महाद्वीपों से जुड़े समसामयिक मुद्दे (Contemporary Issues Related to Continents)
शरणार्थी संकट, महामारी, आर्थिक मंदी (Refugee Crisis, Pandemics, Economic Recession)
महाद्वीपों को वर्तमान समय में विभिन्न वैश्विक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है:
- शरणार्थी संकट (Refugee Crisis):
- सीरिया और अफगानिस्तान जैसे देशों से बड़े पैमाने पर शरणार्थी प्रवास।
- यूरोप और अमेरिका में सीमा नियंत्रण और प्रवास नीतियों पर विवाद।
- महत्व: सामाजिक और आर्थिक संरचनाओं पर प्रभाव।
- महामारी (Pandemics):
- कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों और अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित किया।
- स्वास्थ्य सेवाओं और वैक्सीन वितरण में असमानता।
- महत्व: सार्वजनिक स्वास्थ्य में निवेश की आवश्यकता।
- आर्थिक मंदी (Economic Recession):
- महामारी, युद्ध, और जलवायु संकट के कारण वैश्विक मंदी।
- नौकरियों की हानि और असमानता बढ़ना।
- महत्व: सतत विकास और नवाचार को बढ़ावा देना।
सतत विकास लक्ष्यों की ओर प्रगति (Progress Towards Sustainable Development Goals)
सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को 2030 तक प्राप्त करने के लिए महाद्वीप विभिन्न प्रयास कर रहे हैं:
- एशिया: गरीबी उन्मूलन, स्वच्छ ऊर्जा, और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में प्रगति।
- यूरोप: जलवायु कार्रवाई और नवीकरणीय ऊर्जा में अग्रणी।
- अफ्रीका: भूख मिटाने और स्वच्छ जल तक पहुंच में सुधार।
- उत्तरी अमेरिका: नवाचार और प्रौद्योगिकी में निवेश।
- दक्षिण अमेरिका: जैव विविधता संरक्षण और सतत कृषि।
- ऑस्ट्रेलिया: पर्यावरणीय संतुलन और महासागरों के संरक्षण में प्रयास।
परीक्षापयोगी तथ्य
- कोविड-19 महामारी ने वैश्विक GDP को 3.4% तक कम कर दिया।
- सीरिया में गृहयुद्ध के कारण 6.7 मिलियन लोग शरणार्थी बने।
- संयुक्त राष्ट्र ने 2015 में 17 सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को अपनाया।
- अफ्रीका में लगभग 40% लोग अभी भी स्वच्छ जल तक पहुंच से वंचित हैं।
- यूरोप ने 2020 तक 20% नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को पार कर लिया।