अमोनिया (Ammonia)
अमोनिया क्या है?
अमोनिया (Ammonia) एक रासायनिक यौगिक है, जिसका रासायनिक सूत्र NH₃ है। यह एक रंगहीन गैस है, जिसमें तेज गंध होती है। अमोनिया नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से बना है और इसका उपयोग उर्वरक, रसायन और विभिन्न उद्योगों में होता है।
अमोनिया के भौतिक और रासायनिक गुण
- रंग: रंगहीन।
- गंध: तीखी गंध (प्याज जैसी)।
- गलनांक: -77.7°C
- क्वथनांक: -33.34°C
- घनत्व: 0.73 ग्राम/लीटर।
- घुलनशीलता: पानी में अत्यधिक घुलनशील।
- रासायनिक प्रकृति: कमजोर आधार।
अमोनिया का निर्माण
अमोनिया मुख्यतः हाबर विधि (Haber Process) से तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया में:
- नाइट्रोजन (N₂) और हाइड्रोजन (H₂) को उच्च दबाव और तापमान पर, लौह उत्प्रेरक की उपस्थिति में क्रिया कराई जाती है।
- समीकरण: N₂ + 3H₂ ⇌ 2NH₃ + ऊष्मा
अमोनिया के उपयोग
- उर्वरक: अमोनिया का उपयोग यूरिया और अमोनियम नाइट्रेट जैसे उर्वरकों के निर्माण में होता है।
- रसायन निर्माण: नाइट्रिक एसिड और हाइड्रोक्लोरिक एसिड के निर्माण में।
- शीतलन: औद्योगिक कूलिंग सिस्टम में शीतलक (Refrigerant) के रूप में।
- सफाई: घरेलू और औद्योगिक क्लीनर में।
- टेक्सटाइल उद्योग: सिंथेटिक फाइबर बनाने में।
- चिकित्सा: नकली सांस परीक्षण और दवाओं के निर्माण में।
अमोनिया का जैविक महत्व
- यह नाइट्रोजन चक्र (Nitrogen Cycle) का एक महत्वपूर्ण घटक है।
- अमोनिया पौधों के लिए नाइट्रोजन का एक प्रमुख स्रोत है।
- यह बैक्टीरिया द्वारा जैविक अपशिष्ट को विघटित करने में उत्पन्न होता है।
अमोनिया के पर्यावरणीय प्रभाव
- मिट्टी और जल: अधिक मात्रा में अमोनिया मिट्टी और जल प्रदूषण का कारण बन सकता है।
- जलीय जीवन: पानी में अमोनिया की अधिक मात्रा जलीय जीवों के लिए हानिकारक है।
- वायुमंडल: अमोनिया गैस वायुमंडल में प्रदूषण का कारण बनती है।
अमोनिया के विशेष तथ्य
- अमोनिया का तरल रूप औद्योगिक शीतलन के लिए उपयोग किया जाता है।
- हाबर प्रक्रिया का विकास 1909 में हुआ था और इसे कृषि के लिए एक क्रांतिकारी कदम माना जाता है।
- अमोनिया का प्रयोग कपड़ा उद्योग में नायलॉन और पॉलिएस्टर बनाने के लिए किया जाता है।