मिट्टी का वितरण (Distribution of Soils)
🗺️ 1. भारत में मिट्टी का भौगोलिक वितरण (Geographical Distribution of Soils in India)
भारत में मिट्टी का वितरण भौगोलिक, जलवायु और चट्टानों की प्रकृति पर निर्भर करता है।
🌾 2. जलोढ़ मिट्टी (Alluvial Soil)
- स्थान:
- उत्तरी मैदान: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम।
- दक्षिणी भारत के तटीय मैदान: गोदावरी, कृष्णा, कावेरी के डेल्टा क्षेत्र।
- विशेषता: सबसे उपजाऊ मिट्टी, कृषि के लिए अत्यंत उपयुक्त।
🌱 3. काली मिट्टी (Black Soil)
- स्थान:
- महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक के कुछ हिस्से।
- विशेषता: कपास की खेती के लिए उपयुक्त, दक्कन पठार क्षेत्र।
🌋 4. लाल मिट्टी (Red Soil)
- स्थान:
- तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर-पूर्वी राज्यों के कुछ हिस्से।
- विशेषता: लोहे की अधिकता के कारण लाल रंग।
🌳 5. लैटेराइट मिट्टी (Laterite Soil)
- स्थान:
- पश्चिमी घाट: केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु।
- पूर्वी घाट: ओडिशा, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से।
- विशेषता: चाय, कॉफी, रबर की खेती के लिए उपयुक्त।
🏜️ 6. मरुस्थलीय मिट्टी (Desert Soil)
- स्थान:
- राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात के शुष्क क्षेत्र।
- विशेषता: रेतीली मिट्टी, सिंचाई के बाद खेती संभव।
⛰️ 7. पर्वतीय मिट्टी (Mountain Soil)
- स्थान:
- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र।
- विशेषता: चाय, कॉफी, मसाले और फलों की खेती के लिए उपयुक्त।
🌐 8. मिट्टी का क्षेत्रवार वितरण सारांश (Summary of Soil Distribution by Region)
क्षेत्र | प्रमुख मिट्टी | राज्य |
---|---|---|
उत्तरी मैदान | जलोढ़ मिट्टी | पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार |
दक्कन पठार | काली मिट्टी | महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात |
दक्षिणी भारत | लाल और लैटेराइट मिट्टी | तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश |
पश्चिमी भारत | मरुस्थलीय मिट्टी | राजस्थान, गुजरात |
हिमालयी क्षेत्र | पर्वतीय मिट्टी | हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड |
📚 9. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- सबसे अधिक क्षेत्रफल में पाई जाने वाली मिट्टी: जलोढ़ मिट्टी (लगभग 43%)
- काली मिट्टी का विस्तार: दक्कन ट्रैप क्षेत्र
- लाल मिट्टी का विस्तार: दक्षिणी और पूर्वी भारत
- लैटेराइट मिट्टी का विस्तार: उच्च वर्षा वाले क्षेत्र
- मरुस्थलीय मिट्टी का विस्तार: थार मरुस्थल
🌍 10. मिट्टी वितरण का महत्व (Importance of Soil Distribution)
- कृषि पैटर्न का निर्धारण।
- फसलों की उत्पादकता पर प्रभाव।
- क्षेत्रीय आर्थिक विकास का आधार।
- पर्यावरणीय संतुलन और जैव विविधता पर प्रभाव।
मिट्टी का वितरण (Distribution of Soils) Quiz
1. भारत में काली मिट्टी मुख्यतः किस क्षेत्र में पाई जाती है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2015)
उत्तर: (b) डेक्कन पठार
काली मिट्टी डेक्कन पठार के क्षेत्र में पाई जाती है, विशेष रूप से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, और गुजरात में।
2. लाल मिट्टी भारत के किन क्षेत्रों में मुख्य रूप से पाई जाती है? (SSC CGL परीक्षा, 2018)
उत्तर: (b) तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश
लाल मिट्टी मुख्य रूप से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, और कर्नाटक के क्षेत्रों में पाई जाती है।
3. जलोढ़ मिट्टी किन क्षेत्रों में पाई जाती है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2019)
उत्तर: (a) गंगा-ब्रह्मपुत्र घाटी
जलोढ़ मिट्टी मुख्य रूप से गंगा-ब्रह्मपुत्र घाटी और नदी किनारे पाई जाती है, जो उपजाऊ होती है।
4. लेटराइट मिट्टी किन क्षेत्रों में पाई जाती है? (SSC CHSL परीक्षा, 2017)
उत्तर: (b) तटीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्र
लेटराइट मिट्टी भारत के तटीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती है, जैसे केरल और कर्नाटक में।
5. भारत में रेगिस्तानी मिट्टी मुख्य रूप से कहाँ पाई जाती है? (UPSC प्रारंभिक परीक्षा, 2021)
उत्तर: (b) राजस्थान
रेगिस्तानी मिट्टी मुख्य रूप से राजस्थान और गुजरात के शुष्क क्षेत्रों में पाई जाती है।
6. हिमालय की तलहटी में किस प्रकार की मिट्टी पाई जाती है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2018)
उत्तर: (a) कछारी मिट्टी
हिमालय की तलहटी में कछारी मिट्टी पाई जाती है, जो जलोढ़ मिट्टी का एक रूप है।
7. भारत में कौन सी मिट्टी उच्च लौह सामग्री के कारण लाल रंग की होती है? (SSC CGL परीक्षा, 2019)
उत्तर: (a) लाल मिट्टी
लाल मिट्टी में उच्च लौह ऑक्साइड के कारण इसका रंग लाल होता है, जो विशेष रूप से दक्षिणी भारत में पाई जाती है।
8. बलुई मिट्टी के वितरण का मुख्य क्षेत्र कौन सा है? (SSC CHSL परीक्षा, 2020)
उत्तर: (a) तटीय क्षेत्र
बलुई मिट्टी भारत के तटीय क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है और यह जल निकासी में सहायक होती है।
9. दोमट मिट्टी किस प्रकार की खेती के लिए सर्वोत्तम होती है? (UP PCS परीक्षा, 2017)
उत्तर: (d) गेहूँ
दोमट मिट्टी में जल धारण क्षमता अधिक होती है और यह गेहूँ जैसी फसलों के लिए उपयुक्त होती है।
10. कछारी मिट्टी में कौन सा तत्व कम मात्रा में पाया जाता है? (राज्य पीसीएस परीक्षा, 2020)
उत्तर: (b) नाइट्रोजन
कछारी मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी होती है, जिससे उर्वरक का उपयोग आवश्यक होता है।