ज्वालामुखीय क्रियाओं के कारण (Causes of Volcanic Activity)
प्लेट सीमाओं पर ज्वालामुखी (Volcanoes at Plate Boundaries)
ज्वालामुखी मुख्य रूप से प्लेट सीमाओं पर उत्पन्न होते हैं, जहां प्लेटें आपस में टकराती हैं, अलग होती हैं, या एक-दूसरे के पास से खिसकती हैं।
- संगमनी सीमा (Convergent Boundaries): जब दो प्लेटें टकराती हैं, तो भारी प्लेट नीचे धंसती है और पिघलकर मैग्मा बनाती है, जो सतह पर ज्वालामुखी का निर्माण करता है।
- उदाहरण: प्रशांत महासागर की “रिंग ऑफ फायर”।
- अपसरण सीमा (Divergent Boundaries): जब दो प्लेटें एक-दूसरे से दूर होती हैं, तो मैग्मा सतह पर आकर नया समुद्री तल बनाता है।
- उदाहरण: मध्य-अटलांटिक रिज।
- परिवर्तन सीमा (Transform Boundaries): इन सीमाओं पर आमतौर पर ज्वालामुखी नहीं होते, लेकिन भूकंप के कारण लावा बाहर आ सकता है।
हॉटस्पॉट्स और इंट्राप्लेट ज्वालामुखी (Hotspots and Intraplate Volcanoes)
ज्वालामुखी केवल प्लेट सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि हॉटस्पॉट और प्लेटों के भीतर (इंट्राप्लेट) भी बन सकते हैं।
- हॉटस्पॉट्स: हॉटस्पॉट पृथ्वी के एस्थेनोस्फीयर में अत्यधिक गर्म क्षेत्रों के कारण बनते हैं, जहां से मैग्मा सीधे सतह तक पहुंचता है।
- उदाहरण: हवाई द्वीप समूह, यलोस्टोन नेशनल पार्क।
- इंट्राप्लेट ज्वालामुखी: ये ज्वालामुखी प्लेटों के बीच के स्थिर क्षेत्रों में बनते हैं।
- उदाहरण: अफ्रीकी रिफ्ट वैली।
परीक्षापयोगी तथ्य
- दुनिया के 75% ज्वालामुखी संगमनी सीमाओं पर स्थित हैं।
- हॉटस्पॉट ज्वालामुखी प्लेटों की गति के कारण द्वीप श्रृंखलाएं बनाते हैं, जैसे हवाई द्वीप।
- मध्य-अटलांटिक रिज अपसरण सीमा का एक प्रमुख उदाहरण है।
- रिंग ऑफ फायर क्षेत्र में विश्व के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी पाए जाते हैं।
- यलोस्टोन हॉटस्पॉट एक सुपर ज्वालामुखी है, जो एक बड़े विस्फोट का इतिहास रखता है।