. औद्योगिक दुर्घटनाएँ (Industrial Accidents)
परिभाषा (Definition)
औद्योगिक दुर्घटनाएँ उद्योगों में मानवीय त्रुटि, तकनीकी विफलता, या प्राकृतिक कारणों से होती हैं।
प्रमुख तथ्य (Key Facts)
- उदाहरण:
- 1984 का भोपाल गैस त्रासदी: मिथाइल आइसोसाइनेट रिसाव से 5,000+ मौतें।
- 2020 का विशाखापत्तनम गैस रिसाव: 11 मौतें और 1,000 से अधिक प्रभावित।
- प्रमुख कारण:
- सुरक्षा मानकों का अभाव।
- रासायनिक पदार्थों का अनुचित प्रबंधन।
प्रभाव (Impacts)
- पर्यावरण प्रदूषण।
- स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव।
- औद्योगिक गतिविधियों का रुकना।
2. तेल रिसाव (Oil Spills)
परिभाषा (Definition)
तेल रिसाव समुद्र या जल निकायों में तेल के फैलने की घटना है, जो मुख्यतः तेल टैंकर दुर्घटनाओं या पाइपलाइन क्षति से होती है।
प्रमुख तथ्य (Key Facts)
- उदाहरण:
- 2010 का डीपवाटर होराइजन ऑयल स्पिल (गोल्फ ऑफ मैक्सिको): 4.9 मिलियन बैरल तेल रिसाव।
- 2002 का एमवी प्रेस्टिज घटना (स्पेन): 77,000 टन तेल रिसाव।
- भारत में तेल रिसाव:
- 2017 में चेन्नई के पास तेल टैंकर टकराव से हुआ तेल रिसाव।
प्रभाव (Impacts)
- समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर प्रभाव।
- मछली उद्योग और तटीय आजीविका का नुकसान।
- जल स्रोतों की गुणवत्ता में गिरावट।
प्राकृतिक आपदाएँ जैसे भूकंप, चक्रवात और बाढ़, और मानवजनित आपदाएँ जैसे औद्योगिक दुर्घटनाएँ और तेल रिसाव, दोनों ही मानव जीवन, पर्यावरण, और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डालती हैं। इनसे बचाव के लिए नीतिगत सुधार, आधुनिक तकनीक, और सामुदायिक जागरूकता की आवश्यकता है। सतत विकास की दिशा में इन आपदाओं के प्रभावों को कम करना एक प्रमुख प्राथमिकता होनी चाहिए।