भू-स्थिर उपग्रह (Geostationary Satellites)
1. भू-स्थिर उपग्रह क्या है? (What is a Geostationary Satellite?)
भू-स्थिर उपग्रह (Geostationary Satellite) एक ऐसा उपग्रह है जो पृथ्वी की भूमध्य रेखा के ऊपर 35,786 किलोमीटर की ऊँचाई पर पृथ्वी के साथ-साथ घूर्णन करता है। इस प्रकार का उपग्रह पृथ्वी के एक ही स्थान के ऊपर स्थिर दिखाई देता है, जिससे वह लगातार एक ही क्षेत्र को कवर कर सकता है।
2. भू-स्थिर उपग्रह की विशेषताएँ (Characteristics of Geostationary Satellites)
- भू-स्थिर उपग्रह पृथ्वी की घूर्णन गति के समान गति से चलता है, जिससे वह एक ही बिंदु के ऊपर स्थिर दिखाई देता है।
- इसकी कक्षा भूमध्य रेखा के ठीक ऊपर होती है और इसे पृथ्वी के साथ-साथ पश्चिम से पूर्व दिशा में घूर्णन करना होता है।
- पृथ्वी की सतह से इसकी दूरी लगभग 35,786 किलोमीटर होती है।
- भू-स्थिर उपग्रह का आवर्त काल 24 घंटे होता है, जो पृथ्वी के घूर्णन काल के बराबर है।
3. भू-स्थिर उपग्रह के अनुप्रयोग (Applications of Geostationary Satellites)
- संचार (Communication): भू-स्थिर उपग्रहों का उपयोग संचार के क्षेत्र में व्यापक रूप से किया जाता है। ये उपग्रह टीवी प्रसारण, रेडियो, और इंटरनेट सेवाओं के लिए संकेतों को रिले करने में सहायक होते हैं।
- मौसम विज्ञान (Meteorology): मौसम पूर्वानुमान के लिए भू-स्थिर उपग्रहों का उपयोग किया जाता है, जिससे पृथ्वी के बड़े क्षेत्र की मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- नेविगेशन (Navigation): भू-स्थिर उपग्रहों का उपयोग नेविगेशन सेवाओं के लिए भी किया जाता है, जैसे जीपीएस (GPS) और ग्लोनास (GLONASS)।
- सैन्य कार्य (Military Operations): भू-स्थिर उपग्रहों का उपयोग सैन्य संचार, जासूसी और निगरानी के लिए भी किया जाता है।
4. भू-स्थिर और भू-संगति उपग्रह के बीच अंतर (Difference Between Geostationary and Geosynchronous Satellites)
भू-स्थिर उपग्रह (Geostationary Satellite) | भू-संगति उपग्रह (Geosynchronous Satellite) |
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भूमध्य रेखा के ठीक ऊपर स्थित होता है और पृथ्वी के एक ही बिंदु के ऊपर स्थिर दिखाई देता है। | पृथ्वी के घूर्णन के साथ संगति में होता है लेकिन भूमध्य रेखा के ऊपर स्थित नहीं होता, इसलिए यह एक ही बिंदु के ऊपर स्थिर नहीं दिखाई देता। |
इसका आवर्त काल 24 घंटे होता है, जो पृथ्वी के घूर्णन काल के बराबर होता है। | इसका आवर्त काल भी 24 घंटे होता है, लेकिन इसकी कक्षा भूमध्य रेखा पर नहीं होती। |
यह हमेशा पृथ्वी के एक ही स्थान को कवर करता है, इसलिए इसका उपयोग संचार और मौसम पूर्वानुमान के लिए किया जाता है। | यह पृथ्वी पर एक निश्चित पथ पर चलता है, और संचार और अन्य अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी होता है। |
5. उदाहरण (Example)
INSAT-3D एक भारतीय भू-स्थिर उपग्रह है, जिसका उपयोग मौसम पूर्वानुमान और संचार के लिए किया जाता है। इसी प्रकार GSAT-30 एक संचार उपग्रह है, जो भारत की संचार आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक है।