महाद्वीपों की जलवायु और मौसम पैटर्न (Climate and Weather Patterns of Continents)
मानसून, ट्रेड विंड्स, एल नीनो प्रभाव (Monsoons, Trade Winds, El Niño Effect)
महाद्वीपों की जलवायु और मौसम पैटर्न विभिन्न वैश्विक और स्थानीय प्रक्रियाओं से प्रभावित होते हैं:
- मानसून (Monsoons):
- मुख्य रूप से एशिया और अफ्रीका में महत्वपूर्ण, मानसून मौसमी हवाओं के परिवर्तन के कारण होता है।
- दक्षिण एशिया का मानसून कृषि और जल संसाधनों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
- उदाहरण: भारतीय मानसून, जो जून-सितंबर के दौरान भारी वर्षा लाता है।
- ट्रेड विंड्स (Trade Winds):
- यह पूर्व से पश्चिम की ओर चलने वाली स्थिर हवाएं हैं, जो उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती हैं।
- ट्रेड विंड्स प्रशांत और अटलांटिक महासागरों के मौसम पैटर्न को प्रभावित करती हैं।
- एल नीनो प्रभाव (El Niño Effect):
- यह प्रशांत महासागर के तापमान में असामान्य वृद्धि के कारण होता है।
- एल नीनो दक्षिण अमेरिका में भारी बारिश और एशिया में सूखे का कारण बनता है।
- महत्व: यह वैश्विक जलवायु को अस्थिर कर सकता है और खाद्य उत्पादन को प्रभावित कर सकता है।
जलवायु क्षेत्रों का वितरण (Distribution of Climatic Zones)
पृथ्वी को विभिन्न जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, जो सूर्य के विकिरण, स्थलाकृतिक विशेषताओं, और महासागरीय धाराओं के कारण होते हैं:
- उष्णकटिबंधीय क्षेत्र (Tropical Zone):
- अक्षांश 23.5°N और 23.5°S के बीच स्थित।
- प्रमुख क्षेत्र: अमेज़न वर्षावन, अफ्रीकी वर्षावन, दक्षिण एशिया।
- शीतोष्ण क्षेत्र (Temperate Zone):
- अक्षांश 23.5° और 66.5° के बीच स्थित।
- प्रमुख क्षेत्र: उत्तरी अमेरिका, यूरोप, एशिया के अधिकांश भाग।
- ध्रुवीय क्षेत्र (Polar Zone):
- अक्षांश 66.5°N और 66.5°S के बाद।
- प्रमुख क्षेत्र: अंटार्कटिका, आर्कटिक।
- शुष्क क्षेत्र (Arid Zone):
- मरुस्थलीय क्षेत्रों में स्थित।
- प्रमुख क्षेत्र: सहारा मरुस्थल, थार मरुस्थल।
परीक्षापयोगी तथ्य
- भारतीय मानसून का लगभग 70% योगदान दक्षिण एशिया की कृषि के लिए है।
- एल नीनो प्रभाव हर 3-7 साल में होता है और यह वैश्विक मौसम को प्रभावित करता है।
- सहारा मरुस्थल दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है, जिसका क्षेत्रफल 9.2 मिलियन वर्ग किमी है।
- अंटार्कटिका दुनिया का सबसे ठंडा जलवायु क्षेत्र है, जहां तापमान -89°C तक पहुंच सकता है।
- उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में विश्व की 60% जैव विविधता पाई जाती है।