फॉस्फोरस (Phosphorus)
फॉस्फोरस क्या है?
फॉस्फोरस (Phosphorus) एक गैर-धातु रासायनिक तत्व है, जिसका प्रतीक P और परमाणु संख्या 15 है। यह प्रकृति में स्वतंत्र रूप में नहीं पाया जाता, बल्कि अयस्कों और यौगिकों के रूप में पाया जाता है।
फॉस्फोरस के भौतिक और रासायनिक गुण
- रंग: सफेद, लाल, और काला (इसके अलग-अलग रूपों के आधार पर)।
- गलनांक: 44.1°C (सफेद फॉस्फोरस)।
- क्वथनांक: 280°C (सफेद फॉस्फोरस)।
- अवस्था: ठोस।
- प्रतिक्रिया: अत्यधिक प्रतिक्रियाशील, खासकर ऑक्सीजन के साथ।
- घनत्व: 1.82 ग्राम/सेमी³ (सफेद फॉस्फोरस)।
फॉस्फोरस के प्रकार
- सफेद फॉस्फोरस: अत्यधिक प्रतिक्रियाशील और ज्वलनशील।
- लाल फॉस्फोरस: कम प्रतिक्रियाशील, माचिस और आतिशबाजी में उपयोगी।
- काला फॉस्फोरस: सबसे स्थिर रूप, कम प्रतिक्रियाशील।
फॉस्फोरस के स्रोत
- खनिज: एपेटाइट (Ca₅(PO₄)₃(F,Cl,OH))।
- फॉस्फेट चट्टानें: फॉस्फोरस का प्रमुख स्रोत।
फॉस्फोरस के उपयोग
- उर्वरक: फॉस्फोरस युक्त उर्वरक जैसे सुपरफॉस्फेट और डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट)।
- माचिस: लाल फॉस्फोरस का उपयोग माचिस की तीलियों में।
- रसायन: फॉस्फोरिक एसिड और अन्य फॉस्फेट यौगिकों के निर्माण में।
- विस्फोटक: आतिशबाजी और सैन्य उपयोग।
- पोलिश: धातु पॉलिशिंग में उपयोगी।
फॉस्फोरस का जैविक महत्व
- फॉस्फोरस डीएनए और आरएनए जैसे आनुवंशिक पदार्थों का आवश्यक घटक है।
- यह एटीपी (ATP) के निर्माण में सहायक है, जो ऊर्जा का स्रोत है।
- पौधों की वृद्धि और जड़ों के विकास के लिए आवश्यक।
- हड्डियों और दांतों के निर्माण में महत्वपूर्ण।
फॉस्फोरस के पर्यावरणीय प्रभाव
- यूट्रोफिकेशन: जल में अधिक फॉस्फेट की उपस्थिति से शैवाल की अत्यधिक वृद्धि होती है।
- मिट्टी: अधिक उर्वरकों के उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता खराब हो सकती है।
विशेष तथ्य
- फॉस्फोरस की खोज 1669 में हेनिग ब्रांड (Hennig Brand) ने की थी।
- सफेद फॉस्फोरस को वायु के संपर्क से बचाने के लिए पानी में रखा जाता है।
- फॉस्फोरस युक्त यौगिक ऊर्जा उत्पादन और भंडारण में महत्वपूर्ण हैं।