अपोहन, ब्राउनी गति, स्कन्दन
अपोहन (Dialysis)
अपोहन एक प्रक्रिया है जिसमें कोलॉइड विलयन से विघटित अणुओं और आयनों को एक अर्धपारगम्य झिल्ली (Semi-permeable Membrane) के माध्यम से हटाया जाता है।
विशेषताएँ:
- यह रासायनिक शुद्धिकरण की एक विधि है।
- आमतौर पर चिकित्सा (डायलिसिस मशीन) और रसायन विज्ञान में उपयोगी।
उदाहरण: रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को हटाने के लिए किडनी डायलिसिस।
ब्राउनी गति (Brownian Motion)
ब्राउनी गति कोलॉइड कणों की अनियमित और यादृच्छिक गति है, जो इनके माध्यम के अणुओं द्वारा टकराव के कारण होती है।
विशेषताएँ:
- यह गति छोटे कणों में अधिक होती है।
- यह तापमान के बढ़ने पर बढ़ जाती है।
उदाहरण: पानी में धूल के कणों की अनियमित गति।
स्कन्दन (Coagulation)
स्कन्दन एक प्रक्रिया है जिसमें कोलॉइड के विखंडित कण आपस में जुड़कर बड़े कण बनाते हैं, जो विलयन में जम जाते हैं। इसे अवक्षेपण भी कहा जाता है।
विशेषताएँ:
- यह प्रक्रिया विद्युत आवेश के हटने से होती है।
- रासायनिक अभिकारक या तापमान में बदलाव स्कन्दन को प्रभावित करते हैं।
उदाहरण:
- दूध में फिटकिरी डालने पर ठोस का जमाव।
- गंदे पानी के शोधन में स्कन्दन।
तीनों प्रक्रियाओं में अंतर
प्रक्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
---|---|---|
अपोहन | अर्धपारगम्य झिल्ली द्वारा आयनों को हटाना। | किडनी डायलिसिस |
ब्राउनी गति | कोलॉइड कणों की अनियमित गति। | पानी में धूल के कण |
स्कन्दन | कोलॉइड कणों का जमाव। | दूध में ठोस का जमाव |
उपयोग
- अपोहन: रक्त शोधन, रासायनिक विलयन की अशुद्धियाँ दूर करने में।
- ब्राउनी गति: कोलॉइड के अस्तित्व और स्थायित्व को समझने में।
- स्कन्दन: जल शोधन, दही और पनीर बनाने में।