बफर विलयन
बफर विलयन क्या है?
बफर विलयन (Buffer Solution) वह विलयन है जो अपनी pH मान में किसी बाहरी अम्ल (Acid) या क्षार (Base) के जोड़ने पर अधिक परिवर्तन नहीं होने देता। यह विलयन अम्ल और क्षार दोनों के प्रभाव को संतुलित करने में सक्षम होता है।
बफर विलयन के प्रकार
प्रकार | संघटन | उदाहरण |
---|---|---|
अम्लीय बफर (Acidic Buffer) | कमजोर अम्ल + उसका लवण | CH₃COOH + CH₃COONa |
क्षारीय बफर (Basic Buffer) | कमजोर क्षार + उसका लवण | NH₄OH + NH₄Cl |
बफर विलयन की विशेषताएँ
- pH मान को स्थिर बनाए रखता है।
- अम्लीय और क्षारीय दोनों प्रकार के प्रभाव को संतुलित करता है।
- यह जीव विज्ञान, चिकित्सा और रसायन विज्ञान में अत्यधिक उपयोगी है।
बफर विलयन का उपयोग
- जैव रसायन: कोशिकाओं और एंजाइमों के pH संतुलन में।
- औषधि: दवाइयों में स्थिरता बनाए रखने के लिए।
- कृषि: मिट्टी के pH को संतुलित करने के लिए।
- रसायन उद्योग: रासायनिक परीक्षणों में।
- खाद्य उद्योग: खाद्य पदार्थों के संरक्षण में।
महत्त्व
- मानव रक्त का pH लगभग 7.4 है, जिसे बफर विलयन द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
- औद्योगिक और जैविक प्रक्रियाओं में सही pH बनाए रखना आवश्यक है।