दामोदर घाटी परियोजना (Damodar Valley Project)
🏞️ 1. परिचय (Introduction)
दामोदर घाटी परियोजना भारत की पहली बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है, जो अमेरिका की टेनेसी वैली अथॉरिटी (TVA) की तर्ज पर विकसित की गई है। यह दामोदर नदी और उसकी सहायक नदियों पर आधारित है और झारखंड एवं पश्चिम बंगाल राज्यों को लाभान्वित करती है।
🌊 2. प्रमुख विशेषताएँ (Key Features)
- नदी (River): दामोदर नदी (Damodar River)
- स्थान (Location): झारखंड और पश्चिम बंगाल
- दामोदर घाटी निगम (Damodar Valley Corporation – DVC):
- स्थापना वर्ष: 1948
- उद्देश्य: जल संसाधन प्रबंधन, बिजली उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण
- प्रमुख बांध (Major Dams):
- तिलैया बांध (Tilaiya Dam)
- कोनार बांध (Konar Dam)
- मैथन बांध (Maithon Dam)
- पंचेत बांध (Panchet Dam)
- जलविद्युत उत्पादन: विभिन्न बिजली संयंत्रों से
🌾 3. उद्देश्यों (Objectives)
- बाढ़ नियंत्रण
- सिंचाई के लिए जल की आपूर्ति
- जलविद्युत उत्पादन
- मत्स्य पालन और नौवहन को बढ़ावा
- क्षेत्र का औद्योगिक विकास
📍 4. प्रभावित क्षेत्र (Beneficiary Area)
- झारखंड के कोयला और खनिज समृद्ध क्षेत्र
- पश्चिम बंगाल के कृषि क्षेत्र
- आसपास के औद्योगिक नगर
📚 5. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- भारत की पहली बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना
- अमेरिका की TVA के मॉडल पर आधारित
- दामोदर नदी को “बंगाल का शोक” कहा जाता था
- DVC का मुख्यालय कोलकाता में स्थित है
- परियोजना ने क्षेत्र के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
🌐 6. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- बाढ़ नियंत्रण से कृषि उत्पादकता में वृद्धि हुई है
- परियोजना ने कोयला आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया है
- जल प्रदूषण और पर्यावरणीय चुनौतियाँ भी उत्पन्न हुई हैं
- DVC ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ सामाजिक उत्थान के कार्यक्रम भी चलाता है