1. परिचय (Introduction)
चट्टानें केवल भू-आकृतियाँ नहीं हैं, बल्कि वे मानव सभ्यता और आर्थिक विकास के लिए मौलिक संसाधन हैं। हमारे घर, सड़कें, उद्योग और ऊर्जा स्रोत सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चट्टानों पर निर्भर करते हैं। प्रत्येक प्रकार की चट्टान का अपना विशिष्ट आर्थिक महत्व होता है।
2. आग्नेय चट्टानों का आर्थिक महत्व (Economic Importance of Igneous Rocks)
- निर्माण सामग्री (Building Materials): ग्रेनाइट जैसी कठोर और टिकाऊ चट्टानों का उपयोग इमारतों, स्मारकों, और रसोई के काउंटरटॉप बनाने के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। बेसाल्ट का उपयोग सड़कों के निर्माण में रोड़ी (aggregate) के रूप में होता है।
- धात्विक खनिजों का स्रोत (Source of Metallic Minerals): कई मूल्यवान धात्विक खनिज आग्नेय चट्टानों से जुड़े हैं। मैग्मा के ठंडा होने की प्रक्रिया के दौरान विभिन्न खनिज अलग-अलग तापमान पर क्रिस्टलीकृत होते हैं, जिससे लौह अयस्क, निकेल, तांबा, सीसा, जस्ता, सोना, और प्लेटिनम जैसे खनिजों के भंडार बनते हैं।
- बहुमूल्य रत्न (Precious Gems): हीरे किम्बरलाइट नामक एक प्रकार की आग्नेय चट्टान में पाए जाते हैं।
3. अवसादी चट्टानों का आर्थिक महत्व (Economic Importance of Sedimentary Rocks)
अवसादी चट्टानें आर्थिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuels): दुनिया के लगभग सभी कोयला, पेट्रोलियम, और प्राकृतिक गैस के भंडार अवसादी चट्टानों में पाए जाते हैं। कोयला पौधों के अवशेषों से बनता है, जबकि पेट्रोलियम और गैस समुद्री जीवों के अवशेषों से बनते हैं।
- निर्माण उद्योग का आधार: चूना पत्थर (Limestone) सीमेंट उद्योग का प्राथमिक कच्चा माल है। बलुआ पत्थर (Sandstone) का उपयोग इमारतों के निर्माण में बड़े पैमाने पर किया जाता है (जैसे दिल्ली का लाल किला)।
- औद्योगिक खनिज: सेंधा नमक (Rock Salt), जिप्सम (उर्वरक और प्लास्टर ऑफ पेरिस के लिए), और फॉस्फेट (उर्वरक के लिए) जैसी कई महत्वपूर्ण औद्योगिक खनिज अवसादी चट्टानें हैं।
- जल संसाधन: झरझरा (porous) बलुआ पत्थर और चूना पत्थर भूमिगत जलभृत (Aquifers) के रूप में कार्य करते हैं, जो पीने और सिंचाई के लिए पानी का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
4. कायांतरित चट्टानों का आर्थिक महत्व (Economic Importance of Metamorphic Rocks)
- भवन और सजावटी पत्थर: कायांतरण की प्रक्रिया चट्टानों को आकर्षक और टिकाऊ बना देती है। संगमरमर (Marble) (कायांतरित चूना पत्थर) और स्लेट (Slate) (कायांतरित शेल) का उपयोग इमारतों, मूर्तियों और फर्श के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। ताजमहल संगमरमर से बना है।
- बहुमूल्य रत्न और खनिज: कायांतरण की प्रक्रिया से कुछ दुर्लभ और मूल्यवान खनिज बनते हैं, जैसे गार्नेट, पन्ना, और रूबी।
- औद्योगिक उपयोग: क्वार्टजाइट (Quartzite) (कायांतरित बलुआ पत्थर) बहुत कठोर होता है और इसका उपयोग कांच और सिरेमिक उद्योग में होता है। ग्रेफाइट (कायांतरित कोयला) का उपयोग पेंसिल और स्नेहक (lubricant) के रूप में होता है।
5. मिट्टी के स्रोत के रूप में चट्टानें (Rocks as a Source of Soil)
- मिट्टी का निर्माण अपक्षय (Weathering) की प्रक्रिया द्वारा मूल चट्टानों (parent rocks) के टूटने से होता है।
- चट्टान का प्रकार सीधे मिट्टी के प्रकार और उसकी उर्वरता को निर्धारित करता है। उदाहरण के लिए:
- दक्कन के पठार की बेसाल्ट (आग्नेय) चट्टानों के अपक्षय से उपजाऊ काली मिट्टी (कपास मिट्टी) का निर्माण हुआ है।
- ग्रेनाइट (आग्नेय) चट्टानों से लाल और पीली मिट्टी बनती है।