तांबा (Copper)
⛏️ 1. परिचय (Introduction)
तांबा एक महत्वपूर्ण धातु है जो विद्युत और थर्मल चालकता में उच्च है। इसका उपयोग विद्युत तारों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, निर्माण और मिश्र धातुओं में किया जाता है।
🌐 2. प्रमुख खनन क्षेत्र (Major Mining Areas)
- राजस्थान: खेड़ी, झावर, दरीबा
- मध्य प्रदेश: बालाघाट, मलांजखांड
- झारखंड: सिंहभूम (मोसाबनी, राखा)
- सिक्किम: रंगपो
- कर्नाटक: चित्रदुर्ग
📊 3. उत्पादन सांख्यिकी (Production Statistics)
- भारत का कुल तांबा उत्पादन (2019-2020): लगभग 36,000 टन (प्राथमिक उत्पादन)
- विश्व में स्थान: तांबा उत्पादन में भारत का स्थान अपेक्षाकृत कम है
- प्रमुख उत्पादक राज्य: मध्य प्रदेश (मलांजखांड खदान)
🏭 4. उपयोग (Uses)
- विद्युत तार और केबल
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
- निर्माण (पाइप, छत सामग्री)
- मिश्र धातुएँ (पीतल, कांसा)
- मोटर वाहन उद्योग
📚 5. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड भारत की प्रमुख तांबा उत्पादन कंपनी है
- मलांजखांड (मध्य प्रदेश) सबसे बड़ी तांबा खदान है
- राजस्थान में झावर तांबा खदानें प्राचीन काल से प्रसिद्ध हैं
- भारत तांबा का आयात करता है
- तांबा विद्युत चालकता में उच्च है
💡 6. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- तांबे का पुनर्चक्रण महत्वपूर्ण है
- तांबे का उपयोग सिक्कों और कलाकृतियों में होता है
- तांबे की मांग विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग में बढ़ रही है
- तांबा एक महत्वपूर्ण ट्रेस तत्व भी है
🌍 7. पर्यावरणीय प्रभाव (Environmental Impact)
- खनन से भूमि क्षरण और प्रदूषण
- अपशिष्ट प्रबंधन की आवश्यकता
- जल स्रोतों पर प्रभाव
- पर्यावरणीय नियमों का पालन आवश्यक
🏛️ 8. सरकारी पहल (Government Initiatives)
- खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957
- तांबा खनन में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन
- पर्यावरण संरक्षण के लिए नियमों का क्रियान्वयन
- खनिज अन्वेषण के लिए नीतिगत सुधार
🔍 9. निष्कर्ष (Conclusion)
तांबा भारत के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उचित खनन प्रथाओं, पर्यावरण संरक्षण और तकनीकी उन्नयन के साथ, तांबा उद्योग देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
तांबा पर प्रश्नोत्तरी
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) Co: यह कोबाल्ट का प्रतीक है।
– (c) Ca: यह कैल्शियम का प्रतीक है।
– (d) Cl: यह क्लोरीन का प्रतीक है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) झारखंड: यहाँ तांबे का उत्पादन सीमित है।
– (c) कर्नाटक: यहाँ भी तांबे का उत्पादन कम मात्रा में होता है।
– (d) मध्य प्रदेश: यहाँ भी तांबे का उत्पादन सीमित है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) 30: यह जस्ता का परमाणु क्रमांक है।
– (c) 28: यह निकेल का परमाणु क्रमांक है।
– (d) 27: यह कोबाल्ट का परमाणु क्रमांक है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) चिकित्सा उपकरण: इसका उपयोग सीमित मात्रा में होता है।
– (c) आभूषण निर्माण: तांबे का मुख्य उपयोग नहीं है।
– (d) रसायन उद्योग: यहाँ भी इसका सीमित उपयोग है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) 1000°C: यह तांबे के गलनांक से कम है।
– (c) 1200°C: यह वास्तविक गलनांक से अधिक है।
– (d) 1300°C: यह भी अधिक है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (a) बाक्साइट: यह एल्यूमिनियम का अयस्क है।
– (b) स्फैलेराइट: यह जस्ता का अयस्क है।
– (d) लाइमस्टोन: यह कैल्शियम का स्रोत है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) ब्रोंज: इसमें तांबा और टिन होता है।
– (c) स्टील: इसका प्रमुख घटक आयरन है।
– (d) स्फेरेटाइट: यह एक मिश्र धातु नहीं है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) 7.85 g/cm³: यह आयरन का घनत्व है।
– (c) 10.5 g/cm³: यह चांदी का घनत्व है।
– (d) 19.3 g/cm³: यह सोने का घनत्व है।
अन्य विकल्प क्यों गलत हैं: – (b) घनत्व अधिक होना: यह विद्युत चालकता का कारण नहीं है।
– (c) तापमान कम होना: तापमान का प्रभाव होता है, परंतु यह मुख्य कारण नहीं है।
– (d) विद्युत प्रतिरोध अधिक होना: अधिक प्रतिरोध विद्युत चालकता को कम करता है।