मिश्रधातु (Alloys) परिभाषा व गुण
मिश्रधातु क्या है?
मिश्रधातु (Alloy) धातुओं का ऐसा मिश्रण है, जिसमें मुख्य धातु के साथ एक या एक से अधिक अन्य धातु या गैर-धातुएँ होती हैं। इसका उद्देश्य धातु के गुणों को सुधारना, जैसे कि उसकी मजबूती, जंग प्रतिरोध, और विद्युत चालकता को बढ़ाना है।
मिश्रधातुओं के उदाहरण
- पीतल (Brass): तांबा (Copper) और जस्ता (Zinc) का मिश्रण।
- कांसा (Bronze): तांबा (Copper) और टिन (Tin) का मिश्रण।
- स्टेनलेस स्टील: लोहा (Iron), क्रोमियम (Chromium), और निकल (Nickel)।
- सोल्डर: सीसा (Lead) और टिन (Tin)।
मिश्रधातुओं के गुण
- मजबूती: मिश्रधातुएँ शुद्ध धातुओं की तुलना में अधिक मजबूत होती हैं।
- जंग प्रतिरोध: स्टेनलेस स्टील जैसी मिश्रधातुएँ जंगरोधी होती हैं।
- उच्च गलनांक: कई मिश्रधातुओं का गलनांक शुद्ध धातुओं की तुलना में अधिक होता है।
- विद्युत चालकता: कुछ मिश्रधातुएँ, जैसे कांसा, उच्च विद्युत चालकता प्रदान करती हैं।
- सौंदर्य: पीतल और कांसा जैसे मिश्रधातुएँ चमकीले और सौंदर्यपूर्ण दिखते हैं।
मिश्रधातुओं का उपयोग
- निर्माण: स्टेनलेस स्टील का उपयोग पुलों, भवनों और औद्योगिक मशीनरी में होता है।
- आभूषण: कांसा और पीतल का उपयोग आभूषण और सजावटी वस्तुएँ बनाने में।
- विद्युत: विद्युत केबलों और संपर्कों में कांसे का उपयोग।
- सोल्डरिंग: इलेक्ट्रॉनिक्स में सोल्डर का उपयोग।
- दैनिक उपयोग: बर्तन, कटलरी, और उपकरणों में मिश्रधातुएँ।
मिश्रधातुओं के विशेष तथ्य
- मिश्रधातुओं का उपयोग 5000 वर्षों से अधिक समय से हो रहा है।
- पीतल और कांसा प्राचीन काल में मुद्रा और हथियार बनाने में उपयोग किए जाते थे।
- स्टेनलेस स्टील का उपयोग चिकित्सा उपकरणों में होता है क्योंकि यह जंगरोधी और स्वच्छ होता है।