सल्फा दवाइयां (Sulfa Drugs)
परिचय (Introduction)
सल्फा दवाइयां (Sulfa Drugs) ऐसे एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) हैं जिनमें सल्फोनामाइड (Sulfonamide) समूह होता है। ये दवाइयाँ बैक्टीरिया के विकास को रोककर संक्रमणों का उपचार करती हैं। सल्फा दवाइयों का आविष्कार 1930 के दशक में हुआ था और ये प्रथम प्रभावी एंटीबायोटिक्स में से एक थीं।
कार्यप्रणाली (Mechanism of Action)
सल्फा दवाइयाँ बैक्टीरिया में फॉलिक एसिड (Folic Acid) के संश्लेषण को रोकती हैं। फॉलिक एसिड डीएनए (DNA) और आरएनए (RNA) के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। सल्फा दवाइयाँ पैरा-अमीनोबेंजोइक एसिड (Para-Aminobenzoic Acid, PABA) के प्रतिस्पर्धी अवरोधक (Competitive Inhibitors) के रूप में कार्य करती हैं।
प्रमुख सल्फा दवाइयों की सारणी (Table of Major Sulfa Drugs)
क्रम संख्या (S.No.) |
दवा का नाम (Drug Name) |
प्रयोग (Uses) |
विशेषताएँ (Characteristics) |
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1 | सुल्फाडायजीन (Sulfadiazine) |
मूत्र मार्ग संक्रमण, घाव संक्रमण (Urinary tract infections, wound infections) |
उच्च जल विलेयता (High water solubility) |
2 | सुल्फाडायमिथॉक्सिन (Sulfadimethoxine) |
श्वसन और आंत संक्रमण (Respiratory and intestinal infections) |
लंबी कार्रवाई अवधि (Long acting duration) |
3 | सुल्फासक्साज़ोल (Sulfisoxazole) |
यूरीनरी ट्रैक्ट संक्रमण (Urinary tract infections) |
त्वरित अवशोषण और उत्सर्जन (Rapid absorption and excretion) |
4 | सुल्फामेथोक्साज़ोल (Sulfamethoxazole) |
बैक्टीरियल संक्रमण, ट्रिमेथोप्रिम के साथ (Bacterial infections, with Trimethoprim) |
संयोजन में उपयोगी (Useful in combination) |
5 | सुल्फासलाज़ीन (Sulfasalazine) |
अल्सरेटिव कोलाइटिस, रुमेटोइड अर्थराइटिस (Ulcerative colitis, rheumatoid arthritis) |
सूजनरोधी गुण (Anti-inflammatory properties) |
6 | सिल्वर सुल्फाडायजीन (Silver Sulfadiazine) |
जलने के घावों में संक्रमण रोकना (Preventing infections in burns) |
टॉपिकल उपयोग (Topical application) |
उपयोग (Uses)
- मूत्र मार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infections)
- श्वसन संक्रमण (Respiratory Infections)
- आंत संक्रमण (Intestinal Infections)
- अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis)
- जलने के घावों में संक्रमण रोकना (Preventing Infections in Burns)
दुष्प्रभाव (Side Effects)
- एलर्जी प्रतिक्रियाएँ (Allergic Reactions)
- त्वचा पर चकत्ते (Skin Rashes)
- रक्त विकार (Blood Disorders)
- किडनी में क्रिस्टल बनना (Crystalluria)
- मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting)
परीक्षा उपयोगी तथ्य (Exam-Relevant Facts)
- सल्फा दवाइयाँ प्रथम प्रभावी सिंथेटिक एंटीबायोटिक्स थीं।
- इनका आविष्कार जर्मन वैज्ञानिक गेरहार्ड डोमैग्क (Gerhard Domagk) ने किया था, जिसके लिए उन्हें 1939 में नोबेल पुरस्कार मिला।
- सल्फा दवाइयाँ बैक्टीरियोस्टेटिक (Bacteriostatic) होती हैं, यानी वे बैक्टीरिया को मारती नहीं, बल्कि उनके विकास को रोकती हैं।
- सल्फोनामाइड्स का रासायनिक समूह -SO2NH2 होता है।
- सल्फा दवाइयों का उपयोग ट्रिमेथोप्रिम (Trimethoprim) के साथ संयोजन में किया जाता है, जिससे उनका प्रभाव बढ़ता है।
- सुल्फासलाज़ीन एक प्रो-ड्रग (Pro-drug) है, जो आंत में 5-एमिनो सैलिसिलिक एसिड (5-Aminosalicylic Acid) में बदल जाती है।
- सल्फा दवाइयों से एलर्जी होने पर स्टीवन-जॉनसन सिंड्रोम (Stevens-Johnson Syndrome) होने का जोखिम होता है।
- सल्फा दवाइयाँ फॉलिक एसिड के संश्लेषण को रोकती हैं, जो मनुष्यों में नहीं बनता, इसलिए उन पर असर नहीं होता।
- क्रिस्टलुरिया (Crystalluria) से बचने के लिए सल्फा दवाइयों के साथ अधिक जल का सेवन करना चाहिए।
- सल्फोनामाइड्स का उपयोग मलेरिया और टॉक्सोप्लाज़्मोसिस के उपचार में भी किया जाता है।