विलेयता व उसका सूत्र
विलेयता क्या है?
विलेयता (Solubility) किसी विलेय (Solute) की वह अधिकतम मात्रा है जो किसी निश्चित मात्रा के विलायक (Solvent) में एक निश्चित तापमान पर घुल सकती है, जिससे संतृप्त विलयन (Saturated Solution) बनता है।
यह एक गुणधर्म है जो विलेय, विलायक, तापमान और दबाव पर निर्भर करता है।
विलेयता का सूत्र
विलेयता = (विलेय की मात्रा / विलायक की मात्रा) × 100
जहाँ:
- विलेय की मात्रा: ग्राम में मापी गई।
- विलायक की मात्रा: ग्राम या मिलीलीटर में मापी गई।
विलेयता के प्रकार
विलेयता का प्रकार | परिभाषा | उदाहरण |
---|---|---|
ठोस की विलेयता | ठोस विलेय का तरल विलायक में घुलना। | नमक का पानी में घुलना। |
तरल की विलेयता | तरल विलेय का दूसरे तरल में घुलना। | जल में एथेनॉल। |
गैस की विलेयता | गैस का तरल में घुलना। | पानी में कार्बन डाइऑक्साइड। |
विलेयता को प्रभावित करने वाले कारक
- तापमान: अधिक तापमान पर विलेयता बढ़ सकती है (जैसे ठोस विलेयों के लिए) या घट सकती है (जैसे गैसों के लिए)।
- दबाव: गैस की विलेयता दबाव बढ़ाने से बढ़ती है।
- विलेय और विलायक की प्रकृति: ध्रुवीय विलेय ध्रुवीय विलायक में बेहतर घुलते हैं।
विलेयता के उपयोग
- औषधि: दवाइयों के घोल तैयार करने में।
- रसायन उद्योग: विलयन निर्माण और रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए।
- खाद्य प्रसंस्करण: चीनी, नमक, और फ्लेवर घोल तैयार करने में।
- जल शोधन: पानी में घुली अशुद्धियों का प्रबंधन।
विशेष तथ्य
- पानी को “सार्वभौमिक विलायक” कहा जाता है क्योंकि यह अधिकांश पदार्थों को घोल सकता है।
- गैसों की विलेयता हेनरी के नियम (Henry’s Law) द्वारा नियंत्रित होती है।
- ध्रुवीय विलेयों की विलेयता ध्रुवीय विलायकों में अधिक होती है।