परिचय: रेडॉक्स अभिक्रिया
रेडॉक्स अभिक्रिया एक प्रकार की रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण होता है। इसमें दो प्रक्रियाएं एक साथ होती हैं: ऑक्सीकरण (Oxidation), जिसमें इलेक्ट्रॉन का त्याग होता है, और अपचयन (Reduction), जिसमें इलेक्ट्रॉन का ग्रहण होता है। इन दोनों प्रक्रियाओं को समझने के लिए ऑक्सीकारक और अपचायक की भूमिका महत्वपूर्ण है।
ऑक्सीकारक (Oxidizing Agent)
परिभाषा: ऑक्सीकारक (या ऑक्सीडेंट) वह रासायनिक प्रजाति है जो किसी अन्य प्रजाति से इलेक्ट्रॉन ग्रहण करती है। ऐसा करके, यह दूसरी प्रजाति का ऑक्सीकरण करती है और स्वयं अपचयित हो जाती है।
- इसकी ऑक्सीकरण संख्या अभिक्रिया के दौरान घटती है।
- उदाहरण: ऑक्सीजन (O₂), हैलोजन (Cl₂, Br₂), पोटैशियम परमैंगनेट (KMnO₄), हाइड्रोजन पेरॉक्साइड (H₂O₂)।
अपचायक (Reducing Agent)
परिभाषा: अपचायक (या रिडक्टेंट) वह रासायनिक प्रजाति है जो किसी अन्य प्रजाति को इलेक्ट्रॉन दान करती है। ऐसा करके, यह दूसरी प्रजाति का अपचयन करती है और स्वयं ऑक्सीकृत हो जाती है।
- इसकी ऑक्सीकरण संख्या अभिक्रिया के दौरान बढ़ती है।
- उदाहरण: क्षार धातुएं (Na, K), हाइड्रोजन (H₂), कार्बन (C), हाइड्रोजन सल्फाइड (H₂S)।
अभिक्रियाओं के उदाहरण
| प्रक्रिया (Process) | उदाहरण समीकरण (Example Equation) | स्पष्टीकरण (Explanation) |
|---|---|---|
| ऑक्सीकरण | 2Fe²⁺ + H₂O₂ → 2Fe³⁺ + 2OH⁻ | Fe²⁺ एक इलेक्ट्रॉन खोकर Fe³⁺ में बदल जाता है (ऑक्सीकरण संख्या +2 से +3 हो जाती है)। |
| अपचयन | MnO₄⁻ + 8H⁺ + 5e⁻ → Mn²⁺ + 4H₂O | MnO₄⁻ में Mn की ऑक्सीकरण संख्या +7 से घटकर Mn²⁺ में +2 हो जाती है। |
| रेडॉक्स | 2Ag⁺ + Cu → 2Ag + Cu²⁺ | Ag⁺ का Ag में अपचयन होता है (इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है) और Cu का Cu²⁺ में ऑक्सीकरण होता है (इलेक्ट्रॉन त्यागता है)। |
| रेडॉक्स | Zn + CuSO₄ → ZnSO₄ + Cu | Zn का ऑक्सीकरण होता है (अपचायक) और Cu²⁺ का अपचयन होता है (CuSO₄ ऑक्सीकारक है)। |
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