परिचय: पादप और जंतु कोशिका
पादप (Plant) और जंतु (Animal) दोनों ही यूकैरियोटिक जीवों की श्रेणी में आते हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी कोशिकाओं में एक सुविकसित केंद्रक और झिल्ली-युक्त कोशिकांग होते हैं। हालांकि, उनके अलग-अलग जीवन शैली और कार्यों के कारण, उनकी कोशिका संरचना में कुछ मौलिक अंतर होते हैं जो उन्हें एक दूसरे से अलग करते हैं।
पादप कोशिका की विशिष्ट संरचना
पादप कोशिकाएं स्वपोषी होती हैं (अपना भोजन स्वयं बनाती हैं) और स्थिर रहती हैं। उनकी संरचना इन कार्यों का समर्थन करती है।
कोशिका भित्ति (Cell Wall)
- यह कोशिका झिल्ली के बाहर एक कठोर और निर्जीव परत होती है।
- यह मुख्य रूप से सेल्यूलोज (Cellulose) से बनी होती है।
- कार्य: यह कोशिका को एक निश्चित आकार, संरचनात्मक समर्थन और बाहरी दबाव से सुरक्षा प्रदान करती है।
हरितलवक (Chloroplast)
- यह एक प्रकार का लवक (Plastid) है जिसमें क्लोरोफिल (Chlorophyll) नामक हरा वर्णक होता है।
- कार्य: यह प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) का स्थल है, जहाँ सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके भोजन का निर्माण होता है।
बड़ी केंद्रीय रिक्तिका (Large Central Vacuole)
- यह पादप कोशिका के आयतन का एक बड़ा हिस्सा (90% तक) घेरती है।
- कार्य: यह जल, पोषक तत्वों और अपशिष्ट पदार्थों का भंडारण करती है और कोशिका के अंदर स्फीति दाब (Turgor Pressure) बनाए रखती है, जो पौधे को सीधा रखने में मदद करता है।
जंतु कोशिका की विशिष्ट संरचना
जंतु कोशिकाएं परपोषी होती हैं (भोजन के लिए दूसरों पर निर्भर) और अक्सर गतिशील होती हैं। उनकी संरचना में लचीलापन होता है।
कोशिका भित्ति की अनुपस्थिति
- जंतु कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती है। उनका सबसे बाहरी आवरण कोशिका झिल्ली (Cell Membrane) होता है।
- परिणाम: यह उन्हें लचीलापन प्रदान करता है और विभिन्न आकार ग्रहण करने की अनुमति देता है।
तारककाय (Centrosome) और तारककेंद्र (Centrioles)
- यह कोशिकांग अधिकांश जंतु कोशिकाओं में केंद्रक के पास पाया जाता है।
- कार्य: यह कोशिका विभाजन (Cell Division) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जहाँ यह तर्कु तंतुओं (spindle fibers) को व्यवस्थित करने में मदद करता है।
लाइसोसोम (Lysosomes)
- हालांकि ये कुछ पादप कोशिकाओं में भी पाए जा सकते हैं, लेकिन ये जंतु कोशिकाओं में अधिक प्रमुख होते हैं।
- कार्य: ये कोशिका के पाचन तंत्र के रूप में कार्य करते हैं और अपशिष्ट पदार्थों को नष्ट करते हैं।
मुख्य अंतर एक नजर में
- संरचनात्मक समर्थन: पादप कोशिका को कोशिका भित्ति से कठोर समर्थन मिलता है, जबकि जंतु कोशिका में कंकाल (Cytoskeleton) लचीला समर्थन प्रदान करता है।
- ऊर्जा उत्पादन: पादप कोशिकाएं प्रकाश संश्लेषण (हरितलवक में) और कोशिकीय श्वसन (माइटोकॉन्ड्रिया में) दोनों से ऊर्जा प्राप्त करती हैं। जंतु कोशिकाएं केवल कोशिकीय श्वसन (माइटोकॉन्ड्रिया में) से ऊर्जा प्राप्त करती हैं।
- आकार: पादप कोशिकाओं का आकार निश्चित (आयताकार) होता है, जबकि जंतु कोशिकाओं का आकार अनियमित (गोल) होता है।
परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य
- पादप कोशिका और जंतु कोशिका के बीच सबसे स्पष्ट अंतर कोशिका भित्ति, हरितलवक, और बड़ी केंद्रीय रिक्तिका की उपस्थिति या अनुपस्थिति है।
- कोशिका भित्ति केवल पादपों, कवक, और बैक्टीरिया में पाई जाती है, जंतुओं में नहीं।
- तारककाय (Centrosome) मुख्य रूप से जंतु कोशिकाओं में कोशिका विभाजन में मदद करता है।
- दोनों प्रकार की कोशिकाओं में कोशिका झिल्ली, केंद्रक, माइटोकॉन्ड्रिया, और राइबोसोम जैसे सामान्य कोशिकांग होते हैं।