स्व-प्रेरकत्व और पारस्परिक प्रेरण (Self and Mutual Inductance)
1. प्रेरकत्व क्या है? (What is Inductance?)
प्रेरकत्व (Inductance) एक विद्युत यांत्रिक गुणधर्म है, जो किसी चालक में प्रवाहित विद्युत धारा के कारण चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने की प्रवृत्ति को दर्शाता है।
2. स्व-प्रेरकत्व (Self Inductance)
स्व-प्रेरकत्व वह गुणधर्म है, जिसमें किसी कुंडली में विद्युत धारा में परिवर्तन होने पर उसी कुंडली में प्रेरित ईएमएफ उत्पन्न होता है। इसे “आंतरिक प्रेरण” भी कहा जाता है।
E = -L (dI / dt)
जहाँ:
E
= प्रेरित ईएमएफ (Induced EMF)L
= स्व-प्रेरकत्व (Self Inductance)dI / dt
= धारा में परिवर्तन की दर (Rate of Change of Current)
3. पारस्परिक प्रेरण (Mutual Inductance)
पारस्परिक प्रेरण वह गुणधर्म है, जिसमें एक कुंडली में विद्युत धारा में परिवर्तन के कारण दूसरी कुंडली में प्रेरित ईएमएफ उत्पन्न होता है।
E = -M (dI / dt)
जहाँ:
E
= प्रेरित ईएमएफ (Induced EMF)M
= पारस्परिक प्रेरकत्व (Mutual Inductance)dI / dt
= धारा में परिवर्तन की दर (Rate of Change of Current)
4. स्व-प्रेरकत्व और पारस्परिक प्रेरण के बीच अंतर (Difference Between Self and Mutual Inductance)
गुणधर्म | स्व-प्रेरकत्व (Self Inductance) | पारस्परिक प्रेरण (Mutual Inductance) |
---|---|---|
परिभाषा | धारा के परिवर्तन से उसी कुंडली में ईएमएफ उत्पन्न होता है। | एक कुंडली के धारा परिवर्तन से दूसरी कुंडली में ईएमएफ उत्पन्न होता है। |
सूत्र | E = -L (dI / dt) |
E = -M (dI / dt) |
आवश्यकता | केवल एक कुंडली। | कम से कम दो कुंडलियां। |
5. अनुप्रयोग (Applications)
- स्व-प्रेरकत्व: ट्रांसफार्मर और चोक कॉइल में।
- पारस्परिक प्रेरण: ट्रांसफार्मर और वायरलेस चार्जिंग यंत्रों में।
6. उदाहरण (Example)
मान लें कि एक कुंडली का स्व-प्रेरकत्व
L = 0.5 H
है और धारा 0.2 सेकंड में 3 A से 1 A तक घटती है। प्रेरित ईएमएफ ज्ञात करें।E = -L (dI / dt)
E = -0.5 × (1 – 3) / 0.2
E = 5 V
अतः, प्रेरित ईएमएफ का मान
5 V
होगा।