अधात्विक यौगिकों के सूत्र और उपयोग (भाग 3)
- कार्बोलिक एसिड: यह फिनोल (C6H5OH) का सामान्य नाम है; इसका उपयोग कीटाणुनाशक और प्लास्टिक बनाने में होता है।
- पॉलीकार्बोनेट: यह एक मजबूत, पारदर्शी प्लास्टिक है; इसका उपयोग बुलेटप्रूफ ग्लास और सीडी/डीवीडी बनाने में होता है।
- बैकेलाइट: यह फिनोल और फॉर्मेल्डिहाइड का बहुलक है; यह पहला पूर्ण सिंथेटिक प्लास्टिक था।
- मेलामाइन: इसका उपयोग न टूटने वाले बर्तन (क्रॉकरी) बनाने में होता है।
- एथिलीन: यह एक पादप हार्मोन है जो फलों को पकाने में मदद करता है।
- आइसोप्रिन: यह प्राकृतिक रबर का एकलक (monomer) है।
- क्लोरोप्रीन: यह नियोप्रीन (एक प्रकार का सिंथेटिक रबर) का एकलक है।
- एस्पिरिन का स्रोत: एस्पिरिन को मूल रूप से विलो (willow) पेड़ की छाल से प्राप्त सैलिसिलिक एसिड से बनाया गया था।
- सैकरीन का कैलोरी मान: सैकरीन का कैलोरी मान शून्य होता है, इसलिए इसका उपयोग मधुमेह के रोगी करते हैं।
- ऑयल ऑफ मिर्बेन: नाइट्रोबेंजीन को ‘ऑयल ऑफ मिर्बेन’ कहा जाता है; इसकी गंध कड़वे बादाम जैसी होती है।
- ग्लूकोज का परीक्षण: मूत्र में ग्लूकोज की उपस्थिति का पता लगाने के लिए बेनेडिक्ट के विलयन का उपयोग किया जाता है।
- स्टार्च का परीक्षण: स्टार्च की उपस्थिति का पता लगाने के लिए आयोडीन विलयन का उपयोग किया जाता है, जो नीला-काला रंग देता है।
- डीएनए और आरएनए: ये न्यूक्लिक एसिड हैं; इनमें फास्फोरस, फॉस्फेट समूह के रूप में मौजूद होता है।
- एटीपी (ATP): एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट को कोशिका की ‘ऊर्जा मुद्रा’ (Energy Currency) कहा जाता है।
- कार्बोनिल क्लोराइड: यह फॉस्जीन (COCl2) का IUPAC नाम है, जो एक विषैली गैस है।
- सिंथेटिक गैस (सिनगैस): यह कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोजन का मिश्रण है; इसका उपयोग मेथेनॉल और अन्य हाइड्रोकार्बन के संश्लेषण में होता है।
- कोल गैस: यह हाइड्रोजन, मीथेन और कार्बन मोनोऑक्साइड का मिश्रण है; यह कोयले के भंजक आसवन से प्राप्त होती है।
- ऑक्टेन संख्या: यह पेट्रोल की गुणवत्ता (एंटी-नॉकिंग गुण) का माप है।
- सीटेन संख्या: यह डीजल की गुणवत्ता (ज्वलन गुण) का माप है।
- टेट्राएथिल लेड (TEL): इसका उपयोग पेट्रोल में एंटी-नॉकिंग एजेंट के रूप में किया जाता था, लेकिन अब सीसा रहित पेट्रोल का उपयोग होता है।
- सिरोसिस: मेथेनॉल के सेवन से अंधापन और यकृत सिरोसिस हो सकता है।
- विकृत अल्कोहल (Denatured Alcohol): इथेनॉल को पीने के लिए अयोग्य बनाने के लिए उसमें मेथेनॉल या पिरिडीन जैसे जहरीले पदार्थ मिलाए जाते हैं।
- पावर अल्कोहल: यह पेट्रोल और इथेनॉल का मिश्रण है, जिसे ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
- एस्टर: एस्टर में फलों जैसी मीठी गंध होती है; इनका उपयोग इत्र और खाद्य फ्लेवरिंग में होता है।
- साबुनीकरण (Saponification): यह वसा या तेल की क्षार के साथ अभिक्रिया करके साबुन और ग्लिसरॉल बनाने की प्रक्रिया है।
- अपमार्जक (Detergents): ये कठोर और मृदु दोनों प्रकार के जल में काम करते हैं।
- बायोडिग्रेडेबल बहुलक: PHBV (पॉली-β-हाइड्रॉक्सीब्यूटाइरेट-को-β-हाइड्रॉक्सीवेलरेट) एक बायोडिग्रेडेबल बहुलक है।
- लेक्सन (Lexan): यह एक पॉलीकार्बोनेट प्लास्टिक है जिसका उपयोग बुलेटप्रूफ खिड़कियां बनाने में होता है।
- ऑर्लोन: यह पॉलीएक्रिलोनाइट्राइल का व्यापारिक नाम है, जिसे कृत्रिम ऊन के रूप में उपयोग किया जाता है।
- अकार्बनिक बेंजीन: बोराज़ीन (B3N3H6) को ‘अकार्बनिक बेंजीन’ कहा जाता है क्योंकि इसकी संरचना बेंजीन के समान होती है।
- सिलिकॉन: ये पॉलीसिलोक्सेन होते हैं; इनका उपयोग जलरोधी सीलेंट, स्नेहक और चिकित्सा प्रत्यारोपण में होता है।
- कांच का नक़्क़ाशी: कांच पर नक़्क़ाशी हाइड्रोफ्लोरिक एसिड (HF) से की जाती है, इसलिए इसे कांच की बोतलों में संग्रहीत नहीं किया जा सकता है।
- सुपर हैलोजन: कुछ यौगिक, जो हैलोजन से भी अधिक इलेक्ट्रॉन बंधुता रखते हैं, सुपर हैलोजन कहलाते हैं।
- सल्फर हेक्साफ्लोराइड (SF6): यह एक अत्यंत अक्रिय और गैर-विषाक्त गैस है; इसका उपयोग उच्च-वोल्टेज सर्किट ब्रेकर में विद्युत इन्सुलेटर के रूप में किया जाता है।
- नाइट्रोजन के ऑक्साइड: नाइट्रोजन के कई ऑक्साइड होते हैं, जैसे N2O, NO, N2O3, NO2, N2O5।
- अमोनिया की आकृति: अमोनिया (NH3) अणु की आकृति त्रिकोणीय पिरामिड (Trigonal Pyramidal) होती है।
- मीथेन की आकृति: मीथेन (CH4) अणु की आकृति चतुष्फलकीय (Tetrahedral) होती है।
- जल की आकृति: जल (H2O) अणु की आकृति कोणीय या ‘V’ आकार की होती है।
- कार्बन डाइऑक्साइड की आकृति: कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) अणु की आकृति रैखिक (Linear) होती है।
- हीरे में प्रसंकरण: हीरे में प्रत्येक कार्बन परमाणु sp3 प्रसंकरित होता है।
- ग्रेफाइट में प्रसंकरण: ग्रेफाइट में प्रत्येक कार्बन परमाणु sp2 प्रसंकरित होता है।
- एसिटिलीन में प्रसंकरण: एसिटिलीन (C2H2) में कार्बन परमाणु sp प्रसंकरित होते हैं।
- कार्बोहाइड्रेट: ये कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के यौगिक होते हैं, जिनमें H और O का अनुपात आमतौर पर 2:1 होता है।
- प्रोटीन: ये अमीनो एसिड के बहुलक होते हैं; इनमें कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन आवश्यक रूप से होते हैं।
- एन्जाइम: ये जैविक उत्प्रेरक होते हैं जो मुख्य रूप से प्रोटीन होते हैं।
- हार्मोन: ये शरीर में रासायनिक संदेशवाहक के रूप में कार्य करते हैं।
- डीएनए की संरचना: डीएनए की द्विकुंडलिनी (Double Helix) संरचना वाटसन और क्रिक द्वारा दी गई थी।
- विस्फोटक के रूप में अमोनियम नाइट्रेट: इसका उपयोग उर्वरक के साथ-साथ ANFO (अमोनियम नाइट्रेट/फ्यूल ऑयल) नामक विस्फोटक बनाने में भी होता है।
- सबसे सरल अमीनो एसिड: ग्लाइसिन सबसे सरल अमीनो एसिड है।
अभ्यास प्रश्न (MCQs)
1. ‘अकार्बनिक बेंजीन’ किसे कहा जाता है?
2. पेट्रोल की गुणवत्ता को मापने के लिए किस संख्या का उपयोग किया जाता है?
3. कोशिका की ‘ऊर्जा मुद्रा’ (Energy Currency) किसे कहते हैं?
4. जल अणु (H2O) की आकृति कैसी होती है?
5. निम्नलिखित में से कौन सा एक बायोडिग्रेडेबल बहुलक है?
6. साबुन बनाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
7. ‘ऑयल ऑफ मिर्बेन’ किसका सामान्य नाम है?
8. हीरे में कार्बन परमाणुओं का प्रसंकरण (hybridization) क्या होता है?