विभेदन शक्ति (Resolving Power)
1. विभेदन शक्ति क्या है? (What is Resolving Power?)
विभेदन शक्ति (Resolving Power) किसी उपकरण की दो पास-पास स्थित वस्तुओं को अलग-अलग देखने की क्षमता को दर्शाती है। इसका उपयोग मुख्यतः ऑप्टिकल और खगोलीय उपकरणों जैसे माइक्रोस्कोप और दूरदर्शी में किया जाता है।
2. विभेदन शक्ति का सूत्र (Formula for Resolving Power)
विभेदन शक्ति निम्नलिखित है:
- माइक्रोस्कोप:
R
= विभेदन शक्तिλ
= प्रकाश की तरंगदैर्घ्यNA
= संख्यात्मक छिद्र (Numerical Aperture)- दूरदर्शी:
D
= लेंस या दर्पण का व्यासλ
= प्रकाश की तरंगदैर्घ्य
R = λ / 2NA
जहाँ:
R = D / 1.22λ
जहाँ:
3. विभेदन शक्ति को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Resolving Power)
- प्रकाश की तरंगदैर्घ्य (λ): छोटी तरंगदैर्घ्य वाली प्रकाश की विभेदन शक्ति अधिक होती है।
- संख्यात्मक छिद्र (NA): संख्यात्मक छिद्र बढ़ने पर विभेदन शक्ति बढ़ती है।
- लेंस या दर्पण का व्यास (D): अधिक व्यास होने पर विभेदन शक्ति बढ़ती है।
4. अनुप्रयोग (Applications)
- माइक्रोस्कोप द्वारा कोशिकाओं और ऊतकों का अध्ययन।
- दूरदर्शी द्वारा खगोलीय पिंडों का अवलोकन।
- ऑप्टिकल उपकरणों की सटीकता बढ़ाने में।
5. उदाहरण (Numerical Example)
उदाहरण:
प्रश्न: एक माइक्रोस्कोप का संख्यात्मक छिद्र
NA = 0.25
है और उपयोग किए गए प्रकाश की तरंगदैर्घ्यλ = 500 nm
है। विभेदन शक्ति ज्ञात करें।R = λ / 2NA
R = 500 × 10-9 / (2 × 0.25)
R = 500 × 10-9 / 0.5
R = 10-6 m
उत्तर: विभेदन शक्ति
1 μm
होगी।