ठोस, द्रव एवं गैस और बोस आइंस्टीन अवस्था
1. ठोस (Solid)
ठोस एक ऐसी अवस्था है जिसमें कणों का घनत्व अधिक होता है और वे स्थिर स्थिति में होते हैं। ठोस की विशेषताएँ:
- निश्चित आकार और आयतन।
- कणों में केवल कंपन गति होती है।
- उदाहरण: लोहे की छड़, लकड़ी।
2. द्रव (Liquid)
द्रव एक ऐसी अवस्था है जिसमें कण गतिशील होते हैं और एक-दूसरे के ऊपर सरक सकते हैं। इसकी विशेषताएँ:
- निश्चित आयतन, लेकिन निश्चित आकार नहीं।
- पदार्थ पात्र का आकार ग्रहण करता है।
- उदाहरण: पानी, दूध।
3. गैस (Gas)
गैस वह अवस्था है जिसमें कण अत्यधिक गतिशील होते हैं और वे एक-दूसरे से दूर होते हैं। इसकी विशेषताएँ:
- न तो निश्चित आकार और न ही निश्चित आयतन।
- गैसें पात्र को पूरी तरह भर देती हैं।
- उदाहरण: ऑक्सीजन, नाइट्रोजन।
4. बोस आइंस्टीन संक्षेपण (Bose-Einstein Condensate – BEC)
बोस आइंस्टीन संक्षेपण (BEC) पदार्थ की एक विशेष अवस्था है जो अत्यंत कम तापमान पर बनती है। इसमें कणों का व्यवहार एकल इकाई के रूप में होता है।
- यह तब बनता है जब तापमान लगभग 0 केल्विन (−273.15°C) तक गिरता है।
- कण क्वांटम अवस्था में प्रवेश करते हैं और एकसाथ मिलकर एक क्वांटम स्थिति बनाते हैं।
- इसकी खोज सत्येंद्रनाथ बोस और अल्बर्ट आइंस्टीन ने की।
- उदाहरण: रूबिडियम परमाणुओं का प्रयोग।
5. अवस्थाओं का तुलनात्मक अध्ययन (Comparison of States of Matter)
अवस्था | घनत्व | गति | उदाहरण |
---|---|---|---|
ठोस | अत्यधिक | केवल कंपन गति | लोहे की छड़ |
द्रव | मध्यम | कण सरक सकते हैं | पानी |
गैस | अत्यंत कम | कण स्वतंत्र रूप से गतिशील | ऑक्सीजन |
बोस आइंस्टीन संक्षेपण | उच्च (क्वांटम स्थिति में) | कण एकसाथ मिलकर गतिशील | रूबिडियम परमाणु |