कृषि प्रथाएँ (Agricultural Practices)
🚜 1. पारंपरिक कृषि (Traditional Agriculture)
- पारंपरिक उपकरणों और विधियों का उपयोग
- मानव और पशु शक्ति पर निर्भरता
- उत्पादन कम, लेकिन पर्यावरण के अनुकूल
🌾 2. गहन कृषि (Intensive Farming)
- छोटे भूमि क्षेत्र में अधिक उत्पादन
- उर्वरकों, कीटनाशकों और उन्नत बीजों का उपयोग
- उदाहरण: पंजाब और हरियाणा में गेहूँ और धान की खेती
🌱 3. जैविक कृषि (Organic Farming)
- रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग नहीं
- जैविक खाद और प्राकृतिक तरीकों का उपयोग
- स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए लाभकारी
🌳 4. स्थायी कृषि (Sustainable Agriculture)
- पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना
- मिट्टी की उर्वरता और जल संसाधनों का संरक्षण
- फसल चक्र और मिश्रित खेती का उपयोग
💧 5. सिंचित कृषि (Irrigated Farming)
- सिंचाई के साधनों का उपयोग
- उत्पादन में वृद्धि
- उदाहरण: नहर, ट्यूबवेल, ड्रिप सिंचाई
🌵 6. बरसाती कृषि (Rainfed Farming)
- वर्षा पर निर्भरता
- सूखा प्रतिरोधी फसलों का उपयोग
- उत्पादन में अनिश्चितता
🌿 7. स्थानांतरित कृषि (Shifting Cultivation)
- जंगलों को जलाकर खेती करना
- उदाहरण: झूम खेती (पूर्वोत्तर भारत)
- पर्यावरणीय हानि
🍇 8. बागवानी (Horticulture)
- फल, सब्जियाँ, फूलों की खेती
- अधिक आय वाली फसलें
- उदाहरण: महाराष्ट्र में अंगूर, कश्मीर में सेब
🐄 9. मिश्रित कृषि (Mixed Farming)
- फसल खेती के साथ पशुपालन
- आय के विभिन्न स्रोत
- मिट्टी की उर्वरता में सुधार
📚 10. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- हरित क्रांति के बाद गहन कृषि का विकास हुआ
- भारत में जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए परम्परागत कृषि विकास योजना
- स्थायी कृषि के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
- बागवानी उत्पादन में भारत विश्व में अग्रणी है
- झूम खेती को रोकने के लिए सरकार प्रयासरत है
🌐 11. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- कृषि में तकनीकी उन्नति से उत्पादन बढ़ा है
- पर्यावरणीय संतुलन के लिए जैविक और स्थायी कृषि महत्वपूर्ण है
- कृषि में नवाचार से किसानों की आय में वृद्धि संभव है