कृत्रिम मधुरक (Artificial Sweeteners)
कृत्रिम मधुरक क्या हैं?
कृत्रिम मधुरक (Artificial Sweeteners) ऐसे रासायनिक यौगिक हैं जो प्राकृतिक चीनी (सुक्रोज) की तुलना में कई गुना अधिक मीठे होते हैं और इनका उपयोग कैलोरी की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
कृत्रिम मधुरकों के प्रकार
कृत्रिम मधुरकों को उनकी संरचना और मीठास के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है:
मधुरक | रासायनिक संरचना | मीठास (सुक्रोज से तुलना) | प्रमुख उपयोग |
---|---|---|---|
सैकरीन (Saccharin) | C₇H₅NO₃S | 300-400 गुना | डायबिटिक उत्पाद, पेय पदार्थ |
एस्पार्टेम (Aspartame) | C₁₄H₁₈N₂O₅ | 200 गुना | शीतल पेय, च्युइंग गम |
सुक्रालोज (Sucralose) | C₁₂H₁₉Cl₃O₈ | 600 गुना | बेकिंग उत्पाद, पेय |
साइक्लामेट (Cyclamate) | C₆H₁₂NNaO₃S | 30-50 गुना | मीठे पेय, डेसर्ट |
एसेसल्फेम पोटैशियम (Acesulfame Potassium) | C₄H₄KNO₄S | 200 गुना | पेय पदार्थ, डेयरी उत्पाद |
कृत्रिम मधुरकों के उपयोग
- डायबिटिक उत्पादों में शर्करा के विकल्प के रूप में।
- शीतल पेय, एनर्जी ड्रिंक्स और मिठाई में।
- सौंदर्य प्रसाधनों में स्वाद बढ़ाने के लिए।
- दवाओं में कड़वाहट छिपाने के लिए।
कृत्रिम मधुरकों के लाभ
- कैलोरी कम होती है, जिससे मोटापा नियंत्रित किया जा सकता है।
- डायबिटीज के रोगियों के लिए सुरक्षित विकल्प।
- गर्मी में स्थिर, जिससे बेकिंग उत्पादों में उपयोग संभव है।
परीक्षापयोगी तथ्य
- सैकरीन पहला खोजा गया कृत्रिम मधुरक है (1879 में)।
- सुक्रालोज चीनी से 600 गुना अधिक मीठा होता है और यह बेकिंग के लिए उपयुक्त है।
- एस्पार्टेम को अत्यधिक गर्मी में उपयोग नहीं किया जा सकता क्योंकि यह टूट जाता है।
- कई देशों में साइक्लामेट पर प्रतिबंध है क्योंकि यह संभावित कैंसरजन है।