हीराकुड परियोजना (Hirakud Project)
🏞️ 1. परिचय (Introduction)
हीराकुड परियोजना महानदी पर स्थित एक बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है। यह ओडिशा राज्य में स्थित है और भारत के सबसे बड़े मिट्टी के बांधों में से एक है। परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन है।
🌊 2. प्रमुख विशेषताएँ (Key Features)
- नदी (River): महानदी (Mahanadi)
- स्थान (Location): संबलपुर जिला, ओडिशा
- हीराकुड बांध (Hirakud Dam):
- प्रकार: मिट्टी और पत्थर का बांध (Earthen and Masonry Dam)
- लंबाई: 25.8 किमी (दुनिया के सबसे लंबे बांधों में से एक)
- ऊंचाई: 60.96 मीटर
- जलाशय: हीराकुड जलाशय
- जलविद्युत उत्पादन: कुल क्षमता लगभग 347.5 मेगावाट
🌾 3. उद्देश्यों (Objectives)
- बाढ़ नियंत्रण
- सिंचाई के लिए जल की आपूर्ति
- जलविद्युत उत्पादन
- मछली पालन को बढ़ावा
📍 4. प्रभावित क्षेत्र (Beneficiary Area)
- ओडिशा के संबलपुर, बरगढ़, सुंदरगढ़ जिले
- आसपास के कृषि क्षेत्र
📚 5. परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts for Exams)
- हीराकुड बांध दुनिया के सबसे लंबे मिट्टी के बांधों में से एक है
- परियोजना का उद्घाटन 1957 में किया गया था
- बांध ने महानदी के बाढ़ प्रवण क्षेत्रों की रक्षा की है
- हीराकुड जलाशय में कई द्वीप हैं, जिनमें से “नेहरू पार्क” प्रमुख है
- परियोजना ने क्षेत्र के औद्योगिक विकास में सहायता की है
🌐 6. अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)
- बांध के निर्माण से कुछ स्थानीय समुदायों का विस्थापन हुआ
- हीराकुड परियोजना भारत की दूसरी पंचवर्षीय योजना का हिस्सा थी
- पर्यावरणीय प्रभावों के बावजूद, परियोजना ने आर्थिक विकास में योगदान दिया है
- पर्यटन स्थल के रूप में भी बांध लोकप्रिय है